कोटा। शहर में कोरोना के बढ़ते कहर और घबराहट के बीच राहत देने वाली खबर आई है। सुपरस्पेशयलिटी विंग में भर्ती कोरोना संक्रमित रोगियों में से 49 रोगी उपचार के बाद नेगेटिव आए है। इनमें 5 साल से 70 साल उम्र के रोगी शामिल हैं। उपचार के बाद नेगेटिव आने वालों में युवाओं की संख्या ज्यादा है। 18 से 40 वर्ष के युवाओं में जल्द रिकवरी हुई।
खास बात यह है कि इनमें 17 (30 प्रतिशत से अधिक) महिलाएं हैं। मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभाग के आचार्य डॉ. मनोज सालूजा ने बताया कि 15 पॉजीटिव मरीज ऐसे है, जो दूसरी बार की जांच रिपोर्ट में नेगेटिव आए है। इनमें 5 महिलाएं शामिल है। जबकि 34 पॉजीटिव रोगी ऐसे है, जो पहली जांच के बाद नेगेटिव मिले है। इनमें 12 महिलाएं हैं।
नहीं मिले कोरोना के लक्षण
अधिकांश में कोरोना के लक्षण नहीं मिले थे। खांसी की शिकायत थी। जबकि एक दर्जन से अधिक रोगियों में चेस्ट में इंफेक्शन निमोनिया मिला था।
ऐसे किया इलाज…
14 साल से कम उम्र के बच्चों को प्रोटोकॉल के तहत दवाइयां दी गई। इसमें हाइड्राक्सि क्लोरोक्विन नहीं दी गई। जबकि उन्हें एसीलटामिविर और एजीथ्रोमाइसिस दी गई।
14 साल से अधिक उम्र के रोगियों को हाइड्रोक्लोक्सि क्लोरोक्विन दी गई। 40 वर्ष से अधिक उम्र के रोगियों की समय-समय पर ईसीजी की गई और उन्हें भी हाइड्रोक्लोक्सि क्लोरोक्विन दी गई। एक दर्जन रोगी में चेस्ट में इंफेक्शन की शिकायत थी। उनका समय समय पर एक्सरे करवाते गए। अब उनकी स्थिति पहले से बेहतर है।