कोटा। जीएसटी के विरोध में शहर में अब कपड़ा कारोबार 15 जुलाई तक बंद रहेगा। यह निर्णय बुधवार को व्यापारियों ने मीटिंग में लिया। कपड़ा व्यापारियों ने 5 जुलाई से कारोबार बंद रखा है। बुधवार को व्यापारियों ने पीएम के नाम पोस्टकार्ड लिखे। वहीं, स्टेशन पर कपड़ा का बाजार खुल गया। गुमानपुरा और चार खंभे के पास भी कुछ दुकानें खुली रहीं।
कपड़ा व्यापार संघर्ष समिति के संयोजक विजय गेरा और नरेश राजानी ने बताया कि बुधवार को क्रमिक अनशन पर हितेश जैन, लकी रामचंदानी अंकित जैन बैठे रहे। शाम को क्लॉथ मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष तेजेंद्र पाल सिंह की अध्यक्षता में मीटिंग की गई। इसमें करीब 250 से ज्यादा व्यापारी शामिल थे। वे सब जीएसटी को लेकर विरोध में दिखे।
मीटिंग में सबकी सहमति से यह निर्णय हुआ कि अब कपड़ा कारोबार 15 जुलाई तक बंद रखेंगे। कपड़ा व्यापारियों ने आंदोलन तीन दिन और बढ़ा दिया है। कपड़ा व्यापार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष गिर्राज न्याती ने बताया कि आंदोलन आगे बढ़ाने में सभी व्यापारी एकजुट थे।
जहां भी बाजार खुले हैं। उनसे गुरुवार को बात करके दुकानें बंद कराई जाएंगी। बंद में भैरू गली, खाईरोड सहित अन्य बाजार वालों ने भी समर्थन दिया है। वहीं, लगातार बंद के बाद शास्त्री मार्केट, गुमानपुरा, स्टेशन सहित अन्य जगहों पर बाजार खुले। गुमानपुरा में शाम को 4 बजे बाद से दुकानें खुलने लगी।
व्यापारियों ने लिखे 500 पोस्टकार्ड
जीएसटीके विरोध में व्यापारियों ने बुधवार को प्रधानमंत्री के नाम पोस्टकार्ड लिखे। इसमें व्यापारियों ने कपड़े से जीएसटी हटाने की मांग की है।
बंद के विरोध में स्टेशन के व्यापारियों ने की मीटिंग
स्टेशनके साड़ी व्यापारी पीके आहूजा ने बताया कि बंद के विरोध में एक मीटिंग रखी गई। इसमें हरप्रीत चावला, महावीर प्रसाद जैन, रंजीत सिंह, भारत भूषण, आसन दास, उमेश और अनिल मौजूद थे। इसमें सब व्यापारियों ने एक राय होकर मार्केट खोलने का निर्णय लिया। इसके बाद बाजार खुले। आहूजा ने व्यापारी विरोध का अलग तरीका अपनाए, बंद रखना न्यायोचित नहीं है।