स्पेशल GST रेट के इंतजार में हैं अब तो कारोबारी

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नई दिल्ली।  जीएसटी दरों के चार स्लैब की घोषणा होने के बाद से ही ज्यादातर ट्रेडर्स ने अपने टैक्स रेट का अंदाजा लगा लिया है, लेकिन 1 से 2 पर्सेंट वैट के दायरे में आने वाले कुछ आइटमों के लिए एक ‘स्पेशल रेट’ अभी तय होना है।  एक ही तरह के कई आइटमों, जिन पर अलग-अलग वैट लगता है, लेकिन जीएसटी दरों को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

 जीएसटी काउंसिल की आगामी बैठकों में भी आइटम-वाइज रेट्स से पर्दा उठने के आसार कम हैं और सरकार इसे आखिरी क्षणों में घोषित करेगी। फिलहाल जीएसटी के तहत 5, 12, 18 और 28 पर्सेंट के रूप में चार दरें सामने आई हैं। सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि वैट के तहत टैक्स-फ्री चली आ रहीं ज्यादातर चीजों पर जीएसटी भी नहीं लगेगा।

फिलहाल राजस्थान सहित ज्यादातर राज्यों में सोने-चांदी के गहने और साजोसामान, कीमती पत्थर, बुलियन आर्टिकल्स पर 1 पर्सेंट वैट लगता है। जीएसटी के तहत इनके लिए 3 से 5 पर्सेंट के बीच एक स्पेशल रेट तय करने की बात की जा रही है। बुलियन डीलर ने बताया कि अभी तक कोई सटीक अंदाजा नहीं मिलने के चलते ट्रेडर 30 जून तक के स्टॉक और वायदा सौदे को लेकर कोई फैसला नहीं कर पा रहे हैं।

इसी तरह कई मेडिकेटेड चीजें अगर मेडिकल स्टोर से खरीदें तो उन पर 0 से 5 पर्सेंट वैट लगता है, जबकि रिटेल शॉप पर 12.5 पर्सेंट। यहां तक कि एक ही चीज के पाउडर और लिक्विड फॉर्म पर टैक्स की अलग-अलग दरें हैं। हालांकि अंदाजा लगाया जा रहा है कि एक ही तरह की ज्यादातर चीजों पर रेट एक होंगे, लेकिन ट्रे़डर्स को आधिकारिक रेट लिस्ट का इंतजार है।

सरकार आइटम वाइज दरों की घोषणा जीएसटी लागू होने से कुछ घंटे पहले कर सकती है, क्योंकि बहुत पहले इसके ऐलान से कई तरह की विसंगतियां पैदा हो सकती हैं। आगामी 18-19 मई की बैठक में ज्यादा से ज्यादा दरों पर चर्चा हो सकती है या किसी सहमति पर पहुंचा जा सकता है। दिल्ली वेजिटेबल ऑयल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने बताया कि अब तक खाद्य तेल पर 5 पर्सेंट वैट लगता था और ट्रेडर मानकर चल रहे हैं कि रेट इतना या इससे कम रह सकता है।