भारत विकास परिषद का कोटा में बनेगा कैंसर हॉस्पिटल

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2017

कोटा। शहर में 400 करोड़ रुपए की लागत से भारत विकास परिषद आयुर्विज्ञान व कैंसर चिकित्सालय का निर्माण कराएगा, जो तीन चरणों में प्रस्तावित है। जिसमें 140 करोड़ की लागत से चिकित्सा उपकरण लगाए जाएंगे। इस संस्थान का निर्माण सात लाख वर्ग फुट क्षेत्र में होगा। 

यह जानकारी सोमवार को पत्रकार वार्ता में भारत विकास आयुर्विज्ञान संस्थान के अध्यक्ष श्याम शर्मा व सचिव गोविन्द माहेश्वरी ने दी। उन्होंने बताया कि हाड़ौती एवं प्रदेश के लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से भारत विकास परिषद सेवा संस्थान की ओर से कोटा में भारत विकास आयुर्विज्ञान संस्थान एवं कैंसर चिकित्सालय का भूमिपूजन समारोह 27 अप्रैल को सुबह 10.30 बजे होगा।

उन्होंने बताया कि कोटा यूनिवर्सिटी के पीछे बारां-चित्तौड़ फोरलेन के नजदीक स्थित भूमि पर संस्थान का निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। समारोह में झालरिया पीठ डीडवाना के पीठाधीश्वर स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज का सान्निध्य प्राप्त होगा। समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश (भैया ) जोशी होंगे। अध्यक्षता प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करेंगी।

उन्होंने बताया कि गरीब तबके के मरीज निजी चिकित्सालयों का भारी खर्च वहन नहीं कर पाते। इसे ध्यान में रखते हुए इस संस्थान की स्थापना की जा रही है ताकि मरीजों को रियायती दरों पर उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराई जा सके। कैंसर एक जानलेवा रोग है और राजस्थान व मध्यप्रदेश के लगभग नौ जिलों में एक लाख से ज्यादा कैंसर रोगी हैं।

उन्होंने बताया कि करीब 20 हजार से अधिक गंभीर स्टेज पर हैं। इनमें से केवल 150-200 लोग महानगरों में बड़े चिकित्सालयों में उपचार करवाने जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि ऐसे रोगियों को कोटा में ही इलाज सुलभ हो सके। मध्यप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों व हाड़ौती के आस-पास के जिलों से 4-5 हजार रोगी कैंसर के इलाज के लिए आ भी रहे हैं, लेकिन इलाज नहीं मिलने की स्थिति में उन्हें या तो बहुत महंगा इलाज करवाने के लिए बड़े शहर जाना पड़ता है या फिर मौत को गले लगाना पड़ता है।

तीन चरणों में पूरा होगा 400 करोड़ का प्रोजेक्ट
संस्था के सचिव गोविन्द माहेश्वरी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत 500 बैड के मल्टी स्पेशियलिटी चिकित्सालय का निर्माण भी प्रस्तावित है। प्रथम चरण में 2 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में निर्माण कार्य होगा। इसकी निर्माण की लागत 40 करोड़ आएगी, इसमें 40 करोड़ के उपकरण लगाए जाएंगे तथा अन्य कार्यों पर करीब 20 करोड़ खर्च होंगे। इस चरण की कुल लागत 100 करोड़ होगी।

वहीं द्वितीय चरण में 3 लाख वर्ग फीट क्षेत्र पर निर्माण कार्य होगा। इसमें 150 करोड़ की कुल लागत आएगी। इसकी समयावधि 3 से 6 वर्ष की होगी। इस चरण में निर्माण कार्य पर 60 करोड़ तथा उपकरणों पर 30 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। तृतीय चरण में 150 करोड़ के कार्य होंगे। इसमें 2 लाख वर्ग फीट क्षेत्र पर निर्माण होगा, निर्माण की लागत 75 करोड़ आएगी तथा 40 करोड़ के उपकरण लगाए जाएंगे। अन्य कार्यों पर 30 करोड़ खर्च होंगे।

कैंसर चिकित्सालय बनेगा वरदान
हाड़ौती व आसपास के अन्य जिलों में कैंसर जैसे गंभीर रोग के उपचार की कोई कारगर चिकित्सा व्यवस्था नहीं है। कैंसर के रोगियों की संख्या साल-दर-साल बढती ही जा रही है। ऐसे में काफी समय से आवश्यक्ता महसूस की जा रही थी कि इस क्षेत्र में सर्व सुविधा युक्त कैंसर चिकित्सालय होना चाहिए।

ऐसे में भारत विकास आयुर्विज्ञान संस्थान ने कैंसर चिकित्सालय की स्थापना का निर्णय लिया है। ताकि क्षेत्र के मरीजों में कैंसर की पहचान शुरुआती स्टेज में कर उन्हें मौत के मुंह में जाने से बचाया जा सके।