नई दिल्ली। New red chilli in Guntur Mandi: प्रमुख उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश की गुंटूर मंडी में नए लालमिर्च की आवक शुरू हो गई है। जबकि तेलंगाना की वारंगल मंडी में भी नए लालमिर्च का श्री गणेश हो गया है।
हालांकि इस वर्ष उत्पादक राज्यों में लालमिर्च की बिजाई गत वर्ष की तुलना में 20/25 प्रतिशत कम रहने के समाचार मिल रहे हैं, लेकिन बिजाई के पश्चात अभी तक मौसम फसल के अनुकूल बना हुआ है। जिस कारण इस वर्ष क्वालिटी अच्छी आने की संभावना है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आंध्र प्रदेश की गुंटूर मंडी में नए लालमिर्च की आवक 2500/3000 बोरी की रही और तेजा का भाव क्वालिटीनुसार 130/165 रुपए प्रति किलो बोला गया है जबकि पुराने तेजा का भाव 162/163 रुपए चल रहा है। जबकि वारंगल में आज 25/30 बोरी नए लालमिर्च की आवक रही और तेजा का भाव 120/145 रुपए बोला गया।
जानकार सूत्रों का कहना है कि प्रमुख उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश में इस वर्ष लालमिर्च का उत्पादन डेढ़ करोड़ बोरी के आसपास होने के पूर्वानुमान लगाए जा रहे हैं जबकि गत वर्ष पैदावार लगभग दो करोड़ बोरी की रही थी। तेलंगाना में इस वर्ष लालमिर्च की पैदावार 55/60 लाख बोरी होने की संभावना है। जबकि गत वर्ष उत्पादन 75/80 लाख बोरी का रहा था।
वर्तमान में लालमिर्च के भाव गत वर्ष की तुलना में काफी कम चल रहे हैं गत वर्ष नवम्बर माह के अंत में गुंटूर मंडी में लालमिर्च तेजा का भाव 232 रुपए प्रति किलो चल रहा था जबकि वर्तमान में भाव 162/165 रुपए बोले जा रहे हैं।
हालांकि चालू सीजन के दौरान देश में लालमिर्च की पैदावार कम रहने के समाचार है लेकिन बकाया स्टॉक अधिक होने के कारण हाल-फिलहाल कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। सूत्रों का कहना है कि भविष्य में नए सूखे मालो की आवक दिसम्बर माह के अंत तक बढ़नी शुरू होगी। वर्तमान में चीन की लिवाली नहीं है जबकि बांग्ला देश की मांग भी कम चल रही है।
लालमिर्च का निर्यात गत वर्ष के बराबर ही बना हुआ है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-अगस्त 2024 में लालमिर्च का निर्यात 222412.15 टन का हुआ है। जबकि गत वर्ष इसी समयावधि में निर्यात 226352. 49 टन का रहा था। वर्ष 2023-24 (अप्रैल-मार्च) के दौरान लालमिर्च का कुल निर्यात 601084 टन का हुआ था।