कोटा। Talent award: कोटा की होनहार छात्रा इशिता पांडेय ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए भारत का नाम रोशन किया है। लंदन में आयोजित प्रतिष्ठित जॉन लॉक ग्लोबल एस्से अवार्ड समारोह 2024 में इशिता ने तीन विषयों इतिहास, राजनीतिशास्त्र और दर्शनशास्त्र में मेरिट सर्टिफिकेट हासिल किया।
लंदन के ग्रॉस विनर हाउस में आयोजित समारोह में जॉन लॉक इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉ. जेमी व्हाइट और डायरेक्टर जनरल मॉर्टिन कॉक्स ने इशिता को सम्मानित किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस थीं।
कोटा की तलवंडी निवासी इशिता पांडेय के माता-पिता दोनों शहर के प्रख्यात नेत्र सर्जन है। सर्जन डॉ. विदुषी शर्मा और डॉ. सुरेश पांडेय की पुत्री इशिता इंटरनेशनल स्कूल, जयपुर की 12वीं कक्षा की छात्रा है।
भारत की पहली छात्रा: डॉ. सुरेश पाण्डेय ने बताया कि इस प्रतियोगिता में विश्व भर के 15 से 18 आयु वर्ग के 34,000 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया था। इशिता भारत की पहली छात्रा हैं जिन्होंने एक ही वर्ष में तीन विषयों में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता है।
जॉन लॉक ग्लोबल अवॉर्ड ज्यूरी कमेटी के द्वारा सर्वश्रेष्ठ ऐस्सेज (निबंध) वाले विद्यार्थियों को लंदन आमंत्रित कर सम्मानित किया किया गया। इस अवसर पर इशिता पाण्डेय ने अपनी दोनों पुस्तकें ‘ए विण्डो टू द वर्ल्ड ऑफ वण्डर’ एवं ‘ड्रीम बिग-फ्लाई हाई- 55 जर्नी टू इंसपायर यंग माइंड्स’ नामक पुस्तकें भी भेंट की।
जॉन लॉक इंस्टीट्यूट का नाम 17वीं सदी के ऑक्सफोर्ड दार्शनिक जॉन लॉक के नाम पर रखा गया है, जो एक राजनीतिक वैज्ञानिक, अर्थशास्त्री और चिकित्सक थे। इस उपलब्धि पर जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल की चेयरपर्सन डॉ. जयश्री पेरीवाल और सीईओ आयुष पेरीवाल ने कहा कि इशिता की इस उपलब्धि से न केवल कोटा, बल्कि पूरा देश गौरांवित है।