कोटा वालों ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का सपना मत देखो, मंजिल अभी कोसों दूर है

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डीपीआर बनने और एनओसी मिलने के दो साल बाद कोटा में नया एयरपोर्ट संभव

कोटा। कोटा को सालों से ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के सपने दिखाये जा रहे हैं, वह सपने इतनी जल्द पूरे होने वाले नहीं हैं। भले ही राजस्थान के बजट में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने की घोषणा कर दी हो। जब तक डीपीआर नहीं बनेगी और सभी विभागों से एनओसी प्राप्त नहीं होगी तब तक कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का काम शुरू नहीं होगा।

हर चुनाव में एयरपोर्ट के नाम पर शहर की जनता से वादे कर वोट लिए जाते रहे लेकिन, इस बार सांसद के चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ा। जीते भी वह मोदी के चेहरे पर। वह भी मात्र 41 हजार वोटों से। इसलिए अभी ख़ुशी का वह पल अभी बहुत दूर है।

राजस्थान सरकार ने अपने पहले पूर्ण बजट में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने की है। राज्य की वित्त मंत्री और डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने बजट पेश करते हुए कोटा को ग्रीनफील्ड समेत कई सौगातें दी है।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पिछले दिनों संसद भवन स्थित अपने कक्ष में नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों के साथ कोटा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के संबंध में समीक्षा बैठक की ​थी। बैठक में बिरला ने कहा था कि सम्पूर्ण हाड़ौती क्षेत्र के विकास के लिए कोटा में एयरपोर्ट का निर्माण जरूरी है।

राज्य सरकार इस संबंध में बाधाओं को तेजी से दूर कर रही है। केंद्र सरकार के स्तर पर औपचारिकताओं को जल्द पूरा कर राज्य सरकार के साथ समन्वय बनाकर काम किया जाए ताकि एयरपोर्ट का निर्माण शीघ्र प्रारंभ हो सके।

नागर विमानन मंत्री नायडू ने बताया कि मंत्रालय कोटा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के कार्य को बेहद गंभीरता से ले रहा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और राज्य सरकार के बीच एमओयू पर अगले माह हस्ताक्षर हो जाएंगे। एएआई के अधिकारियों को तेजी से काम करते हुए एयरपोर्ट की डीपीआर जल्द से जल्द तैयार करने को कहा गया था।

इसके अतिरिक्त वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से एन्वायरोमेंटर क्लियरेंस सहित अन्य विभागों से एनओसी प्राप्त करने की प्रक्रिया भी डीपीआर बनने के साथ ही पूरा करने के निर्देश दिए गए ​थे।

उन्होंने कहा कि डीपीआर बनने और सभी विभागों से एनओसी प्राप्त होने के बाद टेंडर प्रक्रिया को एक निश्चित अवधि में पूरा किया जाएगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी का लक्ष्य होगा कि निर्माण कार्य प्रारंभ होने के दो वर्ष के भीतर कार्य पूरा कर कोटा एयरपोर्ट को ऑपरेशनल कर दिया जाए।