वाशिंगटन। Fed Interest Rate Cut: फेडरल रिजर्व ने बुधवार को ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की कटौती की है। यह कदम ब्याज दरों में कमी के साथ मौद्रिक नीति में ढील देने की शुरुआत है। 2020 में कोरोना की आपदा के चार साल बाद यह कटौती की गई है। यह निर्णय रोजगार बाजार की स्थिति को लेकर बढ़ती चिंता के कारण लिया गया है।
नीति निर्माताओं द्वारा एक के मुकाबले 11 मत से यह निर्णय लिया गया। इस कटौती के बाद अमेरिकी शेयरों में उछाल देखा गया। इसके बाद सोने की कीमतें सार्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गईं, जिससे डालर में गिरावट आई।
फेड के इस निर्णय से हालांकि तेल की कीमतों में गिरावट भी देखने को मिली। विशेषज्ञों का अनुमान है कि साल के अंत तक इतने ही अंकों की एक कटौती और हो सकती है। फेडरल रिजर्व की दर-निर्धारण समिति के नीति निर्माताओं ने कहा कि समिति का विश्वास बढ़ गया है कि मुद्रास्फीति स्थिर रूप से दो प्रतिशत की ओर बढ़ रही है और अपने रोजगार और मुद्रास्फीति लक्ष्यों को प्राप्त करने के जोखिम लगभग संतुलित हैं।
हालांकि, गवर्नर मिशेल बोमैन ने इसमें केवल एक चौथाई प्रतिशत अंक की कटौती का समर्थन किया था। अब फेडरल रिजर्व का ध्यान श्रम बाजार को स्वस्थ रखने पर है। फेड की यह बैठक पांच नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले अंतिम बैठक थी। वैश्विक स्तर पर निवेशकों को यकीन था कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कटौती करेगा, लेकिन यह कटौती कितनी होगी, वे इस पर भी नजर रख रहे थे।