कोटा। रेलवे एक जुलाई से ट्रेनों की नई समय सारणी लागू करेगी। इसमें कई ट्रेनों को सोगरिया होते हुए चलाया जा सकता है। इसके चलते यह ट्रेनें एक जुलाई से कोटा स्टेशन नहीं आएंगी। इससे कोटा स्टेशन पर यात्री भार कम होगा तथा स्टेशन के अभाव में ट्रेनों को आउटर भी खड़ा नहीं होना पड़ेगा।
सोगरिया से बायपास होने के चलते ट्रेनों के समय में भी बचत होगी। अभी इंजन बदलने के चलते कोटा में ट्रेनें अपेक्षाकृत अधिक समय तक खड़ी रहती है। हालांकि पर्याप्त परिवहन के साधनों के अभाव में यात्रियों को खास कर रात में परेशानी हो सकती है। साथ ही कोटा की अपेक्षा किराया भी अधिक भुगतना होगा।
इसके अलावा नई समय सारणी में कई ट्रेनों का समय भी बदला जाएगा। साथ ही कोरोना के बाद से नए नंबरों से चलने वाली सभी ट्रेनों को फिर से नए नंबरों से चलाया जाएगा। रेलवे द्वारा इन ट्रेनों की घोषणा भी कर दी गई है।
दो साल से था इंतजार
कोटा में बढ़ते ट्रेनों के दवाब को कम करने के लिए सेटेलाइट के रुप में करीब 12 करोड़ की लागत से सोगरिया स्टेशन का निर्माण किया गया था। कोटा से करीब तीन किलोमीटर दूर इस स्टेशन का लोकार्पण 5 जनवरी-2022 को किया गया था। इसके बाद से रेलवे द्वारा सोगरिया स्टेशन होते हुए ट्रेनों के चलाने और ठहराव का प्रयास किया जा रहा है। अभी यहां पर मात्र चार ट्रेनें रुकती हैं। जबकि एक यहां से चलती है। इसके अलावा कोटा से चलने वाली केवल चार ट्रेनों का ठहराव ही सोगरिया में होता है। इसके अलावा 11 जोड़ी ट्रेनें यहां से बिना रुके ही निकल जाती हैं।
यह होंगी बायपास
सोगरिया से जोधपुर-भोपाल (14813-14), साप्ताहिक भगत की कोठी-विशाखापट्टनम (18574-73), अजमेर-दुर्ग (18214-13, 18208-07), मदार-कोलकाता (19608-07), अजमेर-भागलपुर (13424-23), उयपुर-शालीमार (20971-72) तथा अजमेर-संतरागाछी (18010-09) ट्रेनों को बायपास की तैयारी है।
यह ट्रेनें निकलती हैं सोगरिया से
सोगरिया स्टेशन से अभी साप्ताहिक भगत की कोठी-तिरुचिरापल्ली (20481-82) तथा बीकानेर-पुरी (20471-72) ट्रेन ही बायपास होती है।
अभी रुकती हैं यह ट्रेनें
- सोगरिया में अभी कोटा-बीना (11603-04) तथा कोटा-बीना (06633-34) ट्रेन ही सोगरिया में रुकती है।
- इसके अलावा नई दिल्ली-सोगरिया ट्रेन (20452-51) का संचालन सोगरिया से होता है।
इन ट्रेनों का होगा ठहराव
- इसके अलावा रोज चलने वाली कोटा-इंदौर (22983-84) तथा कोटा-इटावा (19811-12) ट्रेनों का ठहराव भी एक जुलाई से कोटा स्टेशन पर हो सकता है।
- दयोदय कोटा से ही चलेगी
- इसके अलावा अजमेर-जबलपुर दयोदय (12182-81) ट्रेन के फिलहाल कोटा से ही चलने की उम्मीद है।
इसका कारण बताया जा रहा है कि यह मुख्यालय की गाड़ी है। रोजाना बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी जबलपुर मुख्यालय आते-जाते हैं। अधिकारियों का मानना है कि सोगरिया से ट्रेन चलने में समय अधिक खर्च होगा और अनावश्यक परेशानी भी होगी। थोड़ी सी भी देरी होने पर ट्रेन छूट भी सकती है। अभी कोटा में यह ट्रेन करीब 20 मिनट रुकती है। ट्रेन कोटा में पहुंचने के समय पर भी अधिकारी बंगले से निकल स्टेशन पर पहुंच जाते हैं।
यात्रियों को होगी परेशानी
रेलवे द्वारा भले ही सोगरिया स्टेशन से ट्रेनों का आवागमन बढ़ाने की तैयारी की जा रही हो, लेकिन यहां पर अभी भी सुविधाओं का अभाव है। संवाददाता के निरीक्षण के दौरान यहां पर कई खामियां नजर आईं। सबसे बड़ी परेशानी प्लेटफार्म पर अभी भी पूरी तरह शेड नहीं लगा होना है। शेड के अभाव में यात्रियों को गर्मी और बारिश में परेशान होना पड़ सकता है। साथ ही प्लेटफार्म पर खानपान की स्टॉल नहीं है।
इसके अलावा शौचालयों की स्थिति ठीक नहीं है। रेलवे द्वारा भले ही पानी बचाव का नारा दिया जाता हो, लेकिन यहां पर कई शौचालय में लगातार पानी बहता नजर आया। इसके अलावा कई शौचालय के कुंडी दरवाजे ठीक नहीं थे। विकलांग शौचालय पर ताला लगा था। प्लेटफॅार्म नंबर दो पर वाटर कूलर चालू नहीं था।
पार्किंग स्टैंड दूर
यात्री सुविधाओं के दावों के उलट सोगरिया में पार्किंग स्टैंड स्टेशन भवन से करीब 300 मीटर दूर बना है। ऐसे में यात्रियों को अपने वाहन स्टैंड पर खड़ा कर अपने सामान के साथ बारिश और गर्मी में स्टेशन तक पहुंचना चुनौती बना हुआ है। इसके अलावा यहां पर स्टैंड ठेकेदारों द्वारा यात्रियों से पिकअप एंड डॉप के भी पैसे वसूले जा रहे हैं। यह नजारा यहां रोजाना देखा जा सकता है। निजामुद्दीन-सोगरिया ट्रेन से पहुंचे कई यात्री संवाददाता से इसकी शिकायत करते नजर आए। इसके बाद मौके पर मौजूद टीटीई सुनिल तिवारी की फटकार के बाद ठेकेदार कर्मचारियों को यात्रियों को लेने पहुंची गाड़ी स्टेशन भवन तक आने दिया। दर्जनों शिकायतों के बाद भी प्रशासन अभी तक इन शिकायतों पर लगाम नहीं लगा सका है।
प्लेटफार्म पर बाइक चला रहे आरपीएफ कर्मचारी
संवाददाता के निरीक्षण के दौरान सोगरिया प्लेटफार्म पर आरपीएफ कर्मचारी और जवान यात्रियों के बीच बाइक चलाते नजर आए। यहां प्लेटफार्म पर चढऩे वाले रैंप पर ग्रेनाइट लगा है। ऐसे में यहां पर यात्रियों की मौजूदगी में बाइक फिसलने से कभी बड़ा हादसा भी हो सकता है।