एलन विक्ट्री कार्निवल में नीट व जेईई टॉपर्स का हुआ सम्मान

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देशभर से शामिल हुए जेईई-नीट में सफल 2000 से अधिक भावी डॉक्टर व आईआईटीयन

कोटा। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट का सफलता का उत्सव विक्ट्री कार्निवल रविवार को दशहरा मैदान में मनाया गया। यहां नीट व जेईई-2023 के परिणामों में सफल रहे विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। विद्यार्थी अपने परिजनों के साथ समारोह में शामिल हुए। कार्निवल थीम पर आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों में उत्साह देखते ही बना।

इस अवसर पर रैंक के आधार पर अलग-अलग बैच के अनुसार विद्यार्थियों का सम्मान करने के लिए फेकल्टीज मंच पर आए। सम्मान के दौरान विद्यार्थियों के अभिभावकों को भी मंच पर बुलाया गया। विद्यार्थी परिवार के साथ मंच पर नाचते-गाते आए और फेकल्टीज से सम्मान ग्रहण किया। कार्यक्रम में देशभर से करीब 2 हजार भावी आईआईटीयन एवं डॉक्टर्स शामिल होने कोटा आए, जिन्हें नकद पुरस्कार के साथ उपहार दिए गए।

निदेशक डॉ.गोविन्द माहेश्वरी ने कहा कि फेकल्टीज ने अच्छे डॉक्टर और इंजीनियर बनने के साथ-साथ अच्छा इंसान बने रहना है। अपने परिवार, समाज की सेवा का भाव सदैव मन में रखें। निदेशक राजेश माहेश्वरी ने कहा कि हर विद्यार्थी अपने संकल्प से स्वयं की पहचान कायम करे। आपके नाम से आपके परिजनों को जाना जाए, परिवार और शहर को जाना जाए। सभी सम्मिलित प्रयासों से ही अच्छे परिणाम आते हैं। हम सब मिलकर इसी तरह लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहेंगे तो ये बच्चों के सपने पूरे होंगे।

निदेशक डॉ.नवीन माहेश्वरी ने विद्यार्थियों को समाज के लिए सेवा का संकल्प लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि अच्छे डॉक्टर, इंजीनियर बनने के साथ अच्छा इंसान बनना भी जरूरी है। निदेशक डॉ.बृजेश माहेश्वरी ने कहा कि एलन हर क्षेत्र में विद्यार्थियों का भविष्य बनाने के लिए संकल्पित है। एमबीबीएस में प्रवेश के लिए नीट के साथ अब नीट पीजी के लिए एलन-नेक्स्ट शुरू किया गया। विदेश के संस्थानों में अध्ययन करना हो तो एलन ग्लोबल स्टडीज डिवीजन आपके लिए है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी को अपने संकल्प के पूरे होने तक पढ़ते रहना है। अपने काम पर फोकस करते हुए यदि हम आगे बढ़ते रहेंगे तो निश्चित तौर पर अलग मुकाम स्थापित करेंगे।

संघर्ष से सफलता तक का सम्मान
कार्यक्रम में ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में रहते हुए सफलता प्राप्त की है, उनका भी सम्मान किया गया। इसमें सीकर से एक ही परिवार की दो ऋतु और करीना को मंच पर बुलाया गया। दोनों बहनों के पिता चरवाहा हैं तथा बीमारियों से ग्रसित हैं। बेटियों का सम्मान देखने के लिए परिवार के साथ कार्यक्रम में आए। इसी तरह अपने पिता को नीट की पढ़ाई के दौरान ही पिता की बीमारी के चलते अपना लीवर डोनेट करने वाली छात्रा स्नेहा ने पिता का सपना सच किया। पिता की मौत के बाद खुद को विचलित नहीं करते हुए पढ़ाई में सफलता प्राप्त की।

विपरीत परिस्थितियों में भी खुद को साबित किया
इसी तरह छोटे से गांव के छात्र रामलाल भोई का सम्मान किया गया, जिसकी 11 साल की उम्र में ही शादी हो गई थी, लेकिन रामलाल ने पढ़ाई का सफर नहीं रुकने दिया और नीट क्लीयर करके अब एमबीबीएस कर रहा है। इसी तरह कोटा के कंसुआ क्षेत्र की निवासी छात्रा कशिश ने परिवार की तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद खुद को साबित किया। पिता को पेरेलेसिस, बुजुर्ग दादा और मां के भरोसे चलने वाले परिवार की कशिश को आईआईटी जोधपुर में प्रवेश मिला। इन सभी विद्यार्थियों को एलन ने मंच पर बुलाकर मैडल पहनाकर सम्मानित किया। गुदड़ी के लाल स्कीम के तहत इनका चयन किया गया।

कार्निवल परेड रहा आकर्षण
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कार्निवल परेड रही। इस परेड में अलग-अलग कलाकार झूमते-नाचते हुए विद्यार्थियों के बीच से निकले। परेड में कार्टून करेक्टर, विटेंज कार, जोकर, बैलेंसिंग गेम, डांस धूम सहित कई आकर्षण थे। इस दौरान स्टूडेंट्स ने परेड में शामिल कलाकारों के साथ जमकर फोटो खिंचवाए, डांस किया। परेड का समापन मुख्य मंच पर हुआ, जहां परेड के कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। इस दौरान स्टूडेंट्स ने भी डांस किया।

खेल के मजे
विक्ट्री कार्निवल में व्यवस्थाएं देख देश के कोने-कोने से आए स्टूडेंट्स प्रफुल्लित हो गए। यहां गेम जोन में जब स्टूडेंट्स पहुंचे तो किसी ने कठपुतली का शो देखा तो किसी ने कैरम खेला, कोई जम्पिंग करने लगा तो किसी सर्कल फेंककर इनाम जीते। यहां विद्यार्थियों के मनोरंजन के लिए झूले भी लगाए गए, जिनमें दिनभर अपने दोस्तों के साथ स्टूडेंट्स झूलते दिखे। अलग-अलग स्टॉल्स पर भीड़ लगी रही और दिनभर खान-पान के साथ स्टूडेंट्स अपने पूराने दोस्तों के साथ खेलते रहे।

शिक्षकों से मिले पैर छुए
विक्ट्री कार्निवल में फैकल्टीज और स्टूडेंट्स का मिलन भी हुआ। जेईई और नीट के परिणामों के बाद ये स्टूडेंट्स अपने-अपने कॉलेजों में पहुंच चुके हैं और वहां पढ़ाई शुरू हो चुकी है। अब कोई छह महीने बाद तो कोई तीन महीने बाद कोटा लौटा। विक्ट्री कार्निवल में जब फैकल्टीज से मिले तो पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद सेल्फी भी ली। फैकल्टीज ने भी स्टूडेंट्स कॉलेज की जानकारी ली, वहां हो रही पढ़ाई के बारे में पूछा।

पुराने दोस्त मिले तो याद आए एलन के दिन
कार्निवल में करीब एक साल बाद पुराने दोस्त मिले तो खूब बातें और मस्ती भी हुई। सुबह 8.30 बजे से ही स्टूडेंट्स का आना शुरू हो गया। जैसे-जैसे स्टूडेंट्स पहुंचते गए, अन्दर शोर बढ़ता गया। यहां पुराने दोस्त मिलने लगे। गु्रप बनने लगे और फिर कहीं फिल्मी गीतों पर डांस हुआ तो कहीं सैल्फी और फोटो का दौर चला। दोस्तों के साथ खुशियां और बढ़ गई। सभी ने एक दूसरे से अपने-अपने कॉलेज के अनुभव बांटना शुरू किया, इसके साथ ही कोटा की यादें ताजा की। यहां के पुराने दिन याद किए।