बोआई में 20 फीसदी कमी से आगे हल्दी की कीमतों में तेजी का रुझान
नई दिल्ली। एनसीडेक्स द्वारा हल्दी की वायदा कीमतों पर अतिरिक्त मार्जिन लगाने का असर फिलहाल दिखने लगा है। इस मार्जिन के प्रभावी होने के पहले दिन सोमवार को हल्दी के वायदा भाव में गिरावट दर्ज की गई। ऊंचे भाव पर मुनाफावसूली के कारण भी हल्दी के वायदा भाव नरम पड़े हैं।
हालांकि जानकारों के मुताबिक लंबी अवधि में हल्दी की कीमतों में तेजी का रुझान दिख रहा है क्योंकि इस साल हल्दी की बोआई कम हो रही है। कमोडिटी एक्सचेंज नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) ने पिछले सप्ताह हल्दी के तेजी से बढ़ रहे वायदा भाव पर अंकुश लगाने के लिए आज से 2 फीसदी अतिरिक्त मार्जिन लगाने का निर्णय लिया था।
इसका आज असर भी दिखा। अतिरिक्त मार्जिन के प्रभावी होने के पहले कारोबारी दिन हल्दी का बेंचमार्क अगस्त कॉन्ट्रैक्ट 100 रुपये की गिरावट के साथ 13,080 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर खुला। खबर लिखे जाने के समय यह कॉन्ट्रैक्ट 306 रुपये की गिरावट के साथ 12,874 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था और इस समय इसने 12,782 रुपये क्विंटल के भाव पर दिन का निचला स्तर छू लिया। पिछले एक महीने से हल्दी के वायदा भाव लगातार बढ़ रहे हैं। महीने भर में हल्दी 40 फीसदी से ज्यादा महंगी हो चुकी है।
आगे कीमतों में तेजी का रुझान
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट व जिंस विशेषज्ञ अनुज गुप्ता कहते हैं कि अतिरिक्त मार्जिन लगने से फिलहाल हल्दी की वायदा कीमतों में गिरावट आई है। लेकिन लंबी अवधि में इसके भाव तेज रहने की संभावना है क्योंकि इस साल हल्दी की बोआई में कमी आ रही है।
बोआई में 20 फीसदी तक कमी
कमोडिटी एक्सपर्ट इंद्रजीत पॉल ने कहा कि बीते 2 कारोबारी सत्र के दौरान ऊंचे भाव पर मुनाफावसूली के कारण हल्दी के वायदा भाव कुछ नरम पड़े हैं। लेकिन बोआई में 20 फीसदी तक कमी को देखते हुए आगे तेजी का ही रुझान दिख रहा है। नीचे में भाव गिरकर 11,500 रूपये तक आ सकते हैं। इसके बाद भाव बढकर 14,000 रूपये तक जा सकते हैं।