देश के विकास में महिलाएं कर रही नेतृत्व: स्पीकर बिरला

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दौलत राम कॉलेज में लोक सभा अध्यक्ष ने सराहा महिलाओं का योगदान

नयी दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर छात्राओं को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा कि नारी शक्ति का सम्मान भारतीय परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है। महात्मा ज्योतिबा फुले, सावित्री बाई फुले, बाबा साहब अंबेडकर जैसे समाज सुधारकों को महिला सशक्तिकरण में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं के योगदान को याद करते हुए बिरला ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही। वास्तव में, रानी लक्ष्मीबाई ने ही आजादी के आंदोलन की नीव रखी थी। बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी के कारण ही हमारा स्वतंत्रता संग्राम सफल हो सका।

बिरला ने आजादी के बाद से अब तक देश के विकास में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का उल्लेख करते हुए कहा कि हर क्षेत्र में आज देश की महिलाएं अग्रिम भूमिका निभा रही हैं। फाइटर प्लेन से लेकर सीमाओं पर युद्ध हो, चाहे अर्ध सैनिक बल हो, हर जगह महिलायें अग्रिम पंक्ति पर खड़ी हैं।

सेल्फ हेल्प ग्रुप (SHG) के माध्यम से लाखों महिलायें अपने छोटे-छोटे उद्योग चलाकर समाज में एक बड़ा बदलाव ला रही हैं, श्री बिरला ने कहा। जब भी किसी अखिल भारतीय सेवा के अधिकारी शैक्षणिक दौरों के लिए संसद आते हैं, तो ऐसा देखने में आता है कि पुरुषों की तुलना में महिला प्रशिक्षुओं की संख्या अधिक होती है।

उन्होंने ने कहा कि समय के साथ महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी भी बढ़ी है। जब हमारा देश आज़ाद हुआ था, तब देश की संविधान सभा में महिलाओं की संख्या 15 थी। वहीं आज 115 महिला भारत की संसद में देश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र तक की सभी लोकतान्त्रिक संस्थाओं में आज 14 लाख से ज्यादा महिलायें नेतृत्व करते हुए समाज में सामाजिक और आर्थिक बदलाव ला रही हैं।

बिरला ने कहा कि देश के विकास में महिला नेतृत्वकर्ता की भूमिका में हैं। जीवन के हर क्षेत्र में आज महिलाएं जिन उपलब्धियों को अपने नाम दर्ज करा रही है, वह अमृत काल में देश के संकल्पों के साकार होने का विश्वास दिलाती है।

उन्होंने कॉलेज के छात्राओं का आव्हान किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने पर ध्यान देने केंद्रित करने के साथ वे देश के प्रति भी अपने लक्ष्य निर्धारित करें।