कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की जांच के लिए कोटा में बीएसएल 3 प्लस लैब खुलेगी

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कोटा। मेडिकल कॉलेज में बीएसएल 3प्लस लैब की स्थापना होगी। इससे कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पता कोटा में ही लग सकेगा। कोरोना के दौर में यह लैब काफी फायदेमंद साबित होगी।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोटा दौरे के दौरान रविवार को यह जानकारी दी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में 17 करोड़ की लागत से लैब स्थापित की जाएगी। मेडिकल कॉलेज में 17 करोड़ की लागत से बीएसएल 3प्लस लैब की स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही इसका कार्य भी शुरू हो जाएगा।

इस लैब के बनने के बाद निपाह और इबोला जैसे खतरनाक वायरस जो सामान्यतः भारत में नहीं पाए जाते, उनकी पहचान करना आसान हो जाएगा। पहले बड़ी जांच के लिए कोटा को जयपुर और दिल्ली पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन अब मेडिकल के क्षेत्र में कोटा मेडिकल कॉलेज आत्म निर्भर होगा।

इसके साथ कोटा मेडिकल कॉलेज को नेक्स्ट जनरेशन सिक्वेंसिंग सिस्टम फोर जीनोमिक सर्विलांस मशीन (एनजीएस) मिलेगी, इसकी लागत 3 करोड़ रुपए है। कोटा की भौगोलिक दृष्टिकोण के कारण देश के प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में कोटा के मेडिकल कॉलेज को शामिल किया जा रहा है, जिसके प्रस्ताव स्वीकृत हो चुके हैं।

जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन वायरस का स्ट्रेन पहचानने में मदद करती है। यह मशीन एनआईवी पुणे से सीधे जुड़ी रहेगी तथा किसी वायरस में म्यूटेशन की पहचान होने पर कोटा में भी इसकी जानकारी अपडेट हो जाएगी। अभी तक यह मशीन जोधपुर एम्स और जयपुर में ही है। कोटा में भी यह मशीन के लिए स्वीकृति हो गई है। देश में 10 शहरों के लिए यह मशीन इम्पोर्ट की जा रही है। भारत आने के कुछ ही दिनों में यह मशीन और इसके संचालन के लिए स्टाफ मिल जाएगा।