जयपुर। राजस्थान में इस बार मानसून समय से पहले आने की संभावना है। मौसम विभाग दिल्ली ने भारत में दक्षिणी पश्चिमी मानसून के केरल में आने की संभावित तारीख घोषित कर दी है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार केरल में मानसून के आने के बाद राजस्थान तक इसे पहुंचने में औसतन 20 या 22 दिन का समय लगता है। इसलिए संभावना है कि राजस्थान में मानसून समय से एक हफ्ता पहले 16 से 18 जून के बीच आ सकता है।
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि भारतीय मौसम केन्द्र नई दिल्ली ने इस बार केरल में 27 मई को मानसून के आने संभावना है। उन्होंने बताया कि मानसून की वास्तविक एंट्री घोषित संभावित तिथि से 4 दिन पहले या 4 दिन बाद भी हो सकती है। जब केरल में मानसून एंट्री करता है तो वहां से राजस्थान की सीमा तक आने में औसतन 20-22 दिन का समय लगता है। अभी राजस्थान में मानसून कौन से दिन आएगा ये कहना जल्दबाजी होगी। उन्होंने बताया कि मानसून के आने की निर्भरता उस समय की वातावरण और हवाओं की स्थिति पर रहती है।
राजस्थान में मानसून की एंट्री डूंगरपुर, बांसवाड़ा के रास्ते होती है। साल 2021 में बांसवाड़ा के रास्ते मानसून 18 जून को प्रवेश किया था, जो सामान्य तारीख 25 जून से एक सप्ताह पहले आ गया था। राजस्थान के लगभग सभी शहरों में मानसून तय समय से एक सप्ताह पहले ही डेरा डाल सकता है।
राजस्थान में सामान्य रहेगी बारिश
मौसम विभाग ने इस साल के मानसून सीजन (जून से सितंबर) में सामान्य बारिश (96-104 फीसदी) होने की संभावना जताई है। राजस्थान में 4 महीने के सीजन में औसत बरसात 415MM होती है। पिछले साल औसत बरसात 485.30MM हुई थी, जो सामान्य से 17 फीसदी ज्यादा थी। इस बार मौसम विभाग ने राजस्थान के उत्तर-पूर्वी हिस्से के बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर और चूरू बेल्ट में बारिश सामान्य से कम होने, जबकि दक्षिण-पूर्वी हिस्से के कोटा, सवाई माधोपुर, भरतपुर, अलवर, झुंझुनूं, जयपुर, दौसा, धौलपुर, बारां, बूंदी, टोंक, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और उदयपुर में सामान्य से थोड़ी अधिक होने की संभावना है।