कोटा। अखिल भारतीय अग्रवाल महासभा के खाटूश्यामजी में आयोजित द्वितीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी अधिवेशन में अग्रोहा के समुचित विकास के लिए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. लोकमणि गुप्ता-बंसल के ‘अग्रोहा हिसार रेलमार्ग’ योजना के सुझाव को सर्वसम्मति से करतल ध्वनि के साथ स्वीकार कर इसे राष्ट्रीय कार्य लक्ष्य में सम्मिलित किया गया है
अग्रोहा हिसार रेलमार्ग के लिए निरंतर कार्य रत सेवा भावी टीम के साथी राष्ट्रीय संरक्षक वासुदेव अग्रवाल एवं प्रान्तिय कार्यकारिणी सदस्य जगदीश प्रसाद मित्तल कोटा जिला प्रभारी के सहयोग से डॉ. लोकमणि गुप्ता के संयोजन में ‘अग्रोहा एक्सप्रेस’ की प्रभावी प्रस्तुति की गई जिसमें राष्ट्रीय संस्थापक अध्यक्ष सतीश अग्रवाल ने इंजन एवं राष्ट्रीय संस्थापक महामंत्री हरिओम गर्ग ने गार्ड की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बीच में सम्पूर्ण अग्रवाल समाज के 18 गोत्रों के प्रतीक चिन्ह लगे हुए 18 कार्यकारिणी सदस्य महिला एवं चिकित्सा डिब्बे सहित इस जीवंत अग्रोहा एक्सप्रेस में सम्मिलित हुए।
प्रारम्भ में हिसार रेलवे स्टेशन पर ओडिशा प्रान्त जो कि वर्तमान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का गृह क्षेत्र है वहां के अध्यक्ष श्रवण कुमार ने पूरे विश्वास के साथ अग्रोहा एक्सप्रेस को पूजन उपरांत हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। छुक-छुक कर चलती पदाधिकारियों की इस रेल का अग्रोहा धाम पहुँचने पर महाराजा अग्रसेन प्रतीक राष्ट्रीय सलाहकार विजय ने स्वागत सत्कार कर अभिनन्दन किया।
अग्रोहा एक्सप्रेस के संचालन को उपस्थित अग्रबंधुओं ने तो सराहा ही साथ ही दूर-दूर बैठे अग्रबन्धुओ ने भी मोबाइल के माध्यम से सराहते हुए डा. लोकमणि गुप्ता-बंसल की परिकल्पना की भूरी भूरी प्रशंसा करी। अधिवेशन में 27 राज्यों एवं 6 केन्द्र शासित प्रदेशों के राष्ट्रीय व प्रान्तीय पदाधिकारियों ने भाग लिया था।
विविध सेवा कार्यों एवं वैचारिक दिशा निर्देशन को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देते हुए अखिल भारतीय अग्रवाल महासभा द्वारा गरिमामयी अधिवेशन के समापन सत्र में वासुदेव अग्रवाल, जगदीश प्रसाद मित्तल एवं डॉ. लोकमणि गुप्ता-बंसल को शील्ड एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर ‘अग्र रत्न’ सम्मान से अलंकृत किया गया।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की समीक्षा उपरांत राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश अग्रवाल ने महासभा के चहुंमुखी विकास एवं विस्तार को महत्व देते हुए विविध क्षेत्रों में नियुक्तियां देकर कार्य सोंपा। ज्ञातव्य है कि डॉ. लोकमणि गुप्ता के इस अग्रोहा हिसार रेलमार्ग से पूर्व कोविड अभिशापित एकल जीवित विधवा विधुर बच्चों को करें पुनर्विवाहित प्रकल्प भी कोटा टीम द्वारा ही संचालित है।