कोटा। राजस्थान मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेनटेटिव्जस यूनियन का दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय सिल्वर जुबली सम्मेलन शनिवार से आयोजित किया जाएगा, जिसमें यूनियन के करीब 400 दवा प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। सम्मेलन का शुभारंभ सुबह 10.30 बजे कोटा जंक्शन स्थित एक होटल में प्रदेश अध्यक्ष संजीव खण्डेलवाल झंडा रोहण के साथ करेंगे।
आयोजन संयोजक व प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश गालव ने पत्रकार वार्ता में बताया कि कार्यक्रम का उदघाटन भारतीय ट्रेड यूनियन केन्द्र के प्रदेश अध्यक्ष कॉमरेड रविन्द्र शुक्ला करेंगे । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता दवा प्रतिनिधियों के राष्ट्रीय संगठन फेडरेशन ऑफ़ मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेनटेटिव्जस एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के राष्ट्रीय महामंत्री शांतनु चटर्जी होंगे।
गालव ने बताया कि स्वागत समिति के अध्यक्ष एआईआरएफ के सहायक महामंत्री मुकेश गालव इस दौरान दवा प्रतिनिधियों के संघर्ष व उनके न साथ देश में बन रही परिस्थितियों पर भी अपने विचार व्यक्त करेंगे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मेडिकल काॅलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना, राष्ट्रीय काॅमरेड पार्था रक्षित, प्रसिद्ध दवा व्यवसायी लक्ष्मण नैनानी, डॉ. जेके अरोडा निदेशक रजत सिटी ग्रुप व जुल्फिकार पठान सी ई ओ रजत सिटी ग्रुप होंगे। उद्घाटन सत्र में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कोटा के अध्यक्ष डॉ. एस सान्याल व प्रसिद्ध मनोरोग चिकित्सक डॉ एमएल अग्रवाल भी संबोधित करेंगे।
राकेश गालव ने बताया कि 25वां सिल्वर जुबली सम्मेलन होने के कारण यह आयोजन ओर भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान दवा प्रतिनिधियों की समस्याओं व उनके समाधान पर मंथन होगा ! आरएमएसआरयू के प्रदेश महामंत्री जितेन्द्र सिंह नरूका विगत दो वर्षों के कार्य कालाप व गतिविधियों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। प्रदेश कोषाध्यक्ष दीपक खन्ना दो वर्षों का कोष का लेखा जोखा प्रस्तुत करेंगे। इन दोनो रिपोर्ट पर मंथन होगा।
13 अक्टूबर को समापन सत्र में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पार्था रक्षित यूनियन व दवा प्रतिनिधियों से जुडे महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त करेंगे । सम्मेलन में एसोसिएशन ऑफ फिजीशियनस ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. केके पारीक का सम्बोधन अंतिम सत्र में होगा। देश के विभिन्न ज्वलंत मुद्दे जैसे श्रम कानूनों को निष्प्रभावी करने के विरुध्द बेरोजगारी, सांप्रदायिकता, सन फार्मा कंपनी द्वारा गैर कानूनी रूप से सेल्स ग्राउंड पर स्थांतरित किये जाने के विरुध्द व दवा प्रतिनिधियों के शोषण रोकने हेतु व इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का बेवजह इस्तेमाल के खिलाफ प्रस्ताव भी पारित किये जायेंगे।
दवाओं को जीएसटी मुक्त किया जाए
सम्मेलन के माध्यम से कई मांगों पर भी विचार व्यक्त कर सरकार से मांग की जाएगी जिसमें मुख्य रूप से संगठन केन्द्र सरकार से मांग करेगा की एसपीई एक्ट 1976 का निष्प्रभावी करना बंद किया जाएए श्रम कानूनों का पूंजीपतियों के हित में बदलाव बंद किया जाएए औद्योगिक त्रिपक्षीय समिति की वार्ता के माध्यम से दवा व सेल्स प्रतिनिधियों की सेवा शर्त तय की जाए। समस्त दवाओं को जीएसटी मुक्त किया जाए।
न्यूनतम वेतन निर्धारित किया जाये
राज्य सरकार से संगठन मांग करेगा की अतिकुशल श्रमिकों के लिए राज्य में 18 हजार रूपए प्रतिमाह न्यूनतम वेतन निर्धारित किया जावे व राज्य सरकार द्वारा सेल्स प्रमोशन एम्पलाइज के लिए 8 घंटे का कार्य विधि द्वारा तय कर गजट नोटिफिकेशन जारी किया जाए।
नियोक्ताओं से मांग
नियोक्ताओं के सम्बंध में मांग की जाएगी की वह सेल्स ग्राउण्ड पर सेल्स प्रमोशन एम्पलाईज की प्रताडना को बंद रोके व इलेक्ट्रोनिक उपकरणों के माध्यम से सेल्स प्रोमोशन एम्पलाईज की निजता में हस्तक्षेप बंद करें।