नई दिल्ली। Gross Direct Tax Collection: देश का सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह चालू वित्त वर्ष में 10 जनवरी तक 24.58 प्रतिशत बढ़कर 14.71 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। रिफंड को समायोजित करने के बाद शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 12.31 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 19.55 प्रतिशत अधिक है।
यह चालू वित्त वर्ष के लिए शुद्ध संग्रह प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमान का 86.68 प्रतिशत है। बजट में चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह 14.20 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था।
सकल आधार पर कॉरपोरेट आयकर (सीआईटी) से संग्रह 19.72 प्रतिशत बढ़ा, जबकि व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) से संग्रह 30.46 प्रतिशत बढ़ा। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ”10 जनवरी, 2023 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है।”
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में कहा है कि 10 जनवरी 2023 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह से पता चलता है कि सकल संग्रह 14.71 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल की समान अवधि के सकल संग्रह से 24.58 प्रतिशत अधिक है।
रिफंड समायोजित करने के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 18.33 प्रतिशत और पीआईटी (प्रतिभूति लेनदेन कर सहित) में 20.97 प्रतिशत रही। एक अप्रैल 2022 से 10 जनवरी 2023 के बीच 2.40 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है जो पिछले साल की समान अवधि के दौरान जारी रिफंड की तुलना में 58.74 प्रतिशत अधिक है।