कोटा। व्हाइटओक कैपिटल म्यूचुअल फंड ने अपना पहला इक्विटी एनएफओ ‘व्हाइटओक कैपिटल फ्लेक्सी कैप फंड’ लॉन्च करने की घोषणा की। यह एक खुली अवधि की डायनैमिक इक्विटी स्कीम है जो लार्ज, मिड और स्मॉल-कैप शेयरों में निवेश करती है। इस स्कीम का एनएफओ 12 जुलाई को खुलकर 26 जुलाई को बंद हो रहा है।
इस फंड में न्यूनतम निवेश 500 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के गुणक में किया जा सकता है। एनएवी पर 1% का निकास भार (एग्जिट लो) केवल तभी लागू होता है जब यूनिट्स को आवंटन की तारीख से एक महीने के भीतर रिडीम कराया जाता है और इस अवधि के बाद यूनिट्स रिडीम करने पर ‘शून्य‘ यानी कोई भुगतान नहीं करना पड़ेगा।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य बाजार पूंजीकरण दायरे में निवेश करके निवेशकों के लिए दीर्घकालिक धन का सृजन करना है। इस फंड का उद्देश्य एक सक्रिय, अच्छी तरह से विविध पोर्टफोलियो बनाना है, जो प्रमुख उद्योगों, आर्थिक क्षेत्रों और बाजार पूंजीकरण सेगमेंट में कंपनियों के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अलावा, स्टाइल और सेक्टर एग्नॉस्टिक दृष्टिकोण (किसी विशेष सेक्टर में निवेश करने की बाध्यता से दूर) के साथ कोई बाजार पूंजीकरण पूर्वाग्रह विविधीकरण की ओर नहीं ले जाएगा जो निहित जोखिमों को कम करने में मदद करता है।
एम्फी (AMFI) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में जून 2022 में प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एएयूएम) की राशि लगभग 68,200 करोड़ रुपये थी, जो भारत में कुल एमएफ इंडस्ट्री के एयूएम का लगभग 1.84% है। बड़ी आबादी और बढ़ती वित्तीय जागरूकता बड़ी आबादी और बढ़ती वित्तीय जागरूकता के साथ, चंडीगढ़ कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है।
व्हाइटओक कैपिटल एएमसी ने पहले ही वितरकों को सूचीबद्ध कर लिया है और अगले 12-18 महीनों में देश भर के 80 शहरों में लगभग 100 शाखाएं खोलने की योजना है। भारत का म्यूचुअल फंड एयूएम देश के जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के मुकाबले मात्र 12% है, जो वैश्विक रूप से अन्य बड़े बाजारों के मुकाबले बेहद कम है और अगले कुछ सालों में इसके दहाई अंकों में बढ़ने की उम्मीद है और इसमें गैर महानगरीय शहरों के बड़े पैमाने पर योगदान करने की संभावना है।
व्हाइटओक कैपिटल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के सीबीओ प्रतीक पंत ने कहा, “व्हाइट ओक में, हम सचेत रूप से एक संतुलित पोर्टफोलियो बनाए रखना चाहते हैं जो हमारी टीम की स्टॉक चयन क्षमताओं को दर्शाता है, जिसमें बाजार का समय, सेक्टर, करेंसी या अन्य कारकों के प्रभाव समेत गैर स्टॉक विशिष्ट मैक्रो फैक्टर्स (वृहद कारक) शामिल नहीं है। हम उद्योग को मात देने वाले रिटर्न के साथ-साथ देश के खुदरा निवेशकों को सर्वश्रेष्ठ निवेश खुदरा उत्पाद मुहैया कराने की कोशिश करेंगे।”