कोटा। देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन-2021 के चौथे अटैम्प्ट के दूसरे दिन की परीक्षा शुक्रवार को दो पारियों में बीई-बीटेक के लिए कम्प्यूटर बेस्ड मोड पर दो पारियों में हुई। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि स्टूडेंट्स के फीडबैक व सीसैट पर प्राप्त रिस्पॉन्सेज के आधार पर पेपर का एनालिसिस किया गया है। विद्यार्थियों के अनुसार दूसरी पारी में सर्वर में समस्या की वजह से पेपर करीब 45 मिनट की देरी से प्रारंभ हुआ।
सुबह की पारी के पेपर का स्तर आसान से मध्यम रहा। तीनों विषयों को मिलाकर सेक्शन 1 में आठ से नौ सवाल जेईई मेन के एक्सक्लूसिव टॉपिक्स से पूछे गए। इसी प्रकार सेक्शन 2 में भी जेईई मेन्स के एक्सक्लूसिव टॉपिक्स से लगभग सात से आठ सवाल आए। विद्यार्थियों ने बताया कि सुबह की पारी में 12वीं कक्षा के सिलेबस के प्रश्नों का वेटेज ज्यादा रहा। मैथेमेटिक्स का पेपर सबसे लम्बा व केलकुलेटिव होने से विद्यार्थियों को उसमें ज्यादा समय खर्च हुआ।
फिजिक्स
पेपर का स्तर मध्यम रहा। कुछ थ्योरीटिकल प्रश्न थे जो एनसीईआरटी पार्ट से सीधे लिए गए थे। इसके अलावा रोटेशन, इलेक्ट्रिक फील्ड, करंट इलेक्ट्रिसिटी व मैग्नेटिक फील्ड से फॉर्मूले पर आधारित सवाल पूछे गए। इसके अलावा ट्रांजिस्टर पर भी एक सवाल पूछा गया। दूसरी पारी में पेपर मोडरेट रहा। ज्यादातर विद्यार्थियों ने एक घंटे से कम समय में भी पेपर हल कर लिया। जेईई मेन विशेष टॉपिक्स में से भी प्रश्न पूछे गए।
कैमिस्ट्री
कैमिस्ट्री का पेपर तीनों विषयों में सबसे आसान रहा। एनवायरमेंट कैमिस्ट्री, एक्टिनायड सीरीज, कैमिस्ट्री इन एवरीडे लाइफ जैसे जेईई मेन आधारित टॉपिक्स को कवर करते हुए ऑर्गेनिक कैमिस्ट्री में 2-3 स्टेप्स के रिएक्शन आधारित सवाल पूछे गए। इनऑर्गेनिक कैमिस्ट्री में जिप्सम, डेड प्लास्टर में वॉटर ऑफ क्रिस्टाइलाइजेशन व कॉर्डिनेशन कैमिस्ट्री से कुछ अच्छे सवाल पूछे गए। फिजीकल कैमिस्ट्री में सरफेस कैमिस्ट्री से टिन्डल इफेक्ट, सॉलिड स्टेट में फेरोमैग्नेटिक, एंटी फेरोमैग्नेटिक कम्पाउंड को मेचिंग लिस्ट में से पहचानने के लिए कहा गया। दूसरी पारी में पेपर आसान रहा। न्यूमेरिकल में अधिकतर प्रश्न फिजीकल के रहे। रीजन एसरशन का एक भी प्रश्न नहीं पूछा गया। ज्यादातर सवाल एनसीईआरटी आधारित थे। जो याद होने पर देखते ही हल किए जा सकते थे।
मैथ्स
मैथ्स का पेपर सबसे लेन्दी रहा। इसमें सबसे ज्यादा वेटेज हमेशा की तरह कैलकुलस पार्ट का ही रहा। जबकि कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री का वेटेज कम रहा। इसके अलावा वेक्टर थ्री डी से सवाल पूछे गए। स्टेटिटिक्स में वेरिएंस, लॉजिकल रीजनिंग व प्रोबेबिलिटी से भी एक-एक सवाल पूछा गया। दूसरी पारी में भी पेपर लम्बा व कैलकुलेटिव रहा। सभी चैप्टर्स का बराबर कवरेज रहा।