Friday, May 17, 2024
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सात माह में सोने का आयात 17 प्रतिशत घटकर 24 अरब डॉलर पर आया

नयी दिल्ली। देश का सोने का आयात चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह (अप्रैल-अक्टूबर) में 17.38 प्रतिशत घटकर 24 अरब डॉलर रह गया। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में सोने का आयात 29 अरब डॉलर रहा था।

आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में सोने का आयात पिछले साल के समान महीने की तुलना में 27.47 प्रतिशत घटकर 3.7 अरब डॉलर रह गया है। इसी तरह अक्टूबर में चांदी का आयात भी 34.80 प्रतिशत घटकर 58.5 करोड़ डॉलर रह गया। हालांकि, अप्रैल-अक्टूबर में चांदी का आयात बढ़कर 4.8 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1.52 अरब डॉलर था।

अप्रैल-अक्टूबर, 2022 में वस्तुओं पर व्यापार घाटा 173.46 अरब डॉलर रहा है, जो पिछले साल की समान अवधि में 94.16 अरब डॉलर था। भारत दुनिया का सोने का सबसे बड़ा आयातक है। सोने का आयात मुख्य रूप से घरेलू आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए किया जाता है। भारत सालाना 800 से 900 टन सोने का आयात करता है।अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात मामूली 1.81 प्रतिशत बढ़कर 24 अरब डॉलर रहा है।

चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत शत प्रतिशत कवरेज की कार्य योजना बनाएं

यपुर। मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अर्न्तगत 100 प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करने के लिए कार्ययोजना बनाई जाए। उन्होंने कहा कि योजना का लगातार प्रचार-प्रसार तथा कैम्प लगाए जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग योजना का लाभ उठा सकें।

शर्मा शनिवार को शासन सचिवालय में वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि 10 नवंबर से 18 नवंबर तक जिला प्रभारी सचिवों द्वारा अपने जिलों में निरीक्षण के दौरान राज्य सरकार द्वारा संचालित फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन में जो भी कमियां पाई गई हैं उसे कलेक्टर प्रभारी सचिव से समन्वय कर दूर करें। उन्होंने निर्देश दिए कि बजट घोषणाओं की अनुपालनाओं को अलग-अलग कैटेगरी में विभाजित कर उनका समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि आयुष्मान चिरंजीवी कार्ड ड्राइव बनाने के लिए ब्लॉकवार लक्ष्यों को आंवटन कर नियमित समीक्षा करें। शर्मा ने इंदिरा रसोई के तहत खाने की क्वालिटी तथा उसकी उपयोगिता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए जिससे गरीब आदमी योजना से ज्यादा लाभान्वित हो सकें।

शर्मा ने कहा कि इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारन्टी योजना के तहत मजूदर का कौशल विकास किया जाए जिससे उसे कुशल कामगार के तौर पर प्रयोग किया जा सके। उन्होंने योजना के तहत मजदूर के काम के घंटे तथा दी जाने वाले पारिश्रमिक के संबंध में भी अधिकारियों को दिशा निर्देश प्रदान किए। मुख्य सचिव ने कहा कि महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालय में शिक्षकों की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाना चाहिए।

बैठक में जिला प्रभारी सचिवों द्वारा जल जीवन गति मिशन की गति बढ़ाने, कालीबाई स्कूटी वितरण योजना में समयबद्ध स्कूटी वितरित करने, कृषि प्रसंस्करण योजना, ई समीक्षा सहित विभिन्न राज्य सरकार की फ्लेगशिप एवं अन्य योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर जिला प्रभारी सचिवों द्वारा जिलों में फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन में कमियों को प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बताया गया।

बैठक में प्रशासनिक सुधार के प्रमुख शासन सचिव आलोक गुप्ता तथा वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से विभिन्न अतिरिक्त मुख्य सचिव, जिला प्रभारी सचिव एवं सभी जिला कलेक्टर मौजूद थे।

सलमान खान ने जमकर लताड़ा निर्देशक साजिद खान को, जानिए क्यों

नई दिल्ली। Bigg Boss 16: टीवी शो ‘बिग बॉस 16’ के शनिवार के एपिसोड में सलमान खान ने साजिद खान की जमकर क्लास लगाई। दबंग खान ने शनिवार का वार में अपने दोस्त और फिल्म प्रोड्यूसर साजिद खान को उनके आपत्तिजनक बयानों के लिए जमकर लताड़ा। मालूम हो कि शो में साजिद खान ने अर्चना गौतम के लिए कुछ ऐसी बातें कही थीं, जिन पर न सिर्फ सलमान खान बल्कि शो के अन्य कई कंटेस्टेंट्स को भी आपत्ति थी।

सलमान खान के हालिया एपिसोड में खिलाड़ियों को साजिद और अर्चना दोनों को ही अपना पक्ष रखने का मौका दिया। यूं तो सलमान खान ने अर्चना को भी खूब सुनाई, लेकिन सलमान का साजिद को लताड़ना ज्यादा सुर्खियां ले गया। साजिद खान ने अर्चना से कहा था, ‘मैं तुम्हें बिग बॉस से निकलवा सकता हूं, मैं बड़ा डायरेक्टर हूं।’

साजिद खान के इस बयान पर उन्हें घेरते हुए सलमान खान ने कहा, ‘आप बहुत बड़े डायरेक्टर होंगे लेकिन आप बिग बॉस को नहीं चलाते, और कोई भी अर्चना को निकाल नहीं सकता है, मैं भी नहीं। सिर्फ ऑडियंस को इस बात का अधिकार है कि वो अर्चना को शो में रखना चाहते हैं या नहीं। साजिद को हमेशा लगता है कि वो सही है… लेकिन इस बार नहीं।’

सलमान खान ने कहा, ‘साजिद खान के दोस्तों को उन्हें बताते रहना चाहिए कि वह कब गलत हैं।’ सलमान खान ने साजिद खान ने कहा कि वह अर्चना से माफी मांगें और चीजें को सॉर्ट आउट कर लें। दोनों ने शो के इस खास एपिसोड में एक दूसरे से गले मिलकर माफी मांगी। हालांकि जैसा अर्चना का रवैया रहा है, उससे लगता नहीं है कि आगे बहुत वक्त तक दोनों के बीच की ये दोस्ती बनी रह पाएगी।

OnePlus 11 स्मार्टफोन वायरलेस चार्जिंग के साथ दो कलर ऑप्शन में होगा लॉन्च

नई दिल्ली। स्मार्टफोन निर्माता कंपनी OnePlus 11 के लॉन्च की जल्द घोषणा करने वाली है। हाल ही में इसके कलर ऑप्शन के बारे में पता चला है। टीपस्टर मैक्स जेंबर ने कहा है कि OnePlus 11 दो कलर ऑफ्शन, ग्लॉसी ग्रीन और मैट ब्लैक कलर में सामने आ सकता है। Snapdragon 8 Gen 2 SoC प्रोसेसर से लैस OnePlus 11, 12GB रैम और 256GB इंटरनल स्टोरेज के साथ आ सकता है।

स्पेसिफिकेशन: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कई लीक ने इसके संभावित डिजाइन और स्पेसिफिकेशन के बारे में अनुमान लगाया है। इसमें अनुमान लगाया गया है कि oneplus 10 pro एंड्रॉयड 13 पर बेस्ड होगा जिसमें 6.7 इंच का 2K LTPO डिसप्ले होगा और यह 120 HZ के रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करेगा। वहीं इस फोन के दो वेरिएंट में लॉन्च होने की संभावना है।

दो वेरिएंट: अपकमिंग स्मार्टफोन दो वेरिएंट, 8GB रैम 128GB इंटरनल स्टोरेज और 12GB रैम 256GB इंटरनल स्टोरेज के साथ आ सकता है।

ट्रिपल रियर कैमरा : oneplus 10 pro स्मार्टफोन ट्रिपल रियर कैमरा से लैस हो सकता है। अपकमिंग स्मार्टफोन में 50MP का प्राइमरी लेंस, 48MP का अल्ट्रावाइड एंगल सेंसर और सेल्फी के लिए 32MP का कैमरा हो सकता है।

बैटरी सपोर्ट: अपकमिंग स्मार्टफोन में 5000mAH का बैटरी सपोर्ट हो सकता है जो आपके फोन को लंबे समय तक बिना चार्ज किए हुए चलने में मदद करेगा।

वायरलेस चार्जिंग : oneplus 10 pro, 100W के वायर्ड और 50W का वायरलेस चार्जिंग को सपोर्ट कर सकता है।

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, दाम घटकर 83.63 डॉलर प्रति बैरल पर

ई दिल्ली। कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Prices) में उठा-पटक जारी है। पिछले कुछ वक्त में अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Price) में लगातार गिरावट आ रही है। रविवार को को भी कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखी गई है।

इस दौरान ब्रेंट क्रूड ऑयल के प्राइस में 2 फीसदी की गिरावट के बाद यह 83.63 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। वहीं डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल (WTI Crude Oil Price) की बात करें तो इसके प्राइस में 2.13 फीसदी की कमी के बाद यह 76.28 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है।

ओपेक देशों की तरफ से क‍िए न‍िर्णय का असर यह हुआ क‍ि र‍िकॉर्ड लेवल तक ग‍िरने वाला क्रूड बढ़कर एक समय 100 डॉलर के करीब पहुंच गया था। हालांकि घरेलू बाजार में प‍िछले छह महीने से पेट्रोल-डीजल का रेट (Petrol-Diesel Price) एक ही स्‍तर पर बना हुआ है।

आज यानी रविवार को भी देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों (Petrol-Diesel Prices) में की बदलाव नहीं हुआ है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर रखी हैं।

कोटा में सेवाभावी लोगों के कारण लोगों की पहुंच में हुई एसडीपी

नितिन मेहता ने 14वीं बार की एसडीपी डोनेट

कोटा। Single Donor Platelet News: शहर में लगातार सेवाभावी, समर्पित व जुनूनी लोगों द्वारा एसडीपी की जा रही है। एसडीपी की एक बडी प्रक्रिया हैं, जिससे एसडीपी डोनर को गुजरना पड़ता है, लेकिन जो एक बार गुजर जाता है, वह नियमित एसडीपी करता है। इन सेवाभावी लोगों के कारण ही जरूरतमंद की पहुंच तक एसडीपी पहुंच सकी है।

शहर में लगातार सेवाभावी, समर्पित व जुनूनी लोगों द्वारा एसडीपी की जा रही है। एसडीपी की एक बडी प्रक्रिया हैं, जिससे एसडीपी डोनर को गुजरना पड़ता है, लेकिन जो एक बार गुजर जाता है, वह नियमित एसडीपी करता है। इन सेवाभावी लोगों के कारण ही जरूरतमंद की पहुंच तक एसडीपी पहुंच सकी है।

टीम जीवनदाता का इसमें महत्वपूर्ण योगदान है। बीती रात भी केशवराय पाटन निवासी दीपक को एसडीपी की आवश्यकता होने पर सभी ने टीम जीवनदाता के पास जाने के लिए कहा, ऐसे में दीपक को समय रहते एसडीपी चढाई जा सकी।

टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के रीजन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि पाटन निवासी मरीज दीपक को एसडीपी की आवश्यकता थी। उसकी प्लेटलेट काउंट 16 हजार रह गए थे। ऐसे में एक मैसेज वायरल करते ही सीधे ही नयापुरा निवासी टीम जीवनदाता के नितिन मेहता तलवंडी स्थित अपना ब्लड सेंटर पहुंचे और एसडीपी डोनेट की।

नितिन मेहता लम्बे समय से एसडीपी डोनेट करने के लिए इंतजार कर रहे थे। वे पूर्व में 38 बार रक्तदान भी कर चुके हैं। अब 14वीं बार एसडीपी डोनेट की है। उनका कहना था कि जब भी वह ब्लड बैंक पहुंचते तो दूसरा व्यक्ति एसडीपी करता दिखाई देता था। ऐसे में उनकी मंशा अधूरी रह जाती थी।

दीपक के लिए उन्होंने सबसे पहले ओ पॉजीटिव एसडीपी डोनेट की है। इस अवसर पर टीम के हरिराम गुर्जर ने पूर्व में पहुंचकर व्यवस्था संभाली। मेहता ने इस दौरान कहा कि जीवन में काम तो होते रहते हैं, लेकिन किसी की मदद करने के बाद जो आनंद आता है, वह जीवन में नई उर्जा का संचार करता है।

गर्भवती महिलाओं के लिए सुपोषित मां अभियान एक वरदान है: डॉ. मीनू बिरला

कोटा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी में चलाए जा रहे सुपोषित मां अभियान के तहत शनिवार को चिन्हित गर्भवती महिलाओं को कोटा के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण किट भेंट किए गए।

आरकेपुरम स्थित पंडित रामचरण धर्मशाला तथा केशवपुरा क्षेत्र में आयोजित दो अलग-अलग कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी और उपभोक्ता भण्डार के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ और पोषित रखने की इस पहल का लाभ अधिकतम पात्र महिलाओं तक पहुंचे, इसके लिए कार्यकर्ता सक्रियता से प्रयास करें।

सभा नम्बर-108 की अध्यक्ष तथा वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मीनू बिरला ने कहा कि पोषण की अल्पता से जूझ रही गर्भवती महिलाओं के लिए सुपोषित मां अभियान एक वरदान है। अभियान के माध्यम से महिलाओं तक पोषण तो पहुंच ही रहा है, लेकिन साथ-साथ उन्हें देखभाल की भी आवश्यकता है। इस नाजुक समय में परिवार का संबल महिलाओं के लिए काफी मददगार सिद्ध होता है।

इस दौरान आरकेपुरम मण्डल अध्यक्ष दिलीप शर्मा, पूर्व पार्षद व मण्डल महामंत्री महेश गौतम सोनू, पार्षद बालचंद शर्मा, रेखा गौस्वामी, भाजपा जिला मंत्री अंजू सेन, मण्डल उपाध्यक्ष विष्णु शर्मा, वार्ड-28 शक्ति केन्द्र प्रभारी देवेन्द्र शर्मा, वार्ड-30 संयोजक मनोज शर्मा, वार्ड-28 बूथ अध्यक्ष प्रकाश जैन, आरकेपुरम-बी मन्दिर समिति अध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा, मन्दिर समिति कोषाध्यक्ष राधेश्याम गौतम, सदस्य रामकल्याण गौड, भाजपा महिला मोर्चा की सदस्य कोमल महावर, वरिष्ठ नेता हरकचंद जैन, वार्ड-51 संयोजक राजू कुशवाहा, बूथ अध्यक्ष राजीव पाटनी मण्डल पधाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

मंडाना में 49 महिलाओं को दी किट
सुपोषित मां अभियान के तहत भाजपा महिला मोर्चा देहात जिलाध्यक्ष आशा त्रिवेदी के नेतृत्व में मंडाना क्षेत्र में भी शनिवार को गर्भवती महिलाओं को पोषण किट भेंट की गई। कामेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में मंडाना मंडल अध्यक्ष सुनीता मीणा, पूर्व सरपंच रमाकांत गौतम, मांगलिया सरपंच भरत सिंह की उपस्थिति में आशा त्रिवेदी ने यह किट पात्र महिलाओं को सौंपी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वस्थ मां ही स्वस्थ शिशु को जन्म दे सकती है। पोषण की अल्पता से जूझ रही महिलाओं के लिए स्पीकर ओम बिरला की इस संवेदनशील पहल से कोटा-बूंदी की 3000 महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं।

रामगंज मंडी में 4.40 करोड़ की लागत से बनेगा इंडोर स्पोर्ट्स हाॅल

मिलेंगी अन्तरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं, कार्यादेश जारी

कोटा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से रामगंजमंडी में जल्द अन्तरराष्ट्रीय स्तर के इंडोर स्पोर्ट्स हाॅल का निर्माण होगा। करीब 4.40 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस मल्टीपरपज स्पोर्ट्स हाॅल में एक दर्जन से अधिक खेल खेलने की सुविधा मिलेगी।

लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला का प्रयास है कि ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए उनके घर के निकट स्तरीय खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं। इसके लिए उन्होंने केंद्रीय खेल एवं युवा मंत्रालय से संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी में इंडोर मल्टीपरपज स्पोर्ट्स हाॅल बनाने के लिए कहा था। बिरला के निर्देशों के बाद रामगंजमंडी और लाखेरी को हाॅल बनाने के लिए चिन्हित किया गया था।

इसके लिए वित्तीय स्वीकृति जारी करने के बाद रूडसिको को नोडल एजेंसाी बनाया था। रूडसिको ने अब टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद कार्यादेश जारी कर दिए हैं। इसके बाद जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ होने की संभावना है।

भूतल पर खेले जा सकेंगे 7 प्रकार के खेल
इंडोर हाॅल का निर्माण स्पोर्ट्स अथाॅरिटी ऑफ़ इंडिया (साई) के मानकों के अनुरूप होगा। हाॅल के ग्राउण्ड फ्लोर पर 40 गुणा 20 मीटर का हाॅल होगा। इस हाॅल में बेडमिंटन के चार तथा बाॅस्केटबाॅल, वाॅलीबाॅल तथा नेटबाॅल के एक-एक कोर्ट में बांटा जाएगा। इसके अलावा हैंडबाॅल के मिनी कोर्ट तथा जिमनास्टिक्स के लिए स्थान का प्रावधान किया जाएगा।

योग और टीटी की सुविधा
हाॅल के पहली मंजिल पर भी 13 गुणा 21 मीटर का एक और मल्टीपरपरज हाॅल बनाया जाएगा। इस हाॅल में टीटी, जूडो, योग, ध्यान, बाॅक्सिंग, कुश्ती तथा वेटलिफ्टिंग के लिए प्रावधान किया जा सकेगा।

फिटनेस सेंटर, फर्स्ट एड भी मिलेगा
हाॅल में ही फिटनेंस सेंटर भी बनाया जाएगा जहां व्यायाम के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरण होंगे। खेलने या व्यायाम करते समय चोटिल होने पर फर्स्ट एड की सुविधा भी रहेगी। हाॅल में ही महिलाओं व पुरूषों के लिए अलग-अलग चेंजिंग रूम्स भी बनाए जाएंगे।

राहुल की यात्रा के दौरान मुश्किलों भरा रहेगा कोटा-झालावाड़ राजमार्ग पर सफर

-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के अगले महीने के पहले सप्ताह में झालावाड़ जिले के रास्ते राजस्थान में प्रवेश के बाद कम से कम पांच दिन तक संभाग से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर यात्रा करने के इच्छुक लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

राहुल गांधी के राजस्थान में प्रवेश के बाद दिसम्बर के पहले सप्ताह में कोटा से झालावाड़ होते हुए मध्य प्रदेश की सीमा तक इस राजमार्ग पर सुरक्षा व्यवस्थाओं के मद्देनजर सामान्य यातायात बंद किए जाने की संभावना है। इस अवधि में इस मार्ग पर चलने वाले वाहनों को वैकल्पिक रास्तों से निकाला जाएगा। यह वैकल्पिक रास्ते कौन से होंगे, यह अभी तय नहीं हुआ है।

हालांकि अभी यह भी पक्के तौर पर तय नहीं है कि किस निश्चित तिथि को राहुल गांधी राजस्थान में प्रवेश करेंगे। क्योंकि वर्तमान में राहुल गांधी मध्य प्रदेश के प्रवास पर हैं। इसी बीच उनका एक दिन का गुजरात का चुनावी दौरा बन जाने के कारण उनके राजस्थान के प्रवेश के कार्यक्रम में थोड़ा सा बदलाव हो सकता है।

गुजरात के चुनावी दौरे पर: गुजरात में 1 और 5 दिसम्बर तक विधानसभा की 182 सीटों के लिए मतदान होना है। इसके पहले वर्तमान में मध्यप्रदेश का प्रवास कर रहे राहुल गांधी गुजरात के चुनावी दौरे पर जा सकते हैं। कोटा शहर कांग्रेस अध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने भी इस बात की आज पुष्टि की है कि मध्य प्रदेश के प्रवास के दौरान राहुल गांधी एक दिन के लिए गुजरात के चुनावी दौरे पर जा रहे हैं। इसलिए उनके राजस्थान में आने के कार्यक्रम में थोड़ा हेरफ़ेर हो सकता है।

अभी तक वैसे यह संभावना जताई जा रही है कि राहुल गांधी 4 दिसंबर को मध्य प्रदेश से राजस्थान में चंवली के रास्ते से प्रवेश करेंगे। उस दिन उनका वही रात्रि विश्राम का कार्यक्रम है। इसके बाद वे अगले दिन 5 दिसंबर शाम को झालावाड़ जिले के बोरदा पहुंचेंगे और रात्रि विश्राम खेल संकुल में करेंगे।

जगपुरा में ठहराव: कोटा जिले में राहुल गांधी संभवत: 6 दिसंबर को प्रवेश करेंगे। दरा के पास उनका रात्रि विश्राम का कार्यक्रम है। उसके अगले दिन 7 दिसंबर को राहुल गांधी कोटा के नजदीक झालावाड़ रोड पर जगपुरा पहुंचेंगे, जहां पहले से ही उनके और उनके काफिले के ठहराव की पूरी तैयारी कर ली गई है। अगले दिन 8 दिसंबर को राहुल गांधी कोटा शहर में होते हुए बूंदी जिले के गुडली फ़ाटक पहुंचेंगे और उनका वही रात्रि विश्राम का कार्यक्रम है। इसके बाद वह केशवरायपाटन, कापरेन होते हुए सवाई माधोपुर जिले में प्रवेश कर जाएंगे। आगे उनका दौसा, अलवर होते हुए हरियाणा में जाने का कार्यक्रम है।

यात्रा की तैयारियों का जायजा: कोटा संभाग में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा शुक्रवार को ही बूंदी पहुंच गए थे। उन्होंने शनिवार को नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल, राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता, शहर कांग्रेस अध्यक्ष रविंद्र त्यागी सहित कांग्रेस के अन्य पदाधिकारियों और पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कोटा से दरा तक के उन सभी स्थलों का बारीकी से अवलोकन किया। जहां प्रवास के दौरान राहुल गांधी रुकेंगे और जनता से रूबरू होने के अलावा जगह-जगह छोटी सभाओं में उनके संबोधित करने की संभावना जताई जा रही है। कोटा संभाग के झालावाड़, कोटा और बूंदी में राहुल गांधी का कम से कम पांच रात्रि विश्राम का कार्यक्रम है

60 कंटेनरों का विशाल काफिला: राहुल गांधी के साथ बड़ी संख्या में पैदल यात्रियों सहित लगभग 60 कंटेनरों का विशाल काफिला के होने के कारण राजमार्ग से अलग वैकल्पिक मार्गो से होकर सामान्य यातायात को गुजारने की यह व्यवस्थाएं की जा रही है। हालांकि यह माना जा रहा है कि इस वैकल्पिक प्रबंध से न केवल सामान्य यातायात के आवागमन में प्रतिकूल असर पड़ेगा बल्कि, लोगों को काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ सकता है।

तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था: राहुल गांधी की तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन को यह प्रबंध करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। राहुल गांधी का कोटा संभाग में प्रवेश के बाद किसी बड़ी सभा को संबोधित करने का कोई कार्यक्रम नहीं है। वे केवल समूहों में लोगों से मिलेंगे और रास्ते में उनके निर्देशानुसार लोगों को उनसे बातचीत करने के लिए बुलाया जाएगा।

हेल्थ फीचर: जो दवाएं रोग से हमें बचाती हैं क्या हम उन्हें बचा पायेंगे?

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शोभा शुक्ला
कोविड-19 महामारी के दौरान यह हम सबको स्पष्ट हो गया है कि ऐसा रोग, जिसका इलाज संभव न हो, उसका स्वास्थ्य, अर्थ-व्यवस्था और विकास पर कितना वीभत्स प्रभाव पड़ सकता है। दवाएं हमें रोग या पीड़ा से बचाती हैं और अक्सर जीवनरक्षक होती हैं।

परंतु उनके अनावश्यक और अनुचित दुरुपयोग से, रोग उत्पन्न करने वाला कीटाणु, प्रतिरोधकता विकसित कर लेता है और दवाओं को बेअसर कर देता है। दवा प्रतिरोधकता की स्थिति उत्पन्न होने पर रोग का इलाज अधिक जटिल या असंभव तक हो सकता है। साधारण से रोग जिनका पक्का इलाज मुमकिन है वह तक लाइलाज हो सकते हैं।

दवाओं का अनुचित और अनावश्यक दुरुपयोग सिर्फ़ मानव स्वास्थ्य में ही नहीं हो रहा है, बल्कि पशु स्वास्थ्य और पशु पालन, कृषि और खाद्य वर्ग, और पर्यावरण में भी ज़ोरों से हो रहा है। पशु और मानव के मध्य अनेक ऐसे रोग हैं, जो एक दूसरे से होते रहते हैं (जिन्हें ‘जूनोटिक’ रोग कहते हैं)।

यदि रोग उत्पन्न करने वाले कीटाणु दवाओं के प्रति प्रतिरोधकता उत्पन्न कर लेते हैं तो यह पशु या मानव दोनों के लिए ख़तरे की घंटी है। क्योंकि जो भी ऐसे दवा-प्रतिरोधक कीटाणु से रोग ग्रस्त होगा उसका इलाज मुश्किल होगा या शायद इलाज हो ही न सके।

इसीलिए यह अत्यंत आवश्यक है कि न सिर्फ़ मानव स्वास्थ्य में बल्कि सभी वर्गों में दवाओं के अनुचित, अनावश्यक या दुरुपयोग पर पूर्ण रोक लगे जिससे कि दवा प्रतिरोधकता पर अंकुश लग सके।

मुख्यत: मानव स्वास्थ्य के साथ-साथ, पशु स्वास्थ्य और पशु पालन, कृषि, खाद्य और पर्यावरण से जुड़े वर्गों को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी स्तर पर और किसी भी रूप में, दवाओं का अनुचित, अनावश्यक या दुरुपयोग नहीं हो रहा है। इस व्यापक अन्तर-वर्गीय प्रयास को ‘वन हेल्थ’ भी कहते हैं।

दवा प्रतिरोधकता मृत्यु का बड़ा कारण
विश्व स्वास्थ्य संगठन के दवा-प्रतिरोधकता विभाग के निदेशक डॉ हेलिसस गेटाहुन ने कहा कि दवा प्रतिरोधकता के कारण दुनिया में सबसे अधिक मृत्यु हर साल हो रही हैं। 60 लाख से अधिक लोग एक साल में इससे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मृत होते हैं।

विकास लक्ष्यों पर असर
असामयिक मृत्यु के साथ-साथ अर्थ-व्यवस्था और सभी 17 सतत विकास लक्ष्यों पर दवा प्रतिरोधकता का कुप्रभाव पड़ता है। विश्व बैंक की 2017 रिपोर्ट के अनुसार, यदि दवा प्रतिरोधकता पर अंकुश नहीं लगाया गया तो 2050 तक इससे हर साल रुपये 1200 खरब तक का आर्थिक नुक़सान होगा। विश्व बैंक का आँकलन है कि 2030 तक दवा प्रतिरोधकता के करण लगभग 3 करोड़ अधिक लोग ग़रीबी में धसेंगे।

दवा प्रतिरोधकता क्या है
बेक्टीरिया, वाइरस, फ़ंगस, या पैरासाइट – में जब आनुवंशिक परिवर्तन हो जाता है तब वह सामान्य दवाओं को बे-असर कर देता है। एंटीबाइओटिक हो या एंटी-फ़ंगल, एंटी-वायरल हो या एंटी-पैरासाइट, वे बे-असर हो जाती हैं और रोग के उपचार के लिए या तो नयी दवा चाहिए, और यदि नई दवा नहीं है तो रोग लाइलाज तक हो सकता है। इसीलिए दवा प्रतिरोधकता के कारणवश न केवल संक्रामक रोग का फैलाव ज़्यादा हो रहा है बल्कि रोगी अत्यंत तीव्र रोग झेलता है और मृत्यु का ख़तरा भी अत्याधिक बढ़ जाता है।

सबसे भीषण कुप्रभाव
विश्व स्वास्थ्य संगठन के थॉमस जोसेफ ने बताया कि कोविड-19 वैक्सीन की भांति दवा प्रतिरोधकता भी समान ढंग से सबको प्रभावित नहीं करती बल्कि इसका सबसे भीषण कुप्रभाव अफ़्रीका और दक्षिण एशिया के देशों को झेलना पड़ रहा है। थॉमस जोसेफ ने बहुत सटीक उदाहरण दिया यदि किसी समुदाय में बच्चों या लोगों को दस्त की समस्या जड़ पकड़ रही है तो स्वास्थ्य व्यवस्था के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित करना होगा कि स्वच्छता, पीने और घरेलू उपयोग के लिए साफ़ पानी, और अन्य संक्रमण नियंत्रण व्यवस्था भी समुदाय और घरों में दुरुस्त रहे।