कोटा में सेवाभावी लोगों के कारण लोगों की पहुंच में हुई एसडीपी

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नितिन मेहता ने 14वीं बार की एसडीपी डोनेट

कोटा। Single Donor Platelet News: शहर में लगातार सेवाभावी, समर्पित व जुनूनी लोगों द्वारा एसडीपी की जा रही है। एसडीपी की एक बडी प्रक्रिया हैं, जिससे एसडीपी डोनर को गुजरना पड़ता है, लेकिन जो एक बार गुजर जाता है, वह नियमित एसडीपी करता है। इन सेवाभावी लोगों के कारण ही जरूरतमंद की पहुंच तक एसडीपी पहुंच सकी है।

शहर में लगातार सेवाभावी, समर्पित व जुनूनी लोगों द्वारा एसडीपी की जा रही है। एसडीपी की एक बडी प्रक्रिया हैं, जिससे एसडीपी डोनर को गुजरना पड़ता है, लेकिन जो एक बार गुजर जाता है, वह नियमित एसडीपी करता है। इन सेवाभावी लोगों के कारण ही जरूरतमंद की पहुंच तक एसडीपी पहुंच सकी है।

टीम जीवनदाता का इसमें महत्वपूर्ण योगदान है। बीती रात भी केशवराय पाटन निवासी दीपक को एसडीपी की आवश्यकता होने पर सभी ने टीम जीवनदाता के पास जाने के लिए कहा, ऐसे में दीपक को समय रहते एसडीपी चढाई जा सकी।

टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के रीजन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि पाटन निवासी मरीज दीपक को एसडीपी की आवश्यकता थी। उसकी प्लेटलेट काउंट 16 हजार रह गए थे। ऐसे में एक मैसेज वायरल करते ही सीधे ही नयापुरा निवासी टीम जीवनदाता के नितिन मेहता तलवंडी स्थित अपना ब्लड सेंटर पहुंचे और एसडीपी डोनेट की।

नितिन मेहता लम्बे समय से एसडीपी डोनेट करने के लिए इंतजार कर रहे थे। वे पूर्व में 38 बार रक्तदान भी कर चुके हैं। अब 14वीं बार एसडीपी डोनेट की है। उनका कहना था कि जब भी वह ब्लड बैंक पहुंचते तो दूसरा व्यक्ति एसडीपी करता दिखाई देता था। ऐसे में उनकी मंशा अधूरी रह जाती थी।

दीपक के लिए उन्होंने सबसे पहले ओ पॉजीटिव एसडीपी डोनेट की है। इस अवसर पर टीम के हरिराम गुर्जर ने पूर्व में पहुंचकर व्यवस्था संभाली। मेहता ने इस दौरान कहा कि जीवन में काम तो होते रहते हैं, लेकिन किसी की मदद करने के बाद जो आनंद आता है, वह जीवन में नई उर्जा का संचार करता है।