Monday, October 7, 2024
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त्यौहारी मांग से सोने की कीमत में तेजी जारी

नई दिल्ली/ कोटा।  दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने की कीमतों में तेजी दर्ज की गई है। सकारात्मक वैश्विक संकेत और स्थानीय ज्वैलर्स की ओर से बढ़ी खरीदारी के चलते सोना आज 145 रुपये बढ़कर 30765 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है।

वहीं चांदी भी इंडस्ट्रीयल यूनिट्स और सिक्का निर्माताओं की ओर से तेज उठान के चलते 290 रुपये बढ़कर 40,990 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई है।

बुलियन ट्रेडर्स का कहना है कि मजबूत वैश्विक संकेत के कारण सोना एक हफ्ते से भी अधिक समय के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वहीं भू-राजनीतिक अनिश्चितता के चलते महंगी धातुएं निवेश के लिहाज से सेफ हैवेन के रूप में उभरी हैं, जिसके कारण सोने और चांदी की कीमतों में इजाफा हुआ है।

साथ ही घरेलू हाजिर बाजार में त्यौहारी सीजन की मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय जौहरियों की ओर से लगातार खरीदारी ने भी कीमतों में इजाफा किया है।  वैश्विक रूप से सिंगापुर में सोना 0.26 फीसद के उछाल के साथ 1,287 डॉलर प्रति औंस और चांदी 0.50 फीसद के उछाल के साथ 17.04 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर आ गई है।

वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 99.9 फीसद और 99.5 फीसद शुद्धता वाले सोने की कीमतें 145 रुपए के उछाल के साथ क्रमश: 30,765 रुपए और 30,615 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है। गिन्नी की कीमतें हालांकि 24700 रुपये आठ ग्राम के स्तर पर बरकरार रही है। 
कोटा सराफा
चांदी 40500 रुपए प्रति किलोग्राम। 
सोना केटबरी 30600 रुपए प्रति 10 ग्राम 35700 रुपए प्रति तोला। 
सोना शुद्ध 30750रुपए प्रति 10 ग्राम  35870 रुपए प्रति तोला। 

 

सेंसेक्स दो सप्ताह के उच्च स्तर 31,924.41 अंक पर बंद

मुंबई। बंबई शेयर बाजार का मानक सूचकांक 78 अंक की बढ़त के साथ दो सप्ताह के उच्च स्तर 31,924.41 अंक पर बंद हुआ। यह लगातार तीसरा दिन है तब जब बाजार में तेजी आयी। औषधि, तेल एवं गैस और बैंक शेयरों में तेजी रही।

कारोबारियों के अनुसार वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख के बीच दूसरी तिमाही कंपनियों के वित्तीय नतीजे से पहले घरेलू विाीय संस्थानों की लिवाली तथा खुदरा निवेशकों का निवेश बढ़ने से बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी रही।

तीस शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ 31,910.82 अंक पर खुला और अंत में 77.52 अंक या 0.24 प्रतिशत लाभ के साथ 31,924.41 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 31,994.77 से 31,896.90 अंक के दायरे में रहा। 21 सितंबर के बाद यह सेंसेक्स का उच्च स्तर है। उस समय यह 32,370.04 अंक पर बंद हुआ था।

नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 28.20 अंक या 0.28 प्रतिशत की मजबूती के साथ 10,016.95 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,034 से 10,002.30 अंक के दायरे में रहा।

21 सितंबर के बाद पहली बार निफ्टी 10,000 अंक के पर पहुंचा है।आईटी, बिजली, स्वास्थ्य, पूंजीगत सामान, तेल एवं गैस, बैंक तथा वाहन क्षेत्रों की अगुवाई में यह तेजी आयी।

ईपीएफ दफ्तर में डिजिटल हस्ताक्षर के स्थान पर अब चलेंगे ई-सिग्नेचर

नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में अब डिजिटल हस्ताक्षर के स्थान पर ई-सिग्नेचर चलेंगे। यह प्रक्रिया शुरू करने के लिए ईपीएफओ कमिश्नर संजय केसरी ने मध्य प्रदेश के चार हजार से अधिक नियोक्ताओं को गाइडलाइन भेज दी है। इन सभी नियोक्ताओं से करीब ढाई लाख कर्मचारी संबद्ध हैं।

केसरी ने बताया कि जैसे आयकर विभाग में रिटर्न दाखिल करने के लिए ई-सिग्नेचर काम करता है। उसी तर्ज पर यह व्यवस्था शुरू की जा रही है। ईपीएफओ कमिश्नर संजय केसरी ने बताया कि जिस प्रकार आयकर विभाग में रिटर्न दाखिल करने के लिए ई-सिग्नेचर काम करता है। उसी तर्ज पर यह व्यवस्था शुरू की जा रही है।

डिजिटल सिग्नेचर में ‘जावा इंस्टॉलेशन, वर्जन कंट्रोल एवं ब्राउजर सेटिंग” जैसी तकनीकी औपचारिकताओं के चलते बड़ी दिक्कतें आ रही थीं। इसके लिए करीब 800 रुपए का डोंगल भी खरीदना पड़ता था, लेकिन अब ई-सिग्नेचर व्यवस्था में इसे ‘आधार” के साथ जोड़ दिया जाएगा।

नियोक्ता को एक बार रजिस्ट्रेशन के लिए ईपीएफओ दफ्तर आना होगा, यदि रजिस्ट्रेशन है तो जैसे ही ई-सिग्नेचर की प्रक्रिया शुरू करेंगे। तुरंत मोबाइल नंबर पर (वन टाइम पासवर्ड) ओटीपी आ जाएगा। सत्यापन के बाद प्रक्रिया आगे बढ़ जाएगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विभाग द्वारा सभी नियोक्ताओं को गाइडलाइन भेज दी गई है।

ईपीएफओ दिल्ली से भेजी गई अधिसूचना भी सभी को भेज रहे हैं। ईपीएफओ कमिश्नर ने बताया कि उनके यहां पंजीबद्ध करीब चार हजार से अधिक नियोक्ताओं को नई व्यवस्था से सुविधा हो जाएगी।

गुजरात के बाद महाराष्ट्र ने भी घटाए पेट्रोल-डीजल के दाम

नई दिल्ली। गुजरात के बाद महाराष्ट्र ने भी पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती कर दी है। महाराष्ट्र में पेट्रोल 2 रुपये और डीजल 1 रुपये सस्ता किया गया है।

डीजल-पेट्रोल की नई दरें मंगलवार मध्यरात्रि से लागू होंगी। बता दें कि इससे पहले गुजरात ने भी फ्यूल पर लगने वाले वैट में 4 प्रतिशत की कटौती की थी, जिसके बाद वहां पेट्रोल की कीमतों में 2.93 रुपये और डीजल की कीमत में 2.72 रुपये की कमी आई।

गौरतलब है कि बुधवार को केंद्र सरकार ने पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी 2 रुपये कम कर ली थी। केंद्र ने राज्य सरकारों से भी अपील की थी कि वे वैट में कमी करें ताकि जनता को इसका फायदा हो।

इसके बाद महाराष्ट्र ने भी वैट कम करने को लेकर विचार करने को कहा था। महाराष्ट्र के वित्त मंत्री सुधीर मुंगनतीवार ने कहा था कि सरकार इस बारे में मंगलवार को ऐलान कर सकती है।

फिर से टाटा ग्रुप के हाथ आएगी एयर इंडिया की कमान?

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नई दिल्ली। आज से 85 साल पहले एयर इंडिया की स्थापना करने वाला टाटा ग्रुप को कंपनी का नियंत्रण छोड़ना पड़ा था लेकिन टाटा ग्रुप अब फिर से एयर इंडिया को अपना हिस्सा बनाना चाहता है।

अगर टाटा ग्रुप एयर इंडिया का अधिग्रहण कर लेता है तो वह एयर इंडिया का स्वामित्व उसके राष्ट्रीयकरण होने के 64 साल बाद पा लेगा। सरकार घाटे में चल रहे एयर इंडिया को बेचने की तैयारी में है।

टाटा सन्स ने टाटा एयरलाइंस की स्थापना 1932 में की थी। कराची से बॉम्बे की पहली फ्लाइट खुद जेआरडी टाटा ने उड़ाई थी। आजादी से पहले 1946 में टाटा एयरलाइंस सार्वजनिक कंपनी बन गई और इसका नाम बदलकर एयर इंडिया कर दिया गया।

प्लेन उड़ाना जेआरडी टाटा का जुनून था। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, जहाज उड़ाने के लिए क्वालिफाई करने वाले वह पहले भारतीय थे। वेबसाइट में बताया गया है, ‘हवाई जहाज उड़ाने का लाइसेंस उन्हें 1929 में मिला। भारत में कमर्शल एविएशन लाने वाले वह पहले व्यक्ति थे। 1948 में उन्होंने एयर इंडिया इंटरनैशनल की स्थापना की। 1978 तक वह एयर इंडिया की जिम्मेदारी संभाले रहे।’

1953 में जब सरकार ने ‘बैकडोर से’ (जैसा जेआरडी टाटा कहते हैं) एयर इंडिया का राष्ट्रीयकरण कर दिया तब वह दुनिया की श्रेष्ठ एयरलाइंस में थी। टाटा को जब पता चला कि तत्कालीन पीएम जवाहर लाल नेहरू ने एयर इंडिया का राष्ट्रीयकरण कर दिया है वह भी उनसे बिना बता किए तब उन्हें बड़ा झटका लगा।

हालांकि टाटा ने राष्ट्रीयकरण के बाद एयरलाइंस के चेयरमैन का पद संभाल लिया। उनके नेतृत्व में कंपनी 1977 तक अच्छा से संचालित होती रही। 1977 में पीएम मोरारजी देसाई ने टाटा को उनके पद से हटा दिया।

आज एयर इंडिया सरकार की बुरे संचालन और नाकामयाब बिजनस करने का जीता-जागता सबूत बन गई है। कंपनी पर भारी कर्ज है और यही कारण है कि सरकार इसका निजीकरण कर इससे छुटकारा पाना चाहती है। नरेंद्र मोदी सरकार 2014 में सत्ता संभालने के बाद से करीब 16 हजार करोड़ रुपये एयर इंडिया में लगा चुकी है।

क्या टाटा ग्रुप एयर इंडिया को केवल अपनी विरासत समझ खरीदना चाहता है? नहीं, भले ही कंपनी कर्जे में हो और संचालन संबंधी समस्याएं हो फिर भी इसकी वैल्यू काफी है।

डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन के डेटा के मुताबिक, एयर इंडिया की फ्लीट में 118 जहाज हैं और भारत से और भारत तक सबसे ज्यादा पैसेंजर्स को मंजिल तक पहुंचाता है। इसके अलावा कंपनी को दुनियाभर के बड़े एयरपोर्ट्स में पार्किंग स्लॉट्स मिले हुए हैं जिसमें न्यू यॉर्क, शिकागो और लंदन हैं।

प्याज एक बार फिर से आंसू दिखाने लगा, कोटा में 30 रुपये किलो बिका

कोटा /नई दिल्ली। फेस्टिव सीजन में प्याज एक बार फिर से आंसू दिखाने लगा है। अगले हफ्ते दिवाली तक, इसकी रिटेल कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है। अभी दिल्ली-एनसीआर में फिलहाल यह 40-45 रुपये प्रति किलो की दर से रिटेल में बिक रहा है। जबकि कोटा की रिटेल मंडी में प्याज 25\30 रूपये किलो बिक रहा है। 

पिछले हफ्ते तक प्याज की कीमत 30 रुपये प्रति किलो थी, जिसमें फिलहाल 80 फीसदी का इजाफा हो गया है। देश की सबसे बड़ी प्याज की थोक मंडी लासलगांव में प्याज के दाम सोमवार को 2451 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गए, जो कि शुक्रवार को 2020 रुपये प्रति क्विंटल थे। 

देश के दक्षिणी राज्यों में अभी भी हो रही बारिश के चलते प्याज की फसल खराब हो चुकी है, जिसके चलते महाराष्ट्र के प्याज की डिमांड पूरे देश में बढ़ गई है। हालांकि जिस हिसाब से डिमांड है, उसके मुताबिक सप्लाई नहीं मिल पा रही है, जिसके कारण प्याज की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। 

नासिक में 35 तो देश में 50 रुपये
महाराष्ट्र के नासिक में प्याज की रिटेल कीमत 35 रुपये प्रति किलो हो गई है। वहीं देश के दूर-दराज के इलाकों में प्याज के दाम अभी से 50 रुपये के पार चले गए हैं। दिवाली तक इसके 80 रुपये प्रति किलो पहुंचने की संभावना है। 

अगले हफ्ते बंद रहेगी सबसे बड़ी थोक मंडी
प्याज की सबसे बड़ी थोक मंडी लासलगांव दिवाली के चलते पूरे हफ्ते बंद रहेगी। लासलगांव मंडी के चेयरमैन जयदत्ता होलकर ने कहा कि लासलगांव के अलावा पूरे नासिक जिले में स्थित प्याज की अन्य थोक मंडियां भी पूर्णरुप से बंद रहेंगी। शुक्रवार को जहां लासलगांव में 21 हजार क्विंटल प्याज की नीलामी हुई, वहीं सोमवार को यह गिरकर 8 हजार क्विंटल रह गई। 

GST: 28 प्रतिशत वाले स्लैब को किया जा सकता है कम

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नई दिल्ली। सरकार अब गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को सिम्पल टैक्स बनाने की कोशिश कर रही है। पिछले शुक्रवार को हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में कई वस्तुओं पर टैक्स रेट कम किया गया था। अब सरकार जीएसटी के 28 फीसदी वाले स्लैब की समीक्षा कर रही है।

वित्त मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि 28 फीसदी वाले स्लैब में आने वाली रोजमर्रा के इस्तेमाल की कई चीजों को 12 या 18 पर्सेंट वाले स्लैब में डाला जा सकता है। इसका मतलब है कि जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में कुछ और चीजें सस्ती हो सकती हैं।

किन पर घटेगा टैक्स
सूत्रों के अनुसार, च्युइंग गम, चॉकलेट, शेविंग क्रीम, आफ्टर शेव, हेयर शैंपू, सनस्क्रीन क्रीम, सेरेमिक टाइल्स, वेट मशीन, वॉशिंग मशीन, वैक्यूम क्लीनर, शावर्स और पेंट पर जीएसटी की दर कम हो सकती है। सरकार 28 फीसदी वाले स्लैब में शामिल उन सभी वस्तुओं की समीक्षा कर रही है, जो सीधे तौर पर आम आदमी की जिंदगी से जुड़े हैं।

इसमें देर क्यों हुई
वित्त मंत्रालय के उच्चाधिकारियों का कहना है कि जीएसटी लागू करते समय आमदनी पर ज्यादा ध्यान था। तब इसका ख्याल रखा गया था कि जीएसटी लागू होने के बाद राज्यों की आमदनी किसी भी तरह से कम न हो जाए। इसलिए कई सामान को 28 फीसदी के टैक्स स्लैब में डाला गया था।

घर खरीदारों के पक्ष में अब बदला दिवालियापन कानून

नई दिल्ली। इन्सॉल्वंसी ऐंड बैंकरप्सी बोर्ड ऑफ इंडिया ने नियमों में बदलाव करते हुए यह दर्शाना अनिवार्य कर दिया है कि किसी कंपनी के रेजॉलुशन प्लान में सभी पक्षों के हितों का ध्यान कैसे रखा जाएगा। यह कदम उठाने का मकसद जेपी इन्फ्राटेक एवं आम्रपाली ग्रुप की कुछ रियल एस्टेट कंपनियों के घर खरीदारों के हितों का संरक्षण करना है।

पिछले सप्ताह इन्सॉल्वंसी और बैंकरप्सी प्रोसिगडिंग्स के रेग्युलेटर की ओर से संशोधित नियम का नोटिफिकेशन जारी किया गया। इस संशोधन से यह सुनिश्चित होगा कि बैंक और लोने देनेवाले अन्य संस्थान कार्रवाई से प्रभावित दूसरे स्टेकहोल्डर्स के हितों की शर्त पर अपने हित नहीं साधकर नहीं बच सकते।

बैंक क्रेडिटर्स कमिटी का हिस्सा होते हैं जिनकी किसी कंपनी के बैंकरप्ट होने के प्रक्रिया में महत्वपूर्ण नीति-निर्माता की भूमिका होती है। बैंकरप्सी केस के स्पेशलिस्ट एक वकील ने बताया, ‘नियमों में बदलाव से एक गैप भर गया है क्योंकि फ्लैलट बायर्स को लग रहा था कि उनके हितों के संरक्षण के लिए नजरिए से इसमें कुछ भी नहीं है।’

पिछले साल अस्तित्व में आया नया कानून रेजॉलुशन प्रोसेस को 180 दिनों में निपटाने की व्यवस्था करता है जिसमें अधिकतम 90 दिनों की बढ़ोतरी हो सकती है। इस प्रक्रिया में इनसॉल्वंसी रेजॉलुशन प्रफेशनलों की नियुक्ति की जाती है जिनपर कंपनी के संचालन और योजना निर्माण की जिम्मेदीरी होती है।

कानून के तहत अगर क्रेडिटर्स कमिटी की सहमति हो तो वह दूसरी कंपनियों से आवेदन मंगवा सकती है जो इन्फर्मेशन मेमोरेंडम फाइनलाइज करने के बाद रेजॉलुशन प्रोसेस से गुजर रही कंपनी का टेक ओवर करने का इच्छुक हो।

इन्सॉल्वंसी एक्सपर्ट्स का कहना है कि कानून के तहत कॉर्पोरेट कर्जदार (कंपनी) और इसके स्टाफ, मेंबर्स, क्रेडिटर्स, गारेंटर्स और अन्य स्टेकहोल्डर्स रेजॉलुशन प्लान में शामिल होते हैं।

लेकिन, पहले के नियम में फाइनैंशल क्रेडिटर्स (बैंक) और ऑपरेशनल क्रेडिटर्स (वेंडर्स एवं वे सभी जिनका कंपनी पर बकाया है) को छोड़कर अन्य पक्षों के हितों की अनदेखी हुई थी।

संशोधित नियमों में मिली सहूलियतों के मद्देनजर नैशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल मिली बोलियों के आधार पर फाइनल रेजॉलुशन प्लान पर फैसला लेगा। एक वकील ने कहा, ‘ट्राइब्यूनल सभी पक्षों को सूचित किए बिना रेजॉलुशन प्लान क्लियर नहीं करेगा और उस वक्त फ्लैट बायर्स आपत्तियां दर्ज करवा सकते हैं।’

पेट्रोल-डीजल से वैट घटाने वाला गुजरात पहला राज्य 

गुजरात में फ्यूल पर वैट में 4 पर्सेंट की कमी, पेट्रोल ₹2.93 और डीजल ₹2.72 तक नीचे, महाराष्ट्र में भी पेट्रोल-डीजल के दाम 2 से 3 रुपये प्रति लीटर तक घट सकते हैं।

नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल से वैट घटाने वाला गुजरात पहला राज्य बन गया है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बीते बुधवार को ही कहा था कि सरकार पेट्रोल और डीजल पर वैट की दर घटाएगी और आज उन्होंने वैट कटौती का ऐलान कर दिया। इस मौके पर सीएम रुपाणी ने कहा कि वह फ्यूल पर लगनेवाले वैट में 4 पर्सेंट की कमी कर रहे हैं।

नए वैट दर से गुजरात में पेट्रोल 2.93 रुपये जबकि डीजल 2.72 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो जाएगा।महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस भी पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने पर विचार कर रहे हैं। ऐसा हुआ तो महाराष्ट्र में भी पेट्रोल-डीजल के दाम 2 से 3 रुपये प्रति लीटर तक घट सकते हैं।

दरअसल, केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 2 रुपये कम करते हुए राज्यों से अपील की थी कि वे तेल उत्पादों से वैट घटाएं जिससे पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम हो सकें। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसका ऐलान करते हुए कहा था, ‘हमने एक्साइज ड्यूटी कम कर दी है। अब राज्यों की बारी है कि वे पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स से वैट कम से कम 5 प्रतिशत कम करें।’

केंद्र की इस अपील पर गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने तो सकारात्मक प्रतिक्रिया दी, लेकिन कई राज्यों ने यह कहते हुए इसे नकार दिया कि उनके यहां वैट की दर पहले से ही बहुत कम है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने तो उलटा केंद्र सरकार को ही सलाह दे दी। सोमवार को इस मुद्दे पर गेंद केंद्र सरकार के पाले में डालते हुए नीतीश ने केंद्र से पेट्रोलियम प्रॉडक्ट पर बेस प्राइस कम करने को कहा।

सेंसेक्स 31,929 पर खुला और निफ्टी 10 हजार के पार

नई दिल्ली। मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार सामान्य स्तर पर खुले। बीएसई सेंसेक्स 82.15 की बढ़त के साथ 31, 929 पर खुला, वहीं निफ्टी 27 पॉइंट की बढ़त के साथ फिर 10 हजार के पार खुला। बता दें कि सोमवार को एशियाई बाजारों में तेजी के बावजूद भारतीय शेयर बाजार सामान्य स्तर पर खुले थे।

30 शेयरों का बीएसई सेंसेक्स 12.67 पॉइंट लुढ़ककर 31,801.55 पर खुला तो 50 शेयरों का एनएसई निफ्टी भी 7.90 पॉइंट गिरकर 9,971.80 अंक पर खुला था। ऐसे में मंगलवार को बाजार की शुरुआत को बेहतर कहा जा सकता है।

जहां बॉम्बे डाइंग 11.25 अंकों की बढ़त के साथ 236.75 पर ट्रेंड कर रहा है, वहीं एनसीसी 3.50 की बढ़त के साथ 89.55 पर ट्रेंड कर रहा है। ईक्लर्क्स सर्विसेज में भी काफी बढ़त देखने को मिली। ईक्लर्क्स सर्विसेज 29.75 पॉइंट की बढ़त के साथ 1233 पर ट्रेंड कर रहा है।

इसके अलावा कुछ कंपनियों में गिरावट भी देखी गई। वर्लपूल इंडिया 23.50 अंक नीचे गिरकर 1320 अंकों पर ट्रेंड कर रहा है। वहीं मार्कसंस फार्मा गिरावट के साथ 48.45 अंकों पर है। उज्जीवन फाइनैंस सर्विस लिमिटेड भी 4.05 अंकों की गिरावट के साथ 337 पर ट्रेंड कर रहा है।