परमबीर ने छह महीने में रिपब्लिक टीवी बंद कराने की धमकी दी थी अर्नब का दावा

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मुंबई। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों के साथ कार में पकड़ा गया निलंबित एपीसी सचिन वाजे को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। मामले में टीवी चैनल रिपब्लिक भारत में डिबेट के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता प्रीति पांडेय ने राजनीतिक विश्लेषक विक्रम सिंह यादव से पूछा, “एंटीलिया के बाहर मिली कार के मालिक मनसुख हिरेन की हत्या क्यों हुई?” डिबेट शुरू होने से पहले एंकर अर्नब गोस्वामी ने कहा कि मुंबई पुलिस कमिश्नर को मनमानी करने की छूट मिली हुई थी।

उन्होंने कहा, “यह इनको खुली छूट इसलिए मिली हुई थी क्योंकि इन्होंने कहा था कि हम आपरेशन रिपब्लिक चलाएंगे। छह महीने में रिपब्लिक इंडिया बंद करा देंगे। क्या ऐसा खुली छूट थी क्या। ऐसी कोई डीलिंग हुई थी क्या। परमबीर ने बोला था क्या कि रिपब्लिक इंडिया बंद करा देंगे। वाजे को कोई सुपारी दी थी क्या। बताइए मुझे।” कहा कि मैं तो देख रहा हूं कि रिपब्लिक टीवी बंद कराने के लिए कई लोग लगे हैं। सबको रिपब्लिक टीवी से डर है।

इसके बाद पैनलिस्ट प्रीति पांडेय ने कहा, “सबसे बड़ा सवाल कि जब छोटे भाई के पास नोट गिनने की मशीन मिली है तो बड़े भाई के पास नोट छापने की मशीन होगी। तो एनआईए को इसकी जांच करनी पड़ेगी। मुंबई पुलिस कमिश्नर के अंडर में इतना बड़ा चोर, मक्कार और घटिया इंसान जो मनसुख हीरेन को रास्ते से हटा देता है, उसको पता तक नहीं। आपके मुंबई पुलिस कमिश्नर को क्यों नहीं पता कि उसके अंडर में चोर बैठा है। जिसके पास पांच लक्जरी गाड़ियां है। असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर के पास डेढ़ करोड़ की गाड़ियां हैं।”

उनकी बात पर राजनीतिक विश्लेषक विक्रम सिंह यादव ने कहा कि आपके पास कोई प्रूफ है क्या, आप चाहे जो बोलो, बहुत चिल्लाती हैं। बात नहीं सुनती हैं। प्रीति पांडेय बहुत बोलती है, सुनो पहले तब बोलो। दोनों लोगों के बहस के बीच तीसरे पैनलिस्ट भी कुछ कहना चाह रहे थे, लेकिन उनके शोर से कोई कुछ सुन नहीं पा रहा था। हालांकि दोनों पक्ष अपनी बात कहने के लिए बेहद आक्रामक हो गए थे।