नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में 7.2 प्रतिशत बढ़कर 8,701 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी का कहना है कि इन आंकड़ों से पता चलता है कि बुरा दौर बीत चुका है और आने वाले साल में कंपनी को अपनी आय में 10 प्रतिशत से अधिक वृद्धि की उम्मीद है। बता दें टीसीएस ने छह रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश की भी घोषणा की है। दिसंबर, 2020 के अंत तक कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या 4.69 लाख थी।
दिसंबर तिमाही की सबसे मजबूत वृद्धि
इससे पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 8,118 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी की आय 5.4 प्रतिशत बढ़कर 42,015 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 39,854 करोड़ रुपये रही थी। टाटा समूह की इस कंपनी ने कहा कि उसकी यह नौ साल में दिसंबर तिमाही की सबसे मजबूत वृद्धि है। टीसीएस ने छह रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश की भी घोषणा की है।
बाजार की स्थिति पहले से अधिक मजबूत
टीसीएस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन ने कहा, ”मूल सेवाओं तथा पुराने सौदों से मजबूत आय से हम दिसंबर तिमाही के दौरान अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में से एक को दर्ज कर सके। गोपीनाथन ने कहा कि कंपनी नए साल में उम्मीदों के साथ प्रवेश कर रही है। बाजार की स्थिति पहले किसी समय की तुलना में अधिक मजबूत है। उन्होंने कहा कि हमारी ऑर्डर बुक तथा पाइपलाइन की मजबूती से टीसीएस का भरोसा मजबूत हुआ है।
आमदनी में दहाई अंक की वृद्धि होगी
गोपीनाथन ने कहा कि कंपनी वित्त वर्ष 2021-22 और कैलंडर वर्ष 2021 दोनों में आमदनी में पिछले 12 महीनों की तुलना में दहाई अंक की वृद्धि दर्ज करेगी। टीसीएस के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) वी रामकृष्णन ने कहा कि कंपनी ने सभी खंडों में मजबूत वृद्धि दर्ज की। उन्होंने कहा कि इस तिमाही के दौरान कर्मचारियों को वेतनवृद्धि देने के बावजूद हमने पिछले पांच साल का सबसे ऊंचा परिचालन मार्जिन दर्ज किया है।