मुंबई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी अधिकारियों से कहा कि वे घरेलू व्यवसायों के सामने आने वाली दिक्कतों के बारे में तैयार रहें। उनका सक्रियता से समाधान करें,ताकि वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कर सकें।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की तीसरी वर्षगांठ पर कर अधिकारियों को भेजे संदेश में कहा कि टैक्स भरनेवालों खासकर एमएसएमई के लिए कंप्लायंस को और आसान बनाने की गुंजाइश है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘अत्मनिर्भर भारत’ की योजना पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। उन्होंने कहा कि आत्म निर्भर टैक्स, विशेष रूप से जीएसटी के लिए प्रशासन की बड़ी भूमिका होगी।
“हमें अपने व्यापार समुदाय के सामने आने वाली दिक्कतों के बारे में तैयार रहना चाहिए। उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाने के लिए सक्रिय रूप से इसका समाधान करना चाहिए। उन्होंने जीएसटी दिवस के अवसर पर अपने संदेश में कहा कि केवल इस तरह की सक्रियता से हम निकट भविष्य में बहुत जरूरी आर्थिक विकास सुनिश्चित कर सकते हैं। बता दें कि जीएसटी 1 जुलाई, 2017 को पेश किया गया था। तब से इसकी प्रक्रिया को समय-समय पर आसान बनाया गया है।
टैक्स देने वालों की सुविधा के लिए प्रतिबद्ध हैं
उन्होंने कहा कि रिटर्न फाइलिंग को भी विशेष रूप से छोटे व्यवसायों के लिए आसान बना दिया गया है। इसमें एक दर्जन से अधिक टैक्स को शामिल किया गया है। उन्होंने यह आश्वासन भी दिया है कि सरकार भविष्य में इन सुधारों को जारी रखने के साथ-साथ टैक्स देने वालों की सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है। हमें टैक्स को इतना सरल बनाने का प्रयास करना चाहिए कि टैक्स देनेवालों को अपने सभी टैक्स की जिम्मेदारियों का पालन करना आसान हो जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण देश में आर्थिक गतिविधियों में कुछ व्यवधान उत्पन्न हुए हैं।।