सूनी हो गई कोचिंग सिटी, 41 हजार स्टूडेंट्स ने छोड़ा कोटा

0
689

कोटा। लॉकडाउन में देश की बड़ी कोचिंग सिटी अब सूनी हो चुकी है। पिछले 22 दिनों में 41 हजार से अधिक स्टूडेंट्स कोटा छोड़ चुके हैं। इसके साथ ही शहर की सारी गतिविधियां भी सुस्त पड़ गई हैं। हॉस्टल, मेस, रेडीमेड गारमेंट, बुक्स एवं स्टेशनरी समेत उनसे जुड़े सारे कारोबार ठप हो गए हैं।

जिस शहर में डेढ़ लाख छात्र कोचिंग लेते हों वहां अब कोरोना का भय लोगों के दिलों-दिमाग में छाया हुआ है। अब यही चिंता सता रही है कि अब क्या होगा। इस मामले में कोटा व्यापार महासंघ भी अपनी चिंता जाहिर कर चुका है। होस्टल्स मालिकों की चिंता यह है कि करोड़ों रुपये का बैंकों से कर्ज लेकर होस्टल्स बनाए,अब कर्ज कैसे चुकेगा। साथ ही मेस वालों को चिंता कि अब उनका भी रोजगार चौपट हो गया।

कोटा में देश के विभिन्न राज्यों के हजारों स्टूडेंट्स अध्ययन करते आते हैं। इस बार वे हजारों स्टूडेंट्स लॉकडाउन की वजह से यहां फंस गए थे। इनमें सुदूर जम्मू-कश्मीर, लद्धाख, असम, त्रिपुरा, मेघालय, केरल, मणिपुर, दमन-दीव के स्टूडेंट्स भी शामिल हैं।

शुरुआती दौर में कई राज्यों में इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की रवानगी का विरोध भी किया किया था। बिहार सरकार अपने राज्य में राजस्थान से जाने वाले विद्यार्थियों को बिहार में प्रवेश देने से मना कर दिया। इसके इसके बाद कोटा में विद्यार्थियों को इसका विरोध किया। काफी मशक्कत के बाद बिहार सरकार ट्रेन से विद्यार्थियों को बुलाने के लिए राजी हुई।