ओम बिरला दूसरी बार लोकसभा स्पीकर होंगे, क्योंकि एनडीए का पलड़ा है भारी

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नई दिल्ली। बन सकते हैं। पहले उन्हें लेकर आम सहमति बनने की खबर थी, लेकिन सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सहमति नहीं बन सकी। अब INDIA अलायंस ने के. सुरेश को कैंडिडेट बना दिया है और बुधवार को 11 बजे मतदान होगा। भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में ऐसा पहली बार होगा।

हालांकि एनडीए के नंबरों को देखते हुए साफ है कि ओम बिरला फिर से लोकसभा स्पीकर बन सकते हैं। फिर भी विपक्ष अपनी ताकत दिखाना चाहता है। विपक्ष ने कहा था कि यदि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को नहीं मिला तो हम स्पीकर के लिए अपना कैंडिडेट उतारेंगे। सहमति नहीं बनती तो फिर उसने यही कदम उठा लिया।

पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि राजनाथ सिंह का कल शाम को मल्लिकार्जुन खरगे के पास फोन आया था। इस पर हमारी ओर से यह प्रस्ताव रखा गया था। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि हम आपको कॉल रिटर्न करेंगे, लेकिन अब तक उनकी ओर से कुछ कहा नहीं गया है।

राहुल गांधी के अलावा अखिलेश यादव ने भी मांग की है कि डिप्टी स्पीकर विपक्ष का होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा हुआ तो किसी विवाद की जरूरत ही नहीं है। बता दें कि ओम बिरला ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई सीनियर मंत्री मौजूद थे।

लगातार दूसरी बार स्पीकर बनने वाले होंगे तीसरे नेता
ओम बिरला दूसरी बार स्पीकर बनने के साथ ही ऐसे तीसरे व्यक्ति बन जाएंगे, जो लगातार दूसरी बार चुने गए हैं। उनसे पहले बलराम जाखड़ कुल 9 सालों तक स्पीकर रहे हैं। उनसे पहले 1970 से 1975 के दौरान गुरदयाल सिंह ढिल्लो लगातार 6 सालों तक लोकसभा के स्पीकर रहे थे। बता दें कि नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान सुमित्रा महाजन स्पीकर थीं। इसके बाद 2019 में ओम बिरला को मौका मिला था। अब वह दोबारा स्पीकर बन रहे हैं। यदि ओम बिरला पूरे 5 साल तक स्पीकर रहते हैं तो वह भी एक रिकॉर्ड होगा। अब तक किसी स्पीकर का कार्यकाल 10 साल का नहीं रहा है।