लॉकडाउन में कोटा के हॉस्टल बंद होने से कर्ज में डूबे संचालकों में घबराहट

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कोटा। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि कोरोना ( corona) संक्रमण के कारण लॉकडाउन (lockdown) के चलते शहर का अरबों रुपए निवेश का होस्टल व्यवसाय एकदम से धरातल पर आ गया है। आज न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन सोसायटी के अध्यक्ष अशोक लोढा के नेतृत्व में हॉस्टल व्यवसायियों ने महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी के साथ एक बैठक कर इस पर गहन चिंतन किया।

अशोक लोढ़ा ने बताया कि चलते व्यवसाय में एकदम ताले लग जाने से व्यवसायियों को भारी सदमा पहुंचा है। वर्तमान हालात को देखते हुए उन्होंने महासंघ से आग्रह किया है कि हमें तुरंत प्रभाव से राहत दिलाने के लिए इन मुख्य बिंदुओं को सरकार के समक्ष रखा जाए। जिसमें L T बिजली के कनेक्शनों पर सर्विस चार्ज नहीं लगाया जाए, स्थाई शुल्क की जगह जितनी खपत हो उतनी बिल की राशि ली जाए, क्योंकि हॉस्टल पर ताले लग गए हैं। मार्च-अप्रैल के बिजली के बिलों को माफ किया जाए। क्योंकि जो विद्यार्थी लॉकडाउन के दौरान बसों एवं स्पेशल ट्रेनों से चले गए हैं, उन्होंने बिजली का भुगतान भी नहीं किया है।

लोढ़ा ने बताया कि कोटा में होस्टल व्यवसाइयो ने अरबों रुपये का लोन ले रखा है। अचानक हुई तालाबंदी से पूरा व्यवसाय आईसीयू में पहुंच गया। सरकार बैंकों को निर्देश दे कि साल भर का ब्याज माफ करे एवं किस्ते अगले वर्ष शुरू की जाए। महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने हजारों की तादाद में हॉस्टलों में ताले लगने की घटना को कोटा के व्यापार एवं उद्योग जगत के लिए अब तक की सबसे गंभीर आर्थिक घटना बताया।

कोटा कोचिंग से हॉस्टल व्यवसाय ही नहीं अपितु, होटल, परिवहन, रेडीमेड, बुक सेलर्स, कपड़ा, खोमचे वाले, मोबाइल शॉप, साइकिल शॉप, रेस्टोरेंन्ट, सैलून, शिक्षण संस्थान, इलेक्ट्रिकल, फर्नीचर, फेब्रिकेशन आदि सभी व्यवसाय पर भारी दुष्प्रभाव पड़ेगा।

माहेश्वरी ने सभी हॉस्टल संचालको से कहा है कि होस्टलो के सचांलन में लगे कर्मचारियों के बारे में भी आप सहयोगात्मक रूख अपनाएं इससे करीब हजारों लोग जुड़े हुए हैं, जिनके सामने रोजी-रोटी का भी संकट आ गया है। उन्होने सभी संस्थाओं से इसके लिए सहयोग करने को कहा है।आज इसी दिशा में महासचिव अशोक माहेश्वरी ने होस्टलो में काम करने वाली महिलाओं को 100 से अधिक राशन के किट बांटे ।

बाजारों को दी गई छूट में 3500 से अधिक प्रतिष्ठान खोले
कोटा। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि दुकानों में खराब होने वाले सामानों को निकालने के लिए दी गई छूट में अभी तक 3500 से अधिक प्रतिष्ठान खोल कर सामान निकाला गया।

माहेश्वरी ने बताया कि परकोटा एक बहुत बड़ा क्षेत्र है जहां पिछले 1 महीने से ज्यादा समय कर्फ्यू लगा हुआ है। व्यापारियों द्वारा कोटा व्यापार महासंघ से बार-बार मांग की जा रही है कि जिन क्षेत्रों में कोरोना का असर है उन क्षेत्रों को छोड़कर बाकी क्षेत्र को लॉक डाउन में लाया जाए।