जयपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की जद्दोजहद में 31 मार्च तक लॉकडाउन के संकट से प्रभावित जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए प्रदेशवासी खुलकर सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं। गहलोत को सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर राजस्थान स्टेट बेवरेजेज कॉरपोरेशन लिमिटेड, राजस्थान राज्य गंगानगर शुगर मिल्स, रीको लिमिटेड, राजस्थान स्टेट माइन्स एण्ड मिनरल्स लिमिटेड की ओर से 5-5 करोड़ रुपए के चैक भेंट किए।
मुख्यमंत्री की अपील पर एक ही दिन में जोधपुर के उद्यमी पप्पूराम डारा ने 25 लाख रुपए, समाज सेवी एवं उद्यमी नरसी कुलरिया ने 21 लाख, राजस्थान नर्सिंग काउंसिल ने 11 लाख, राजस्थान पेरामेडिकल काउंसिल ने 11 लाख, राजस्थान मेडिकल काउंसिल ने 5 लाख, राजस्थान फार्मेसी काउंसिल ने 5 लाख, डाॅ. अशोक पनगड़िया ने 5 लाख, डाॅ. रवि जूनीवाल ने 2.51 लाख रुपए जमा कराए हैं।
शिक्षा विभाग ने सर्वाधिक 80 करोड़ दिए
कोरोना महामारी से बचाव के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में शिक्षा विभाग की ओर से 80 करोड़ रुपए दिए गए है। शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। सभी ने एक दिन का वेतन देने को कहा है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारी मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रुपए का सहयोग देंगे।
डिस्कॉम के 45 हजार कर्मचारियों ने दिया एक दिन का वेतन
प्रदेश की जयपुर, अजमेर व जोधपुर डिस्कॉम के करीब 45 हजार अधिकारियों व कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देने की घोषणा की है। जयपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता ने सभी चीफ इंजीनियर व लेखा विंग के अधिकारियों को एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने के आदेश दे दिया। कॉन्ट्रेक्टर एसोसिएशन भी ठेकेदारों को राहत कोष में ज्यादा से ज्यादा राशि देने को कह रही है।
पेंशनर समाज ने भी दिया एक दिन का वेतन
राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष अजय सैनी एवं प्रमुख महामंत्री अर्जुन शर्मा पशुपालन विभाग के कर्मचारी स्वेच्छा से एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष कोविड-19 राहत कोष में देंगे। राजस्थान स्टेट इंजीनियरिंग सर्विस एसाेसिएशन ने मुख्यमंत्री राहत काेष में पांच लाख रुपए का चैक दिया है। राजस्थान पेंशनर समाज ने मुख्यमंत्री सहायता काेष में मार्च माह के वेतन से एक दिन के वेतन देने की घोषणा की है।