‘पानीपत’ को लेकर विरोध राजस्‍थान के सिनेमाघरों में तोड़फोड़

0
893

बीते शुक्रवार को रिलीज हुई अर्जुन कपूर, कृति सैनन और संजय दत्‍त स्‍टारर फिल्‍म ‘पानीपत’ को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। राजस्‍थान के जाट समुदाय को फिल्‍म के एक सीन पर आपत्ति है जिसके बाद फिल्‍म को बैन करने की मांग उठने लगी है। स्‍थानीय लोग डायरेक्‍टर आशुतोष गोवारिकर के पुतले जला रहे हैं और जयपुर व अन्‍य कुछ जगहों के सिनेमाघरों में तोड़फोड़ भी हुई है।

दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर #boycottpanipat ट्रेंड हो रहा है। यूजर्स फिल्‍म में दिखाए गए सीन को लेकर अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं। लोग फिल्‍म में दिखाए गए तथ्‍य पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिनका कहना है कि आशुतोष बोरिंग फिल्‍में बनाते हैं। देखें ट्वीट्स:

इससे पहले राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने भी फिल्म को बैन करने की मांग की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मेरा मानना है कि हरियाणा, राजस्थान और उत्तर भारत के जाट समुदाय में भारी विरोध को देखते हुए इस फिल्म पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए अन्यथा कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है।’

इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, ‘यह अत्यंत दुख की बात है कि ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करते हुए भरतपुर के महाराजा सूरजमल जाट जैसे महान पुरुष का चित्रण पानीपत फिल्म में बेहद गलत तरीके से किया गया है।’

यही नहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे सिंधिया ने भी फिल्‍म की आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘स्वाभिमानी, निष्ठावान और हृदय सम्राट महाराजा सूरजमल का फिल्‍म निर्माता द्वारा ‘पानीपत’ में किया गया गलत चित्रण निदंनीय है।’

किस बात का हो रहा विरोध?
दरअसल, फिल्‍म को लेकर विशेष तौर पर राजस्‍थान के भरतपुर के जाटों को आपत्ति है। उन्‍हें लगता है कि फिल्‍म में महाराजा सूरजमल को गलत तरीके से पेश किया गया है। उनका कहना है कि ‘पानीपत’ में महान मराठा योद्धा सदाशिव राव भाऊ (रोल जिसे अर्जुन कपूर ने निभाया है) महाराजा सूरजमल से अफगानों के खिलाफ मदद करने के लिए कहते हैं लेकिन सूरजमल बदले में कुछ चीज चाहते हैं। जब उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो वह सदाशिव को युद्ध में साथ देने से इनकार कर देते हैं। लोगों के मुताबिक, फिल्‍म में सूरजमल को लालची शासक के रूप में पेश किया गया जबकि यह सच नहीं है।

विवाद पर बोले रणदीप हुड्डा
इस पूरे मामले में पर ऐक्‍टर रणदीप हुड्डा का भी रिऐक्‍शन आया है जो खुद एक जाट हैं। उन्‍होंने ट्विटर पर लिखा, ‘किसी एक समुदाय का महिमामंडन करने के लिए जरूरी नहीं है कि दूसरे को नीचा दिखाया जाए। इससे ज्‍यादातर गलत प्रभाव ही पड़ता है। भविष्य में ज्‍यादा मच्‍योरिटी की उम्मीद करता हूं।’

यही नहीं, ऐक्‍टर ने ट्वीट में आगे उन लोगों के लिए भी मेसेज लिखा जो नाराज हो जाते हैं। रणदीप ने लिखा, ‘आहत होने वालों के लिए- यह सिर्फ एक फिल्‍म है, इससे अपने पूर्वजों को मत जोड़ें।’