नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने नया मोटर व्हीकर एक्ट पूरे देश में 1 सितंबर से लागू कर दिया है और इसके लागू होने के बाद लोगों की जेब खाली होने लगी है। बिना हेलमेट बाइक चलाने, ड्रिंक एंड ड्राइव, बिना सीट बेल्ट कार चलाने, वाहन चलाते वक्त फोन पर बात करने जैसे ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर भी भारी भरकम जुर्माना लगने लगा है।
इसके बाद अब वो वाहन चालक जो बिना कागजात और ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करते हुए सड़क पर चलते थे उन्हें सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है। हालांकि, नियमों से अब तक कोई नहीं बच पाया है और हर तबके के लोगों को नियम तोड़ने पर जुर्माना भरना पड़ रहा है। जो लोग जुर्माना नहीं भरना चाहते उन्हें अपने साथ सभी तरह के कागजात लेकर चलना पड़ रहा है।
हालांकि, अगर आप भी जुर्माना नहीं भरना चाहते और इसके लिए आप अपने साथ ढेर सारे कागजात लेकर घूमने से भी बचना चाहते हैं तो एक तरीका है जो आपका काम आसान बना देगा। इसका सीधा और आसान तरीका है आपका मोबाइल फोन जिसमें आप इन सभी कागजातों को लेकर घूम सकते हैं।
हालांकि, यह तरीका उनकी फोटो खींचना नहीं है बल्कि कुछ और ही है। यह तरीका है DigiLocker। सरकार ने वाहन एवं सारथी पोर्टल को डिजिलॉकर से पहले से ही जोड़ रखा है और यही डिजिलॉकर आपको चालान से बचा सकता है।
डिजिलॉकर को गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड कर उस पर रजिस्ट्रेशन कराकर कोई भी व्यक्ति मोबाइल पर अपने आरसी और डीएल की अधिकृत डिजिटल कॉपी हासिल कर सकता है। डिजिलॉकर स्कीम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 जुलाई, 2015 को लॉन्च किया था। तबसे अब तक सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय समेत कईं सारे मंत्रालय डिजिलॉकर से जुड़ चुके हैं।
क्या है डिजिलॉकर
यह सर्टिफिकेटों और दस्तावेजों को डिजिटली जारी करने और जांचने का प्लेटफार्म है। इस पर अकाउंट खोलने वाले को अपने महत्वपूर्ण दस्तावेज रखने के लिए क्लाउड स्टोरेज स्पेस मिलता है। यह पूरी तरह सुरक्षित है। किसी के दस्तावेज को दूसरा कोई व्यक्ति इस्तेमाल नहीं कर सकता है।
ऐसे करें डिजिलॉकर में रजिस्टर
डिजिलॉकर ऐप पर मोबाइल नंबर दर्ज कर रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा। इसकी पुष्टि के बाद मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) आएगा। इसे डालने के बाद नाम और पासवर्ड डालने पर रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। इसके आधार पर आप अपने आरसी और डीएल का फोटो खींचकर कर उसे डिजिलॉकर पर अपलोड कर सकते हैं।
इसके साथ आधार नंबर जोड़कर डिजिलॉकर की अन्य सुविधाएं भी प्राप्त की जा सकती हैं। हालांकि अभी इस सिस्टम के कार्य करने में कुछ दिक्कतें आ रही हैं। मोबाइल नंबर डालने पर लोगों को ओटीपी प्राप्त नहीं हो रहा है। लेकिन जल्द ही ये कमियां दूर होने की उम्मीद है।