मुंबई। अपनी पत्नी ममता (अनुष्का शर्मा) के बढ़ावा देने पर मौजी (वरुण धवन) अपने परेशान करने वाले मालिक को छोड़कर अपना बिजनस शुरू करने का फैसला करता है, लेकिन बिना घरवालों की मदद और बेईमान रिश्तेदारों के बीच क्या मौजी अपना बिजनस जमा पाएगा और एक सफल बिजनसमैन बन पाएगा?
अपने रोजाना की परेशानियों के बीच एक औसत आदमी मौजी हमेशा कहता है ‘सब ठीक है’। फिल्म में आपको एंटरटेनमेंट का पूरा मसाला मिलेगा। चाहे मौजी की निजी समस्याएं हों, उसकी नौकरी हो, मालिक की डांट हो, बीमार मां हों या मौजी पर हमेशा गुस्सा करने वाले उसके पिता।
मौजी की पत्नी को घर के कामों के बीच कभी भी अपने पति से प्यार करने का टाइम नहीं मिलता। ‘सुई धागा’ एक आम आदमी की सामान्य जिंदगी की संघर्ष की कहानी है। फिल्म कई किरदारों के आसपास घूमती है।
वरुण धवन ने पूरी ईमानदारी के साथ अपना किरदार निभाया है जबकि अनुष्का ने भी आसानी से अपने कैरक्टर को जी लिया है। साधारण साड़ी और कम मेकअप में अनुष्का हमेशा अपना किरदार जी जाती हैं।
फिल्म में इन दोनों के किरदारों के बीच बिना रोमांस के भी प्यार दिखाई देता है। सपॉर्टिंग किरदारों में रघुवीर यादव आपको मौजी के पिता के रूप में जरूर इम्प्रेस करेंगे। मौजी की मां के रूप में आभा परमार को देखना भी सुखद है क्योंकि वह स्क्रीन पर हर समय अपने किरदार के साथ न्याय करती हैं।
डायरेक्टर शरद कटारिया ने फिल्म को काफी रियल रखा है। फिल्म के फर्स्ट हाफ में सारे किरदार अपनी समस्याओं के साथ स्थापित हो जाते हैं। डायलॉग्स को ऐसे अंदाज में लिखा गया है जो रोजाना कि समस्या के बीच भी आपको गुदगुदाते हैं। फिल्म का संगीत और गाने कहानी से जुड़ते दिखाई देते हैं। फिल्म उपदेश देती हुई नहीं दिखती है और आपको अंत का अंदाजा भी नहीं लगता है।
हालांकि फिल्म कभी-कभी इतनी सीरियस हो जाती है कि बोर करने लगती है। फिर भी अच्छी कहानी और अनुष्का-वरुण की बेहतरीन ऐक्टिंग के लिए आप इस फिल्म को देख सकते हैं।
कलाकार-अनुष्का शर्मा,वरुण धवन,रधुवीर यादव
निर्देशक –शरत कटारिया
मूवी टाइप-कॉमिडी,ड्रामा
अवधि- 2 घंटा 2 मिनट