कोटा। कोटा व्यापार महासंघ, केईडीएल, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और जिला प्रशासन के बीच बुधवार को कलेक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में हुई संयुक्त बैठक में आवासीय भूखंडों पर बने आवासों पर घरेलू दर से बिजली के बिल देने और स्मार्ट मीटर नहीं लगाने समेत कई मुद्दों पर सहमति बनी।
महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कलेक्टर को दिये गये मांग पत्र पर सकारात्मक चर्चा करते हुए बताया कि आवासीय भूखण्डों पर बने आवासों में पांच कमरों से अधिक किराये पर देने पर वहां का विद्युत शुल्क व्यावसायिक दर से वसूला जा रहा था, जिसको गत दिनों टैगोर हॉल में चैयरमेन आर.जी. गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्थगित किया गया था। जबकि व्यापार महासंघ की मांग थी कि इसकों स्थायी रूप से रद्द किया जाये।
महासंघ की मांग को देखते हुए जिला कलेक्टर ने चैयरमेन से दूरभाष पर बात कर उसे स्थायी रूप से रद्द करने का निर्णय लिया। वहां मौजूद जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता जी.एल. मीणा, के.ई.डी.एल. के जनरल मैनेजर मजूमदार, कोटा हेड अंजन मित्रा और सी.ओ. अभिजोय सरकार को निर्देश जारी किये कि पूर्व में लिये गये निर्णय को स्थागित किया गया था उसे अब स्थायी रूप से रद्द किया जाता है।
जैन और माहेश्वरी ने बताया कि स्मार्ट मीटर को लेकर कोटा में हो रहे जन आक्रोश को मध्य नजर रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि कोटा में आगे से स्मार्ट मीटर नहीं लगाये जायेंगे और जो पूर्व में स्मार्ट मीटर लगे हुए है, उनकी शिकायतें दूर करने के लिए एक कॉल सेन्टर स्थापित किया जायेगा। साथ ही आने वाले सप्ताह में आम जनता की विद्युत समस्याआें के निराकरण के लिए वार्ड वाईज केम्प लगाये जायेंगे, जिसमें विद्युत संबंधित सभी समस्याओं का निराकरण किया जायेगा।
इन केम्पों में स्थानीय जन प्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों को भी शामिल किया जायेगा एवं जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय विद्युत समस्या निवारण समिति का गठन किया जायेगा,जिसमें शहर के बुद्धिजीवी जनप्रतिनिधि, व्यापारी, उद्यमी, सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को शामिल किया जायेगा।
शुक्रवार को कोटा बंद
कोटा। शहर में स्मार्ट मीटर पर रोक, लगाए गए स्मार्ट मीटर हटाने और आवासीय भूखण्डों पर बने पांच से अधिक कमरों पर जो व्यावसायिक दर से विद्युत शुल्क वसूलने पर रोक लगाने की मांग को लेकर शुक्रवार को KEDL के खिलाफ कोटा बंद रहेगा।
यह जानकारी बुधवार को कोटा वयापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन और महासचिव अशोक माहेश्वरी ने पत्रकार वार्ता में दी। उन्होने पत्रकार वार्ता में स्पष्ट किया की बंद के मामले में उनका किसी राजनितिक दल को कोई समर्थन नहीं है। पत्रकार वार्ता में दलाल एसोसिएशन के अध्यक्ष नन्दकिशोर शर्मा, चम्बल हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष अध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा एवं सचिव मनीष समदानी आदि मौजूद थे।
जैन एवं माहेश्वरी ने बताया कि कोटा शहर में आवासीय भूखण्डों पर बने आवासों पर अलग-अलग क्षेत्रों में जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा एक ही श्रेणी के आवासों पर कईं जगह व्यवसायिक दर से और कईं जगह आवासीय दर से विद्युत शुल्क वसूला जा रहा है।
इस पर गहनता से चर्चा हुई और यह माना कि आवासीय भूखण्डों पर निर्मित आवासों पर आवासीय दर से शुल्क वसूला जाये, जिस पर सहमति हुई और यह माना गया कि एक ही शहर में दो तरह के मापदण्डों को नहीं अपनाया जाये।
प्रतिनिधि मण्डल में कोटा व्यापार महासंघ के उपाध्यक्ष नन्दकिशोर शर्मा, नरेन्द्र चौहान, चम्बल होस्टल एसोसिएशन के संरक्षक मुरली नुवाल, अध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा, सचिव मनीष समदानी, इन्द्रा विहार होस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक लड्डा सहित कई पदाधिकारी और एडीएम सिटी पंकज ओझा भी मौजूद थे।