नई दिल्ली । इंडियन रेलवे का आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) रिट्स (RITES) तीसरे दिन पूरा भर गया है। शुक्रवार शाम 4 बजे तक रिट्स का आईपीओ मजबूत मांग के चलते 66 गुना सब्सक्राइब हुआ है। यह जानकारी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के डेटा के अनुसार है। इस आईपीओ का प्राइज बैंड 180 से 185 रुपये प्रति शेयर तय किया था। इसे 80 शेयर्स के गुणांक में खरीदा जा सकता था।
20 जून को खुले इस आईपीओ के सब्सक्रिप्शन का आज आखिरी दिन था। यह दूसरे दिन दो गुना से भी ज्यादा यानी 2.11 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस शेयर बिक्री के दौरान क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए अलग से रखे गए शेयर्स का हिस्सा 32 फीसद सब्सक्राइब हुआ, वहीं नॉन इंस्टीट्यूशन निवेशकों का हिस्सा 49 फीसद और रिटेल इन्वेस्टर्स का हिस्सा 5.59 फीसद सब्सक्राइब हुआ।
इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में इलारा कैपिटल इंडिया, आइडीबीआइ कैपिटल मार्केट एंड सिक्योरिटी, एसबीआइ कैपिटल मार्केट और आईडीएफसी बैंक शामिल हैं। कपंनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो यह बीते पांच वर्षों से सुसंगत रूप से मुनाफा कमा रही है और शेयरधारकों को नियमित तौर पर लाभांश का भुगतान कर रही है।
वित्त वर्ष 2013-17 के दौरान इसकी कुल आय 9.61 फीसद सीजीआर और मुनाफा 11.61 फीसद सीजीआर की दर से बढ़ा है। रिट्स पूरी तरह से सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी है, जो कि मिनीरत्न श्रेणी का सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है। यह भारत में ट्रांसपोर्ट कंसल्टेंसी और इंजीनियरिंग सेक्टर की प्रमुख और एकलौती ऐसी कंपनी है जो कि तमाम तरह की सेवाएं उपलब्ध करवाती है।
इस कंपनी को करीब 44 वर्षों का अनुभव है। एशिया, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका, दक्षिण अमेरिका एवं मध्य पूर्व क्षेत्रों समेत 55 से अधिक देशों में इसने अपनी परियोजनाएं शुरू की हैं। यह भारतीय रेलवे की एकलौती ऐसी कंपनी है जो कि थाईलैंड, मलेशिया और इंडोनेशिया के अलावा विदेशों में भी अपने रोलिंग स्टॉक्स मुहैया करवाती है।