कोटा। संभाग के गैस उपभोक्ताओं की सब्सिडी उनके बैंक खातों के बजाय एयरटेल के खाते में जा रही है। ऐसे में उपभोक्ता सब्सिडी अपने खाते में डलवाने के लिए बैंकों के चक्कर काट रहे हैं।
बैंक से भी संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर एजेंसियों में शिकायत कर रहे हैं। एजेंसी संचालक द्वारा एयरटेल कम्पनी के प्रतिनिधियों से वार्ता की जा रही है। लेकिन उन्हें संतोषप्रद जवाब नहीं दिया जा रहा।
जानकारी के अनुसार इन दिनों लोगों को घरेलू गैस पर 248 रुपए तक की सब्सिडी मिल रही है। पहले यह सब्सिडी उपभोक्ता के बैंक खातों में जमा होती थी। लेकिन दो माह से कई उपभोक्ताओं की सब्सिडी एयरटेल पेमेंट बैंक खाते में जमा हो रही है।
यह उन उपभोक्ताओं के साथ हो रहा है जो एयरटेल कम्पनी की मोबाइल सिम का उपयोग करते हैं। एयरटेल कम्पनी द्वारा उपभोक्ताओं से आधार कार्ड मांगा जा रहा है। कम्पनी द्वारा ज्योंही सिम से आधार कार्ड को लिंक किया जाता है। कम्पनी का प्रतिनिधि उपभोक्ता से पूछे बगैर ही सब्सिडी के लिए एयरटेल पेमेंट बैंक का ऑप्शन चुन लेता है।
सांगोद के गैस एजेंसी संचालक मुकेश खींची ने बताया कि कई सालों से लोगों की सब्सिडी उनकी गैस एजेन्सी पर दिए गए बैंक खातों में आ रही थी, लेकिन दो माह से कई लोगों के बैंक खातों में सब्सिडी नहीं आई। अधिकांश की सब्सिडी एयरटेल पेमेंट बैंक में जा रही है।
अब कोर्ट की तैयारी
हाड़ौती एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के महासचिव अरविंद गुप्ता ने बताया कि रोजाना करीब दो दर्जन से अधिक उपभोक्ता एयरटेल के एकाउंट में सब्सिडी ट्रांसफर की शिकायत करने आते हैं। इस बारे में एयरटेल कम्पनी के अधिकारियों से जवाब भी मांगा है।
लेकिन उन्होंने अभी तक भी सब्सिडी उनके खातें में ट्रांसफर करवाने का अधिकृत जवाब नहीं दिया। अब एसोसिएशन उपभोक्ताओं के हित को ध्यान में रखते हुए एयरटेल कम्पनी के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।
31 लाख उपभोक्ताओं से हड़पी 190 करोड़ की सब्सिडी
एयरटेल ने देश के 31 लाख गैस उपभोक्ताओं के हिस्से की 190 करोड़ की गैस सब्सिडी अपने खाते में जमा करवाई है। जिसे एयरटेल ने अब उपभोक्ताओं के बैंक खाते में ब्याज समेत वापस जमा कराने के लिए नेशनल पेमेंट्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया को लिखा है।
कम्पनी के अनुसार ई केवाईसी के दौरान मोबाइल नम्बर को आधार कार्ड से लिंक कराते समय सोमवार तक देश के 31 लाख उपभोक्ताओं की डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम की 190 करोड़ की गैस सब्सिडी उनके पेमेंट बैंक में जमा हो गई है। जिसे ब्याज सहित उपभोक्ताओं के खाते में जमा कराने के लिए नेशनल पेमेंट्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया को अवगत कराया है।