कोटा। इंडियन रेलवे के सभी रेलवे स्टेशनों का अब नए नियमों के तहत कैटेगरी का निर्धारण हो रहा है। पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल को एनएसजी-2 में तथा सवाईमाधोपुर भरतपुर को एनएसजी-3 में शामिल किया गया है।
कोटा रेल मंडल में एनएसजी (नॉन सबअर्बन ग्रेड) का कोई स्टेशन नहीं है। एनएसजी-2 रेलवे स्टेशनों पर एयरपोर्ट की तर्ज पर सुविधाएं दी जाएंगी।
पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में 95 रेलवे स्टेशन हैं। इन स्टेशनों को अब तक वन, ए, बी, सी, डी, और एफ ग्रेड में बांटा हुआ था। लेकिन, रेलवे बोर्ड ने रेलवे स्टेशनों की कैटेगरी का निर्धारण नए नियमों के तहत करने का फैसला किया। इसके तहत पैसेंजर संख्या अर्निंग दोनों को कैटेगरी निर्धारण का माध्यम माना।
अब तक केवल पैसेंजर अर्निंग के आधार पर ही स्टेशनों की कैटेगरी का निर्धारण होता था। प्रत्येक पांच साल में होने वाले कैटेगरी निर्धारण में नए नियम आने से अब यात्री सुविधाओं का विस्तार भी उसी के अनुसार होगा।
एस्केलेटर, लिफ्ट, फुटओवरब्रिज बनाए जाएंगे। फूड प्लाजा की सुविधा होगी। वेटिंग हॉल एयरकूल्ड होंगे। एनएसजी-4 में गंगापुर सिटी, हिंडौन सिटी, डकनिया, बूंदी रामगंजमंडी रेलवे स्टेशन होंगे।
ये सुविधाएं मिल सकती है
– रेलवे प्लेटफार्म पर एस्केलेटर लगेंगे
– वीआईपी लाऊंज
– यात्रियों को लगेज ट्रेन के कोच तक पहुंचाने के लिए ट्रॉली
-शुद्ध पेयजल के लिए फिल्टर वाटर सिस्टम
-महिला पुरुष यात्रियों के लिए अलग-अलग वेटिंग हॉल
-रेलवे स्टेशनों पर फुटओवरब्रिज और लिफ्ट
पत्र आ चुका
कोटा रेल मंडल के जिन स्टेशनों की कैटेगरी बढ़ेगी उन पर सुविधाओं का भी विस्तार होगा। रेलवे बोर्ड मुख्यालय सुविधाएं बढ़ाने के बारे में निर्णय करेगा। कैटेगरी के निर्धारण के बारे में मुख्यालय से पत्र आ चुका है।
-विजयप्रकाश, सीनियर डीसीएम