हर दुग्ध उत्पादन समिति लगाएगी 50 पौधे, सरस डेयरी अध्यक्ष राठौड़ ने दिया लक्ष्य

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कोटा। पौधारोपण हमारा नैतिक दायित्व है, जो न केवल पर्यावरण के लिए बल्कि समाज और अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह एक ऐसा कार्य है जो वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए दूरगामी प्रभाव डालता है।

पर्यावरणीय दृष्टिकोण से पेड़ वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके और ऑक्सीजन छोड़कर वायु की गुणवत्ता में सुधार करते हैं। वे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद करते हैं और ग्लोबल वार्मिंग से लड़ने में महत्वपूर्ण हैं। यह बात गुवाड़ी दुग्ध समिति की आमसभा व प्रोत्साहन वितरण समारोह के मुख्य अतिथि चैन सिंह राठौड़ ने कही।

राठौड़ ने हर समिति को 50 पौधो का लक्ष्य देते हुए एक पेड़ मां के नाम अभियान का शुभारंभ भी किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्षता गणेश हूण ने की। विशिष्ट अतिथि मार्केटिंग सोसायटी अध्यक्ष निहाल सिंह राठौड़ ने बताया कि समिति के सदस्यों ने आम, पीपल, बड़, शीशम व अशोक सहित 50 पौधे रोपे ।

इस मौके पर पवन बैरागी अध्यक्ष क्रय विक्रय सहकारी समिति बूंदी व हरि ओम प्रजापात भारतीय जनता युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष खटकड़ बूंदी, कोटा सरस डेयरी डायरेक्टर बनवारी लाल नागर, धनराज सैनी, रामेश्वर, गौरीशंकर भी उपस्थित रहे।

हेल्पलाइन की सौगात
समिति के सचिव शिव चरण बैरागी ने बताया कि अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ के प्रयासों से समिति को हेल्पलाइन नंबर की सुविधा प्राप्त हुई है, जिससे कोई भी समस्या होने पर शीघ्र ही सरस डेयरी कोटा में सम्पर्क कर समाधान प्राप्त किया जा सकता है। राठौड़ ने इस अवसर कहा कि समिति के विकास के लिए डेयरी प्रबंधन सक्रिय व सजग है। हम समितियों के विकास एवं पशुपालकों के संवर्द्धन में सक्रिय है। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर समिति में सक्रिय रूप से दुग्ध उपलब्ध करवाने वाले सदस्यों को डेयरी अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने पारितोषिक देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में सैकड़ो ग्रामीण लोग उपस्थित रहे।