चौबीस घंटे कोटा के डॉक्टर रेल यात्रियों को दे रहे उपचार
कोटा। First aid on the train: पश्चिम मध्य रेलवे का कोटा मंडल यात्री सुविधाओं की बढ़ोतरी की दिशा में लगातार सकारात्मक कार्य कर रहा है। बीते दिनों डीआरएम कार्यालय कोटा के नियंत्रण कार्यालय में रेल मदद पर यात्रियों की त्वरित शिकायतों के निस्तारण के लिए वार रूम बनाया गया। जिसमें 24 X 7 शिफ्टों में पर्यवेक्षक तत्परता के साथ शिकायतों का निस्तारण करने के साथ-साथ यात्रियों का फीड बैक भी ले रहे हैं।
कोटा मंडल ने यात्री सुविधाओं में विशेष रूप से चलती ट्रेन में यात्रियों को आपातकालीन मेडिकल सुविधा तीव्रता से मिल सके इस पर फोकस किया है। जिसके मद्देनजर पहली बार भारतीय रेल में कोटा के डीआरएम मनीष तिवारी के मार्गदर्शन, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक सौरभ जैन एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुपर्णा सेन रॉय के नेतृत्व में 1 जुलाई से कोटा मंडल में चलती ट्रेनों में यात्रियों को तत्काल मेडिकल सुविधा मुहैया कराने की अभिनव पहल की है।
यह सेवा कोटा मंडल एवं मंडल से होकर गुजरने वाली ट्रेनों में सफर करने वाली आमजनता के लिए एक बड़ी राहत है। कोई भी यात्री आपातकालीन परिस्थितियों में नाममात्र शुल्क 50 रुपए देकर इस प्राथमिक उपचार सुविधा का लाभ चलती गाड़ी में ले सकता है।
यह पहल कोटा मंडल में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है, जिस पर यात्रियों की भरपूर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। पूर्ण रूप से सफल होने पर समस्त भारतीय रेल में इस प्रणाली को लागू किया जा सकता है।
चलती ट्रेनों में प्रदान की जाने वाली मेडिकल सुविधायें :-
- मंडल के सभी टिकट चेकिंग स्टाफ के पास चलती ट्रेन में 13 प्रकार की विभिन्न प्राथमिक उपचार की दवाईयों की किट उपलब्ध ।
- आपातकालीन मेडिकल समस्या होने पर यात्री कोच के आन ड्यूटी टीटीई से कर सकता है सीधा सम्पर्क ।
- चलती ट्रेन में नेटवर्क के अनुरूप टेलीफोनिक माध्यम से रेलवे डॉक्टर आडियो या विडियो के माध्यम से कर रहे तत्परता से सामान्य बीमारियों का उपचार ।
- राउंड क्लाक रेलवे चिकित्सक यात्री सेवा के लिए उपलब्ध ।
- विगत 10 दिनों में 95 यात्रियों को चलती ट्रेन में मेडिकल इमरजेंसी सुविधा का मिला लाभ ।
- 90 प्रतिशत यात्री आनड्यूटी टीटीई से सम्पर्क कर एवं शेष 10 प्रतिशत रेल मदद अथवा अन्य माध्यम से सम्पर्क कर ले रहे इस मेडिकल इमरजेंसी सुविधा लाभ ।
- सिर्फ चंद मिनटों में यात्रियों की सामान्य उपचार जैसे-पेटदर्द, बुखार, उल्टी, दस्त, सिर दर्द, हल्की चोट इत्यादि का परामर्श के माध्यम से दवा देकर हो रहा उपचार ।
- यात्रियों में इस सुविधा के प्रति बढ़ी आमजनमानस में जागरूकता एवं रेलवे के प्रति विश्वसनीयता ।