जेईई मेन-2024 : केमिस्ट्री का डिफिकल्टी लेवल सरल, फिजिक्स माध्यम और मैथ्स कठिन रही

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कोटा। JEE Main-2024 Motion Paper Analysis: देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के दूसरे सेशन की परीक्षाएं 4 अप्रैल से शुरू हो गई। गुरुवार को बीई/बी-टेक प्रवेश परीक्षा के साथ इसका आगाज हुआ। पहले दिन केमिस्ट्री का डिफिकल्टी लेवल सामान्य और फिजिक्स का माध्यम रहा। मैथमेटिक्स विषय परंपरागत तौर पर कठिन रहा। परीक्षा 4 से 12 अप्रैल के बीच 11 पारियों में होनी है। इसमें 4, 5, 6, 8 एवं 9 अप्रैल को बीई बीटेक की परीक्षा 10 पारियों में होगी। 12 अप्रैल को बीआर्क की परीक्षा एक पारी में होगी।

मोशन एजुकेशन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने बताया कि गुरुवार को पहली पारी में फिजिक्स में मॉडर्न-फिजिक्स, करंट-इलेक्ट्रिसिटी तथा हीट एवं थर्मोडायनेमिक्स से कई सवाल पूछे गए। अल्टरनेटिंग करंट से रुट मीन स्क्वायर वैल्यू , सेमीकंडक्टर, डायोड एवं रेजिस्टेंस, फाइंड द एक्विवैलेन्ट रेजिस्टेंस ऑफ़ ए कंबाइंड सर्किट तथा हीट एंड थर्मोडायनेमिक्स से ग्राफ के सवाल पूछे गए।

जनवरी-सेशन की तुलाना में 4 अप्रैल की प्रथम-शिफ्ट में फिजिक्स के पेपर के स्तर में सुधार हुआ है। प्रॉपर्टीज ऑफ़ मैटर्स से सोप बबल्स पर आधारित सवाल स्तरीय था। आपको बता दें कि जेईई-मेन जनवरी-अटेम्प्ट में फिजिक्स-विषय के पेपर के स्तर को लेकर विशेषज्ञों ने आपत्ति जताई थी। माना गया था कि फिजिक्स विषय के प्रश्नपत्र का स्तर जेईई-मेन की प्रतिष्ठा के अनुरूप नहीं था।

केमिस्ट्री में पेपर सामान्य रहा। फिजिकल केमिस्ट्री में इलेक्ट्रो केमेस्ट्री तथा सॉल्यूशंस से संबंधित सामान्य सवाल पूछे गए। इनॉर्गेनिक केमेस्ट्री में केमिकल-बॉन्डिंग, कोऑर्डिनेशन कंपाउंड्स से पूछे गए। सवाल भी सामान्य स्तर के ही रहे। स्टूडेंट्स के मुताबिक इनॉर्गेनिक केमिस्ट्री से अपेक्षाकृत अधिक सवाल पूछे गए।

मैथमेटिक्स का पेपर परंपरागत रूप से कठिन रहा। वेक्टर-3डी, कैलकुलस,अलजेब्रा तथा कोऑर्डिनेटर ज्योमेट्री सभी भागों से सवाल पूछे गए। अधिकतर स्टूडेंट्स ने मैथमेटिक्स का पेपर अंतिम समय में अटेंप्ट किया तथा उनके कई सवाल छूट गए।

गौरतलब है कि अप्रैल सेशन के लिए 11 लाख से अधिक स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। पहले ही दिन दो शिफ्ट में 2 लाख से अधिक स्टूडेंट्स परीक्षा दी है। जनवरी परीक्षा के लिए 12 लाख 31 हजार विद्यार्थी पहले ही पंजीकृत हो चुके हैं। उसके उपरांत करीब तीन लाख विद्यार्थी अप्रैल परीक्षा के लिए नए पंजीकृत हुए। ऐसे में जनवरी जेईई मेन दोनों सेशन मिलाकर यूनीक कैंडिडेट की संख्या 14 लाख से अधिक हो चुकी है।