औद्योगिक क्षेत्र को अपराध एवं अतिक्रमण मुक्त क्षेत्र बनाने के प्रयास होंगे: हिंगड़

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पुलिस, केईडीएल, आरएफसी, जेवीवीएनएल एवं रीको के साथ उद्यमियों की संयुक्त बैठक

कोटा। दी एसएसआई एसोसिएशन की ओर से मंगलवार को औद्योगिक क्षेत्र में आ रही समस्याओं को लेकर उद्यमियों, पुलिस विभाग, रीको, राजस्थान वित्त निगम,  केईडीएल, जयपुर विद्युत वितरण निगम विभाग के अधिकारियों के साथ एक संयुक्त बैठक का आयोजन पुरुषार्थ भवन गोबरिया बाउडी पर किया गया।

एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल, सलाहकार बोर्ड के निदेशक एवं कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी, अध्यक्ष अमित सिंघल और सचिव अक्षय सिंह ने बताया कि बैठक में औद्योगिक क्षेत्रों में आ रही कई  समस्याओं के निराकरण पर गहनता से चिंतन हुआ। बैठक में रानपुर औद्योगिक क्षेत्र, चंबल औद्योगिक क्षेत्र, इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र एवं कुबेर औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों ने भाग लिया।

इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भगवत सिंह हिंगड़ ने कहा कि बाहरी एवं वृहद औद्योगिक क्षेत्र होने व सीमित पुलिस फोर्स होने के कारण अपराधिक तत्व अपराध करने में कामयाब हो जाते हैं, जिन्हें रोकने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तत्परता से कार्य करता है।

उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र मे हों रही चोरियां एवं अतिक्रमण की घटनाओं को रोकने के लिए उद्यमियों के साथ सहभागिता से मिलकर प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए शिविरों की व्यवस्था भी की जाएगी। साथ ही पुलिस गश्त में भी तेजी लाई जाएगी, जिससे औद्योगिक क्षेत्रों में होने वाले अपराधों पर अंकुश लग सकेगा।

हिंगड़ ने कहा कि अतिक्रमण से भी अपराधों में बड़ी बढ़ोतरी होती है। रीको हमें अतिक्रमण की जानकारी दे। पुलिस प्रशासन रीको का पूरा सहयोग करने के लिए तैयार है। एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल द्वारा उद्योग में कोई दुर्घटना होने पर उद्यमियों पर धारा 304 A लगाए जाने के मामले में उन्होंने कहा कि उद्योगों में सुरक्षा के माकूल बंदोबस्त होना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर ही धारा 304 लगाई जाती है।

उद्यमियों को अपने उद्योगों के संचालन में पूरी सावधानी बरतते हुए सुरक्षा के सभी संसाधनों को उपयोग में लेना चाहिए, जिससे होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सके। पुलिस प्रशासन कोटा शहर में सभी के सहयोग से अमन-चैन एवं शांति बनाने के लिए कटिबद्ध है।

इस अवसर पर एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल ने राजस्थान वित्त निगम, रीको, जयपुर विद्युत वितरण निगम, केईडीएल एवं पुलिस विभाग से संबंधित उद्यमियों द्वारा दी गई समस्याओं  जिसमें रानपुर औद्योगिक क्षेत्र में अवैध खनन, बिजली की बार-बार ट्रिपिंग, इन्द्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र में चोरी, अतिक्रमण की घटनाएं, सुरक्षा को लेकर कई तरह की विभागीय समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया, जिसे विभागीय अधिकारियों ने शीघ्र निराकरण करने की बात कही। 

इस अवसर पर कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव एवं एसोसिएशन के सलाहकार बोर्ड के निदेशक अशोक माहेश्वरी ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में चोरो, अपराधियों के हौसले इतने बुलंद होते हैं कि वह लोडिंग वाहनों को लेकर चोरियों की घटनाओं को अंजाम देते हैं। विरोध करने पर मारपीट एवं प्राणघातक हमले करने से भी नहीं चूकते। अतिक्रमियो द्वारा जगह-जगह अतिक्रमण कर रखे हैं।

विरोध करने पर उद्यमियो के साथ लड़ाई झगड़ने के लिए आतुर हो जाते हैं। अतः पुलिस प्रशासन को औद्योगिक क्षेत्रों में नियमित गश्त बढ़ाते हुए सभी क्षेत्रों में निरंतर गश्त करनी होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा पूर्व में 35 CPO लगाए गए थे, लेकिन पुलिस विभाग द्वारा उनका सही सलेक्शन नहीं होने के कारण न तो ढंग से गश्त हो पाई और कुछ अपराधी लोगों की नियुक्ति होने से क्षेत्र में चोरियों में और बढ़ोतरी होने लग गई थी।

पुलिस प्रशासन पूरी जांच करके ऐसे व्यक्तियों की नियुक्ति करे। साथ ही उन पर पूरी मॉनिटरिंग करे तो एसोसिएशन अपने भुगतान पर सीपीओ को नियुक्त करने में भी पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोटा कोचिंग शहर की अर्थव्यवस्था की रीड की हड्डी है। हिंगड साहब ने सभी कोचिंग क्षेत्रों में थाना अधिकारी एवं पुलिस उप अधीक्षक के रूप में बेहतरीन कार्य किया है। पुलिस प्रशासन द्वारा वर्तमान में कोचिंग विद्यार्थियों द्वारा की जा रही आत्महत्याओं को रोकने के लिए  किए जा रहे प्रयासों को कोटा के सभी वर्ग पूरी तरह से सहयोग करने को तैयार है।

माहेश्वरी ने कहा कि सरकार द्वारा होटल व्यवसाय को उद्योग का दर्जा देने के बाद राजस्थान राज्य विद्युत मंडल एवं अन्य विभागो द्वारा दी जाने वाली छूट  मे पर्यटन विभाग में रजिस्ट्रेशन एवं कई विभागो की NOC मांगे जाने का प्रावधान रखा हुआ है। कई होटल व्यवसाय इन छूट से वंचित हैं।

जिला उद्योग केंद्र एवं रीको विभाग द्वारा इस तरह की पाबंदी हटाई जाना चाहिए, ताकि सरकार से मिलने वाली स्कीम का सभी को फायदा मिल सके, जिससे क्षेत्र का भी समुचित विकास हो सकेगा। माहेश्वरी ने कहा कि जब राज्य सरकार द्वारा होटल रिसोर्ट एवं रेस्टोरेंट को होटल का दर्जा दे दिया गया है, तो रीको इनको अपने क्षेत्रों में स्थापना की अनुमति क्यों प्रदान नहीं कर रहा है।

इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित सिंघल ने कहा कि एसोसियेशन द्वारा निरंतर हेल्पलाइन के माध्यम से उद्यमियों की समस्याओं को आमंत्रित किया जाता है, जिसको लेकर सभी विभागों के साथ आज इस बैठक का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया, जिसमें उद्योगो से संबंधित सभी विभागों के अधिकारियों ने आकर उद्यमियो को आ रही  ज्वलन्त समस्याओं के निराकरण के प्रयास किए की बात कही है।

रीको के क्षेत्रीय रीजनल मैनेजर एमके शर्मा ने कहा कि मुख्यालय से बात कर जलदाय विभाग के साथ बैठक कर समस्या का शीघ्र निराकरण कराने का प्रयास करेंगे। बैठक में पुलिस उप अधीक्षक हर्षराज सिंह, राजस्थान वित्त निगम के इंद्र कुमार गर्ग, जयपुर विद्युत वितरण निगम के संजीव सक्सेना, केईडीएल के आशुतोष अभिषेक सहित कई अधिकारियों ने भाग लिया।

इनके अलावा बैठक में एसोसिएशन के सचिव अक्षय सिंह, अचल पोद्दार, पवन लालपुरिया, केपी सिंह, मनीष बंसल, समीर सूद, प्रमोद पालीवाल, राजेश गुप्ता, राजकुमार जैन, अनिल मूंदड़ा, कमलदीप सिंह, विपिन सूद, अंकुर गुप्ता, पवन मूंदड़ा, लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष नितिन अग्रवाल, मनोज राठी आदि भी मौजूद थे।