प्याज का भंडारण इस बार 200 लाख टन होने का अनुमान

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नासिक। इस साल प्याज का भंडारण पिछले साल की तुलना में ज्यादा होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल लक्ष्य से कम प्याज का भंडारण हुआ था। बेमौसम बारिश से हुए नुकसान के बावजूद इस साल प्याज का उत्पादन भी अधिक है।

राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान व विकास प्रतिष्ठान (NHRDF) के Acting Director पी के गुप्ता ने बताया कि इस साल 200 लाख टन प्याज का भंडारण करने का लक्ष्य रखा गया है। प्याज का भंडारण करीब करीब पूरा हो चुका है और लक्ष्य भी पूरा होने की संभावना है। पिछले साल 180 लाख टन प्याज का भंडारण हुआ था। इस तरह इस साल पिछले साल से करीब 11 फीसदी ज्यादा भंडारण हुआ है।

महाराष्ट्र के नासिक जिले के प्याज किसान संतराम डोंगरे ने कहा कि इस साल भी प्याज का उत्पादन अधिक है। जिससे भंडारण भी ज्यादा हुआ है। पिछले साल करीब 350 टन प्याज का भंडारण किया था। इस साल 400 टन प्याज का भंडारण किया है। देश में रबी सीजन वाली प्याज का अप्रैल-मई के दौरान भंडारण किया जाता है। जिसकी खपत जून से अक्टूबर तक होती है। अक्टूबर से खरीफ सीजन वाली नई प्याज की आवक शुरू हो जाती है।

भारतीय सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्रीराम गाढवे कहते हैं कि बेमौसम बारिश से प्याज की फसल को नुकसान जरूर हुआ है, लेकिन उत्पादकता अधिक होने से पैदावार पिछले साल से ज्यादा है। पिछले साल 317 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था।

उत्पादन बढ़ने से इस साल भंडारण भी ज्यादा हुआ है। प्याज का ज्यादातर भंडारण महाराष्ट्र में हुआ है क्योंकि महाराष्ट्र रबी सीजन वाली प्याज का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। यहां 140 से 150 लाख टन प्याज पैदा होता है।