नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने मंगलवार को कहा कि YONO ऐप सहित इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से किए गए 5 लाख रुपये तक के तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) लेनदेन पर कोई सेवा शुल्क नहीं लगेगा। ग्राहक अब IMPS के जरिए 5 लाख रुपये तक का पेमेंट तुरंत कर सकेंगे। पहले यह सीमा 2 लाख रुपये थी।
हालांकि, अगर आप बैंक ब्रांच में जाकर IMPS करते हैं, तो आपको जीएसटी के साथ सर्विस चार्ज देना पड़ सकता है। इसकी जानकारी बैंक ने ट्विटर पर दी है। बैंक द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, बैंक की शाखाओं से होने वाले IMPS ट्रांजैक्शन के लिए 2 लाख से 5 लाख रुपये का एक नया स्लैब बनाया गया है। इस स्लैब के तहत आने वाली रकम पर सर्विस चार्ज “20 रुपये + जीएसटी” होगा। ये निर्देश 1 फरवरी 2022 से लागू होंगे।
एसबीआई के मुताबिक, डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए IMPS ट्रांजैक्शन पर सर्विस चार्ज नहीं लागू करने का फैसला किया है। यह लेन-देन योनो ऐप, इंटरनेट बैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग के जरिए किया जा सकता है।
IMPS के तहत 1,000 रुपये तक की लेनदेन राशि पर कोई सेवा शुल्क नहीं है। ₹1,001 से ₹10,000 तक, 2 रुपये प्लस जीएसटी का शुल्क लागू है। 10,001 रुपये से 1 लाख रुपये के लेनदेन पर 4 रुपये प्लस जीएसटी शुल्क लगता है। 1 लाख रुपये से ऊपर 2 लाख रुपये तक की राशि के लिए 12 रुपये प्लस जीएसटी लागू होता है। ये शुल्क केवल बैंक ब्रांच के माध्यम से किए गए लेनदेन पर लागू होते हैं।