भामाशाह योजना में बेरोजगार युवाओं को बैंकों के माध्यम से वितरित ऋणों का समय पर चुकारा करने पर अब चार के स्थान पर 8 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाएगा
जयपुर। राज्य सरकार ने एमएसएमई पखवाड़े के दौरान प्रदेश के युवाओं को एक और बड़ी सौगात दी है। उद्योग मंत्री \ राजपाल सिंह ने बताया कि भामाशाह रोजगार सृजन योजना में अब बेरोजगार युवाओ को स्वरोजगार हेुत ऋण पर 8 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाएगा।
शेखावत ने बताया कि भामाशाह योजना में बेरोजगार युवाओं को बैंकों के माध्यम से वितरित ऋणों का समय पर चुकारा करने पर अब चार के स्थान पर 8 प्रतिशत ब्याज अनुदान दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि योजना को सरल बनाते हुए अब दिए जाने वाले ऋणों पर बैंकों की ब्याज दर 8 प्रतिशत या इससे कम है तो ऎसे ऋणियों को समय पर ऋण चुकाने पर बैंकों से शतप्रतिशत ब्याज अनुदान देय होगा।
उद्योग मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए व्यापार व सेवा क्षेत्र में अधिकतम 10 लाख रुपये व विनिर्माण क्षेत्र में 25 लाख रुपए तक का ऋण बैंकों के माध्यम से दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन ऋणों पर मार्जिन मनी का निर्धारण बैंकों के नियमानुसार होगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 17 सितंबर को एमएसएमई डे पर भामाशाह रोजगार सृजन योजना में ब्याज अनुदान बढ़ाने की घोषणा की थी जिसके क्रम में राज्य सरकार ने ब्याज अनुदान 4 से बढ़ाकर 8 प्रतिशत करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
उद्योग आयुक्त कुंजी लाल मीणा ने बताया कि एमएसएमई वर्ष के दौरान राज्य में मनाए जा रहे एमएसएमई पखवाड़े के दौरान ही प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में ऋण वितरण के लक्ष्यों में ढ़ाई गुणा से भी अधिक की बढ़ोतरी कर दी गई है।
मीणा ने बताया कि अब प्रदेश में 6187 परियोजनाओं के लिए ऋण वितरित कर 122 करोड़ रुपए से अधिक का मार्जिन मनी अनुदान दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इससे पहले इस वर्ष जिला उद्योग केन्द्रों, राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड और खादी और ग्रामोद्योग आयोग के माध्यम से 2475 परियोजनाओं के लिए ऋण वितरण और 49 करोड़ रु. अनुदान ही मार्जिन मनी के रूप में उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित था।