कोटा। शहर में नया ट्रांसपोर्ट नगर शंभूपुरा में बनेगा। नया ट्रांसपोर्ट नगर भूखंड आवंटन के तीन से पांच वर्ष में शुरू होगा। नगर विकास न्यास की इस योजना में 615 भूखंडों का आवंटन लाटरी से किया जाएगा। इसमें भूखंड आवंटन के लिए राजस्थान का मूल निवासी होना और पिछले तीन साल से लगातार ट्रांसपोर्ट व्यवसायी होना जरूरी है।
यह जानकारी मंगलवार को पत्रकार वार्ता में कोटा टांसपोर्ट कंपनीज एसोसिएशन के अध्यक्ष जेपी शर्मा ने दी। उन्होंने बताया की योजना की जानकारी देने के लिए 25 फरवरी को दोपहर 12 :30 बजे शहर के सभी ट्रांसपोर्टर्स की गोबरिया बावड़ी स्थित पुरुषार्थ भवन में मीटिंग बुलाई गई है।
उन्होंने कहा कोटा शहर का विस्तार होने से वर्तमान ट्रांसपोर्ट नगर छोटा पड़ता जा रहा था। इससे ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों को परेशानी के साथ वाहनों के आवागमन से शहर में प्रदूषण बढ़ने की संभावना रहती है। नवीन ट्रांसपोर्ट नगर को भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए इसे UIT ने तैयार किया है । नए स्थान पर ट्रांसपोर्ट नगर बनने से शहर में बड़े व्यावसायिक वाहनों का आवागमन नहीं होगा। दुर्घटना एवं प्रदूषण मुक्त शहर बनेगा।
उन्होंने बताया कि इस बार कोरोना से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय के प्रभावित होने के कारण इस योजना में आवेदकों को राहत देते हुए किश्ताें में राशि जमा कराने का प्रावधान किया गया है। ट्रांसपोर्टर को वहां पर 6800 रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से भूखंडों का आवंटन होगा। पहले न्यास ने वहां 10 हजार रुपये वर्गमीटर की दर निर्धारत की थी, किन्तु जब नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल को कोरोना काल की आर्थिक परेशानियों का जिक्र किया तो उन्होंने दर कम कर ली। सचिव मधुसूदन खंडेलवाल ने बताया कि भूखंड की साइज 15 गुना 36, 9 गुना 18, 6 गुना 12 और 4.5 गुना 9 मीटर है।
पुराने ट्रांसपोर्ट नगर का क्या होगा
उन्होंने बताया कि शंभूपुरा में भूखंड आवंटन के बाद कार्य शुरू करने के लिए तीन से पांच वर्ष का समय दिया जायेगा। आवंटन के समय ट्रांसपोर्टर से शपथ पत्र लिया जायेगा। जब वहां ट्रांसपोर्ट नगर चालू हो जायेगा तो गोबरिया बाउड़ी के पास के पुराने ट्रांसपोर्ट नगर से कारोबार बंद करना पड़ेगा।