नई दिल्ली। केरल में बारिश होने के कारण छोटी इलायची के बढ़ते भाव रूक गए है। कमजोर मांग के कारण गत दो दिनों में दिल्ली बाजार में भाव 25/30 रुपए तक घटाकर बोले गए है।
केरल के कुम्भली एवं काटापाना क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है। जोकि छोटी इलायची फसल के लिए लाभदायक है। उत्पादक केन्द्रों पर आज हुई ग्रीन कार्डमम ट्रेडिंग कम्पनी नीलामी में 34100 किलो की आवक हुई औअर 32432 किलो का व्यापार हुआ।
नीलामी में छोटी इलायची के अधिकतम भाव 2613 रुपए एवं एवरेज भाव 1911.53 रुपए प्रति किलो बोले गए। इससे पूर्व नीलामी में अधिकतम भाव 30/3 रुपए एवं एवरेज भाव 2099.77 रूपये बोले गए है।
कालीमिर्च की कीमतों में मंदी नहीं: कालीमिर्च की वर्तमान कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है। क्योंकि उत्पादक केन्द्रों पर आवक घटनी शुरू हो गई है। साथ ही वियतनाम से भी आयात नहीं हो रहा है। इसके अलावा चालू सीजन के दौरान श्रीलंका से भी आयात कम ही रहेगा। जिस कारण से आगामी दिनों में कालीमिर्च के भाव मजबूत रहने के अनुमान लगाए जा रहे है।
कालीमिर्च की वर्तमान कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है। क्योंकि उत्पादक केन्द्रों पर आवक घटनी शुरू हो गई है। साथ ही वियतनाम से भी आयात नहीं हो रहा है। इसके अलावा चालू सीजन के दौरान श्रीलंका से भी आयात कम ही रहेगा। जिस कारण से आगामी दिनों में कालीमिर्च के भाव मजबूत रहने के अनुमान लगाए जा रहे है।
वर्तमान में कोचीन बाजार में कलिमिच का क्वलिटीनुसार भाव 600/635 रुपए प्रति किलो बोला जा रहा है। जबकि कर्नाटक की चिकमगलूर मंडी में भाव 595 रुपए चल रहा है। दिल्ली बाजार में भी क्वालिटीनुसार भाव 680/800 रुपए के स्तर पर पहुंच गया है।
मखाना की कीमतों में तेजी: स्टॉक की कमी के चलते मखाना शॉर्टेज की जिस बन गया है। जिस कारण मखाना के ऊपर में भाव कुछ भी बन सकते हैं। उत्पादक केन्द्रों से सप्लाई न होने के कारण खपत केन्द्रों पर मखाना के भाव दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। दिल्ली बाजार में आज मखाना के भाव 40/50 रुपए प्रति किलो तक बढ़ाकर बोले गए है।
जबकि गत दो दिनों के दौरान दरभंगा में क्वालिटीनुसार मखाना के भाव 50/100 रुपए प्रति किलो तक बढ़ गए हैं। उपलब्धता न होने के कारण अभी भी बाजार में धारणा तेजी की बनी हुई है। नई फसल आने तक बाजार में तेजी रहेगी। उल्लेखनीय है कि नए भावों की आवक जुलाई माह में शुरू होगी।