कोटा शहर के निजी स्कूल संचालकों को सौंपी किट
कोटा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला का प्रयास है कि संसद को देश के आम आदमी के जितना संभव उतना निकट लाया जाए। संसद के प्रतिदिन के कार्यों में आमजन की सहभागिता बढ़े। जब एक साधारण परिवार का बच्चा संसद देखने जाएगा तो उस घर के सभी सदस्यों की संसद और संसदीय प्रक्रियाओं में रूचि बढ़ेगी। इसी सोच के साथ उन्होंने ‘समझ संसद की‘ प्रतियोगिता के आयोजन की पहल की है। यह बात कोटा नगारिक सहकारी बैंक लि. के अध्यक्ष राजेशकृष्ण बिरला ने कोटा जिले के निजी विद्यालयों के संचालकों और संस्था प्रधानों के कार्यक्रम में कही।
धरणीधर गार्डन में निजी विद्यालयों के लिए ‘समझ संसद की’ प्रतियोगिता के आमुखीकरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजेश कृष्ण बिरला ने कहा कि आम व्यक्ति को संसद को देखने के लिए जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। लेकिन स्पीकर ओम बिरला ने बच्चों के लिए इस प्रक्रिया को बहुत सरल बना दिया है। प्रतियोगिता के दो चरणों में सफलता प्राप्त करने वाले विद्यार्थी संसद के अध्ययन दौरे पर जाएंगे। इससे न सिर्फ बच्चों को आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि उनके परिवार, विद्यालय और शहर का गौरव भी बढ़ेगा।
समाजसेवी व उपभोक्ता भण्डार के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला ने कहा कि कोटा तभी सम्पूर्ण शैक्षणिक नगरी बनेगा जब यहां से बच्चे मेडिकल और इंजीनियरिंग के साथ प्रशासनिक परीक्षाओं में भी सफल हों। समझ संसद की प्रतियोगिता बच्चों में प्रशासनिक क्षेत्र में जाने की रूचि उत्पन्न करेगी। इस प्रतियोगिता के माध्यम से जब बच्चे संसद के अध्ययन दौरे पर जाएंगे तब वे न सिर्फ लोकतांत्रिक मूल्यों से परिचित होंगे बल्कि संवैधानिक प्रक्रियाओं के प्रति भी उनमें एक नई जागरूकता आएगी। इसको देखते हुए आवश्यक है कि कोटा और बूंदी के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों से शत-प्रतिशत बच्चे इस प्रतियोगिता में भाग लें।
प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी तथा शिक्षा विभाग में सहायक निदेशक मोहन लाल बैरवा ने कहा कि प्रतियोगिता की तैयारी के लिए लोक सभा की संस्था प्राइड और शिक्षा विभाग ने उपयोगी किट तैयार की है। जिन भी विद्यालयों के बच्चे प्रतियोगिता के माध्यम से चयनित होकर संसद जाएंगे, यह उन विद्यालयों के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। विद्यालय संचालक बच्चों को परीक्षा के लिए अच्छी तरह से तैयार करें। साथ ही परिवार और सामुदायिक स्तर पर भी इस बारे में जागरूकता उत्पन्न करें।
कार्यक्रम को पूर्व महापौर तथा मां भारती ग्रुप के चेयरमैन महेश विजय, प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर सोसायटी के महासचिव तथा लॉर्ड कृष्णा ग्रुप के अध्यक्ष संजय शर्मा, प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्य प्रकाश गौतम ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक सुरेंद्र सिंह गौड़, सहोदय कॉम्प्लेक्स की सचिव लता कोठारी, प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर सोसायटी के संरक्षक कुंज बिहारी गौतम, निजी शिक्षण संचालक संस्थान के सचिव पंकज वात्सय भी उपस्थित रहे। प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन के संभागीय अध्यक्ष महेश गुप्ता ने आभार व्यक्त किया।
प्रतियोगिता का पहला चरण 1 दिसंबर को
समझ संसद की प्रतियोगिता का पहला चरण 1 दिसंबर को विद्यालय स्तर पर आयोजित किया जाएगा। इसका परिणाम सभी स्कूलों को 10 दिसंबर तक घोषित करना होगा। पहले चरण के सफल प्रतिभागी 12 जनवरी को आयोजित दूसरे चरण की परीक्षा में भाग लेंगे। दूसरे चरण में चयनित विद्यार्थी संसद के अध्ययन दौरे पर जाएंगे।
विद्यालय में ही होगा पंजीकरण
समझ संसद की प्रतियोगिता में कोटा तथा बूंदी के सभी निजी तथा सरकारी विद्यालयों के कक्षा 6 से 12वीं के विद्यार्थी भाग लेंगे। इसके लिए रजिस्ट्रेशन संबंधित स्कूल में ही किए जाएंगे। पहले चरण की परीक्षा भी स्कूल में ही होगी।