- कोटा में बीएसएल-3 लैब और जीनोम सिक्वेंसिंग की मिली स्वीकृति
- आईएमए कोटा के शपथ ग्रहण में लोक सभा अध्यक्ष ने दी जानकारी
कोटा। देश और दुनिया में चिकित्सक का सम्मान सदा उच्च रहा है। हमारे चिकित्सकों व सभी स्वास्थ्य कर्मियों के सेवा व समर्पण का ही परिणाम था कि जब विश्व के बड़े-बड़े देश,जो अपने मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए जाने जाते थे, वहां की चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई लेकिन हमारा देश अपने स्वास्थ्य कर्मियों के कौशल के बल पर विपरित स्थितियों में भी स्थिर खड़ा रहा। कोविड ने हमें सीख दी है कि हम अपने चिकित्सा संस्थानों को बेहतर बनाएं। मेरी कोशिश रहती है कि इलाज के लिए लोगों को बाहर नहीं जाना पड़े।
हमारे डॉक्टर्स प्रोफेशनल रूप से सर्वश्रेष्ठ हैं, केवल इन्फ्रास्ट्रक्चर और नई तकनीक की आवश्यकता है। हम मिलकर कोटा को मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर में आत्म निर्भर बनाएंगे। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यह बात इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) कोटा के शपथ ग्रहण समारोह में कही।
इसके पूर्व लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आईएमए कोटा की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि आईएमए डॉक्टर्स ,प्रशासन व सरकार के बीच सेतू की भूमिका निभाते हुए अपने दायित्व को संवेदनशीलता के साथ पूरा करता है। मुझे आशा है कि डॉ. आरपी मीना एवं डॉ. अखिल अग्रवाल के नेतृत्व में नवनिर्वाचित कार्यकारिणी इस दिशा में ऊर्जा और सकारात्मकता से कार्य करेगी।
जल्द स्थापित होगी बीएसएल-3 लैब
स्पीकर बिरला ने कहा कि कोटा मेडिकल कॉलेज में 17 करोड़ की लागत से BSL-3 लैब स्थापित होने जा रही है। लैब के शुरू होने के बाद अब तक जो टेस्ट बाहर होने जाते हैं वो कोटा में हो पाएंगे। इसी के साथ 3 करोड़ रुपए की लागत से एडवांस्ड जीनोम सीक्वेंसिंग तकनीक भी कोटा में स्थापित की जाएगी, जिससे कोविड और कोविड के नए वेरियेंट्स की जांच भी यहा हो सकेगी।
नए वैरिंयट की जांच कोटा में संभव होगी
कोटा में स्वीकृत BSL-3 लैब शुरू होने के बाद बाद इबोला, निपाह जैसे वायरस की पहचान करना भी संभव हो सकेगा। पहले बड़ी जांचों के लिए कोटा को जयपुर और दिल्ली पर निर्भर रहना पड़ता था लोकिन अब यह कोटा में भी संभव हो सकेगा। कोटा को भौगोलिक दृष्टिकोण के कारण देश के प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में शामिल किया गया रहा है। इसके तहत कोटा मेडिकल कॉलेज को नेक्स्ट जनरेशन सिक्वेसिंग सिस्टम फोर जीनोमिक सर्विलांस मशीनें (एनजीएस) मिलने जा रही है। मेडिकल क्षेत्र के साथ इस तकनीक का इस्तेमाल फॉरेंसिंक जांचों के लिए भी हो पाएगा।
कोटा को मिली बड़ी सौगात
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना ने कोटा मेडिकल कॉलेज में बीएसएल-3 लैब व जीनोम सिक्वेंसिंग की स्वीकृति के लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार जताया। डॉ. सरदाना ने कहा कि बीएसएल-3 व जीनोम सिक्वेंसिंग की सौगात मिलने के बाद कोटा मेडिकल कॉलेज की गिनती देश के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा संस्थानों में होगी। स्पीकर बिरला के प्रयास से ही ग्रामीण क्षेत्र में मॉडल रूरल हेल्थ रिसर्च यूनिट स्कीम (एमआरएचआरयू) के माध्यम से सीएचसी स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार हो रहा है।