Friday, May 10, 2024
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बढ़ती ब्याज दरें और उच्च महंगाई से कर्ज डूबने का खतरा बढ़ा: आरबीआई

नई दिल्ली। बढ़ती ब्याज दरें और उच्च महंगाई दर से असुरक्षित कर्ज पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों को आगाह किया है। इसने कहा है कि आने वाले समय में इस तरह के कर्ज पर डिफॉल्ट का खतरा बढ़ सकता है। पिछले माह बैंकों के साथ बैठक में केंद्रीय बैंक ने यह निर्देश दिया था।

असुरक्षित कर्ज में ज्यादातर पर्सनल और क्रेडिट कार्ड के कर्ज आते हैं। इनके लिए बैंक कोई भी गिरवी नहीं रखते हैं। इसलिए इस तरह के कर्ज पर ज्यादा जोखिम की आशंका बनी रहती है। कोरोना कम होने से अब बैंक असुरक्षित कर्ज बांटने में फिर तेजी दिखाने लगे हैं। क्रेडिट कार्ड पर बैंकों ने जनवरी, 2023 तक कुल 1.87 लाख करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। जनवरी, 2022 में यह 1.53 लाख करोड़ रुपये था। एक साल में इसमें 34 हजार करोड़ की बढ़त आई है।

एक निजी बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, असुरक्षित कर्ज देने में जोखिम आरबीआई के रडार पर रहा है। आरबीआई निजी तौर पर बैंकों को इस तरह के जोखिमों के प्रति आगाह करता रहा है। उन्हें अंडरराइटिंग प्रैक्टिस को कड़ा करने के लिए कहा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, सितंबर, 2022 तक सभी उत्पाद श्रेणियों में कुल कंज्यूमर क्रेडिट में धोखाधड़ी का स्तर सरकारी बैंकों के लिए 4.3 फीसदी और निजी बैंकों के लिए 1.5 फीसदी था। एक साल पहले यह क्रमशः 4.8 फीसदी और 2.4 फीसदी पर था। आक्रामक उधार देने से ज्यादा डिफॉल्ट हो सकता है। अगर चेक और बैलेंस बनाए नहीं रखा जाता है तो संपत्ति की गुणवत्ता में गिरावट आ सकती है।

और बढ़ सकती है नीतिगत दरें: बैंकरों का कहना है कि आरबीआई इस बात को लेकर चिंतित है कि ब्याज दरों में तेज वृद्धि कर्ज डिफॉल्ट को और बढ़ावा दे सकती है। इससे अधिक जोखिम पैदा होने की आशंका है। पिछले साल मई से इस साल फरवरी तक आरबीआई ने छह बार में रेपो दर में 2.5 फीसदी की वृद्धि की है। अनुमान है कि आगे नीतिगत दरें और बढ़ सकती हैं।

बजाज मोटरसाइकिल का पहला मॉडल 27 जून को लंदन में होगा लॉन्च

नई दिल्ली। भारत की टॉप टू-व्हीलर कंपनियों में शुमार बजाज ऑटो अब यूके के बाजार में एंट्री करने वाली है। कंपनी 27 जून को लंदन में अपना पहला प्रोडक्ट लॉन्च करने वाली है। ये प्रोडक्ट बजार और ट्राइम्फ की पार्टनरशिप में तैयार हुआ है।

दोनों कंपनियों ने 2017 में हाथ मिलाया था। लंबे समय से इनकी मोटरसाइकिल लॉन्च होने की चर्चा भी हो रही है। माना जा रहा है कि ये रॉयल एनफील्ड के सेगमेंट की होगी। फिलहाल लॉन्च होने वाले मॉडल की डिटेल सामने नहीं आई है।

ऑटो इंडस्ट्री से जुड़े एक्सपर्ट के मुताबिक, यह एक मिडिल वेट एडवेंचर मोटरसाइकिल हो सकती है। जिसे ऑनरोड और ऑफरोड राइडिंग कर सकेंगे। बजाज ऑटो के MD राजीव बजाज ने CNBC-TV8 को एक इंटरव्यू के दौरान इस बात की जानकारी दी कि बजाज और ट्रायम्फ की पार्टनरशिप में तैयार प्रोडक्ट्स को 27 जून को लंदन में पेश किया जाएगा।

ये ग्लोबल प्रोडक्ट होगा। जिसे यूके के बाद दूसरे देशों में भी लॉन्च किया जाएगा। हालांकि, राजीव ने बताया कि इस प्रोडक्ट के फीचर्स या दूसरी बातों से जुड़ी उनके पास कोई जानकारी नहीं है।

राजीव बजाज के मुताबिक, वे भारत में फाइनेंशियल ईयर 2024 की दूसरी तिमाही में ट्रायम्फ के साथ अपनी पार्टनरशिप के तहत कई प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। इसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल समेत नई मोटरसाइकिलों की एक पूरी नई रेंज शामिल हो सकती है।

फिलहाल बजाज के पोर्टफोलियो में चेतक इलेक्ट्रिक स्कूटर शामिल है। कंपनी चेतक ब्रांड के तहत कई इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर लॉन्‍च करने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि इसमें कई बजट मॉडल होंगे।

Hero Passion Plus 100 सीसी वाली बाइक जल्द ही होगी लांच

नई दिल्ली। हीरो पैशन प्लस बाइक (Hero Passion Plus) जल्द ही लांच होने वाली है। हाल ही में कंपनी ने एक डीलर मीटिंग रखी थी, जहां इस बाइक को शो किया गया था। इवेंट के दौरान हीरो की अपकमिंग बाइक की तस्वीरें बाहर आ गई हैं। कंपनी आने वाले समय कम से कम 5 नए प्रोडक्ट्स लाने वाली है, जिसमें Passion Plus का नाम भी शामिल है। आइये जानते हैं इस बाइक में क्या है खास?

इंजन: पैशन प्लस को बीएस6 एमिशन नॉर्म्स के रोलआउट के बाद बंद कर दिया गया था। तब से हीरो 110cc सिंगल-सिलेंडर इंजन के साथ पैशन प्रो बेच रहा है। पैशन प्लस स्लोपर इंजन को भी वापस लाएगी, जिसमें 97.2cc, एयर-कूल्ड इंजन लगा हुआ है, जो 8 बीएचपी की पावर और 8 एनएम की पीक टॉर्क जेनरेट करती है।

डिजाइन: डिजाइन के मामले में नई पैशन प्लस काफी जानी पहचानी लगती है। इसमें थोड़ा फिर से काम किया हुआ काउल, ग्रैब्रिल के साथ सिंगल-पीस सीट और फिर से डिज़ाइन की गई टेललाइट है। बाइक में ब्लैक कलर के अलॉय व्हील मिलते हैं। वहीं सामने की ओर टेलिस्कोपिक फोर्क सस्पेंशन से लैस है।

ब्रेकिंग सिस्टम: 2023 पैशन प्लस को एक संयुक्त ब्रेकिंग सिस्टम (CBS) मिलेगा और यह हाल ही में पेश किए गए OBD-2 और BS6 चरण 2 मानदंडों का पालन करेगा।

कीमत: कंपनी ने इस अपकमिंग बाइक के लॉन्चिंग को लेकर कोई भी ऑफिसियल जानकारी शेयर नहीं की है। कयास लगाया जा रहा है कि यह जुलाई तक फिर से वापसी के लिए तैयार है। कीमत की बात करें तो इस अपकमिंग बाइक की कीमत लगभग 75,000 रुपये (एक्स-शोरूम) हो सकती है। इसका मुकाबला TVS Radeon, Bajaj Platina100 और Honda Shine 100 से होगा।

पोर्श केयेन और केयेन कूपे फेसलिफ्ट भारत में लॉन्च, जानिए कीमत और रेंज

नई दिल्ली। पोर्श केयेन फेसलिफ्ट (Porsche Cayenne Facelift)और केयेन कूपे (Cayenne Coupe) फेसलिफ्ट कारों को भारत में लॉन्च कर दिया गया है। जबकि केयेन फेसलिफ्ट की कीमत 1.36 करोड़ रुपये रखी गई है, केयेन कूप फेसलिफ्ट की कीमत 1.42 करोड़ रुपये (दोनों कीमतें, एक्स-शोरूम, भारत) है। नई पोर्श की डिलीवरी भारत में जुलाई 2023 में शुरू होगी।

लग्जरी केबिन: Cayenne की केबिन काफी लग्जरी है। इसमें 3 स्क्रीन डैशबोर्ड लेआउट दिया गया है। इसमें कर्व्ड, 12.6 इंच का डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, बीच में 12.3 इंच का टचस्क्रीन और पैसेंजर के लिए 10.9 इंच का टचस्क्रीन (विकल्प के रूप में उपलब्ध) है। स्क्रीन डैशबोर्ड काफी स्मूथ तरीके से काम करता है, जहां ये इतना एडवांस है कि वाइस कमांड के जरिए ही कई कमांड को आसानी से समझ जाती है। अन्य बदलावों में टायकन जैसा डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर , एक नया स्टीयरिंग व्हील, एक डैश-माउंटेड ड्राइव सेलेक्टर और एक नया डिजाइन किया गया सेंट्रल कंसोल शामिल है।

पावरफुल इंजन: केयेन और केयेन कूप के केवल बेस मॉडल वर्तमान में उपलब्ध हैं, जो 3.0-लीटर, ट्विन-टर्बोचार्ज्ड V6 पेट्रोल इंजन से चलती हैय़ इसका इंजन 353hp और 500Nm की पीक टॉर्क जेनरेट करने में सक्षम है। इसमें 8-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से जुड़ा है।

बैटरी: ई-हाइब्रिड मॉडल आने वाले समय में जल्द ही लॉन्च होने वाली है, वही V6 इंजन साझा करते हैं, लेकिन इसकी पावर अधिक है। इसका जो पावर है वह 470hp है। इसकी 25.9kWh की बैटरी इसे 90km तक की इलेक्ट्रिक-ओनली रेंज हासिल करने में मदद करती है और 11kW ऑन-बोर्ड चार्जर लगभग 2.5 घंटे में इसकी बैटरी चार्ज हो जाती है।

स्पीड: पोर्शे ने मेंशन किया कि हाइ परफार्मेंस केयेन टर्बो जीटी को भारत के साथ-साथ यूरोप, जापान, हांगकांग, ताइवान और सिंगापुर में नहीं बेचा जाएगा। अपडेटेड टर्बो जीटी अब पिछले मॉडल की तुलना में 659hp, 19hp अधिक प्रोड्यूस करती है। यह अभी भी 3.3 सेकेंड में 0-100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल कर सकती है लेकिन अब इसकी टॉप स्पीड बढ़कर 305 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है।

Paper Leak Case: बाबूलाल कटारा ने शेर सिंह मीणा से एक करोड़ रुपये में की थी डील

जयपुर। Paper Leak Case: वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। प्रारम्भिक पूछताछ में यह सामने आया था कि आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा ने 60 लाख रुपए में पेपर बेचा था। अब एक और जानकारी सामने आई है कि कटारा ने 60 लाख के बजाय शेर सिंह मीणा से एक करोड़ रुपए वसूले थे।

एसओजी सूत्रों से पता चला है कि 480 प्रश्नों के बदले बाबूलाल कटारा ने शेर सिंह मीणा से 60 लाख रुपए नकद लिए थे। जबकि 40 लाख रुपए स्वयं लेने के बजाय एक बिल्डर को दिलवाए। चूंकि कटारा ने कई बिल्डरों से अलग-अलग जगह जमीनें खरीद रखी हैं, ऐसे में एक बिल्डर के बकाया रुपए शेर सिंह मीणा ने चुकाए थे।

बाबूलाल कटारा को कोर्ट में पेश करने के बाद 10 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इसी दरमियान एसओजी की टीम गुरुवार को कटारा को लेकर डूंगरपुर स्थित उसके घर पर गई थी। तलाशी के दौरान कटारा के घर में 51 लाख 20 हजार रुपए नकद मिले। साथ ही आधा किलो से ज्यादा सोने के आभूषण बरामद किए हैं।

साथ ही कटारा के भांजे विजय डामोर के घर से सोने का एक कड़ा बरामद किया है। सोने का ये कड़ा शेर सिंह मीणा ने दिया था। चूंकि विजय डामोर अपने मामा बाबूलाल कटारा के आवास पर ही रहता था। पेपर लीक की पूरी रकम कटारा को दी तो विजय को खुश रखने के लिए उसे सोने का कड़ा दिया था।

पेपर लीक की आंच अब आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा के घर तक पहुंच गई है। एसओजी की टीम ने बाबूलाल कटारा के बेटे डॉ. दीपेश कटारा और उसके दोस्त गौतम कटारा को भी पकड़ लिया है। दीपेश और गौत्तम को डूंगरपुर से जयपुर एसओजी कार्यालय लाया गया है।

डॉ. दीपेश ने जयपुर के एक नामी मेडिकल कॉलेज से हाल ही में एमबीबीएस पूरी की है। डॉक्टरी पूरी होने के बाद भी दीपेश किसी भी होस्पिटल में प्रेक्टिस या आगे की पढ़ाई नहीं कर रहा है। दीपेश और उसके दोस्त गौत्तम से पूछताछ की जा रही है। पेपर लीक मामले में जल्द ही इन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर)

हटेंगे टोल नाके, अब देश भर में जीपीएस से होगी टोल टैक्स वसूली

नई दिल्ली। देशभर से जल्द ही टोल प्लाजा हटाए जाने वाले हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय टोल वसूली के लिए नई तकनीक के इस्तेमाल की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अगले कुछ महीनों के अंदर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन सिस्टम और जीपीएस बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम को लागू किया जाना है।

इस बीच, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि टोल वसूली के लिए वाहनों में जीपीएस अनिवार्य करने की दिशा में कुछ कड़े प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए। अगर संभव हो तो इसे वाहनों के इंश्योरेंस से जोड़ दिया जाए। यानी जीपीएस लगे होने पर ही वाहन का इंश्योरेंस होना चाहिए।

दरअसल, वर्तमान में फास्टैग के जरिए टोल वसूली की जा रही है, लेकिन जीपीएस और ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन सिस्टम के जरिए टोल वसूली शुरू होने पर सभी टोल नाकों को हटाना होगा। एनएचएआई का मानना है कि देश में बड़ी संख्या में लोग टोल से बचने के लिए गाड़ी में जीपीएस नहीं लगाएंगे या फिर नंबर प्लेट को किसी कपड़े या कागज से कवर कर लेंगे।

इसी तरह से कई हेराफेरी करके टोल से बचना चाहेंगे। ऐसी स्थिति के अंदर चाहिए कि जब नए सिस्टम के जरिए टोल वसूली शुरू हो तो उसके लिए पुख्ता इंतजाम किया जाएं। हर वाहन में जीपीएस लगे, उसके लिए इंश्योरेंस की अनिवार्य शर्तों में जीपीएस को जोड़ दिया जाए। अगर किसी वाहन में जीपीएस नहीं है और वो सक्रिय नहीं है तो उसका इंश्योरेंस न किया जाए। अगर कोई व्यक्ति वाहन से जुड़े वॉलेट में टोल के हिसाब से पर्याप्त बैलेंस नहीं रखता है तो उसके लिए भी जुर्माना लगाने की व्यवस्था की जाए।

समय बचाने की कवायद : मंत्रालय चाहता है कि उसके सभी नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा के चलते लोगों को सफर में देरी न हो। अभी फास्टैग के जरिए टोल वसूली होने से टोल पर लगने वाले समय में कमी आई है।

जानें क्या है योजना:जीपीएस के जरिए यह नापा जाएगा कि वाहन नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर कुल कितने किलोमीटर चला। उसके बाद वाहन के नंबर को कैमरों के माध्यम से स्कैन किया जाएगा। जो सिस्टम को यह बताएगा कि वाहन में किस कंपनी का फास्टैग वॉलेट लगा है। उसके बाद दूरी के हिसाब से टोल कट जाएगा।

ये नए काम करने पड़ सकते हैं

  • नए सिस्टम से अगले एक वर्ष में सभी वाहनों में जीपीएस लगाना अनिवार्य होगा।
  • नए वाहनों में ऑटोमोबाइल कंपनियों द्वारा जीपीएस लगाना पूरी तरह से अनिवार्य होगा।
  • परिवहन विभाग जीपीएस ट्रैकर के आधार पर ही वाहन का पंजीकरण नंबर जारी करेगा।
  • फास्टैग वॉलेट में पर्याप्त बैलेंस रखना होगा। पैसा न होने पर एक से दो सप्ताह का समय मिलेगा।
  • निर्धारित समय में रिचार्ज न करने पर फास्टैग ब्लॉक होगा।
  • फास्टैग वॉलेट ब्लॉक होने के बाद भी निर्धारित अवधि में रिचार्ज न करने पर आरसी भी ब्लॉक होगी।

वसुंधरा दिवसः किसने बिगाड़ा धरती का स्वरूप?

पृथ्वी जनसंख्या के बोझ से कराहने लगी है तो हमें पृथ्वी दिवस भी मनाना पड़ रहा है, जिस पर चर्चा की जाए कि जिस ग्रह पर हम रह रहे हैं, उसके प्रति कुछ तो हमारी जिम्मेदारी होगी।

-बृजेश विजयवर्गीय, स्वतंत्र पत्रकार एवं पर्यावरणविद्-

भारतीय संदर्भ में तो धरती को माता का दर्जा दिया है। सनातन संस्कृति में सृजन का देवता ब्रह्मा जी को बताया गया है। धरती सभी का सृजन करती है। सभी धर्म में अलग अगल तरीके से महत्व दर्शाया गया है।

यानी सबका पालन करने वाली वसुंधरा जिसे हर पवित्र कार्य शुरू करने से पहले पूजा जाता है। चाहे भवन, घर, बनाना हो या उद्योग लगाना हो या फिर स्कूल आदि। यह किसने चालू किया इसे जानने के लिए तो आध्यात्म और पुराणों में गहराई से जाना पड़ेगा ।

22 अप्रेल को समूचे विश्व में 53वां वसुंधरा दिवस मनाया जा रहा है। 1970 में पहली बार अमरीकी पर्यावरण कार्यकर्ता सीनेटर गेलार्ड नेक्सन ने 1969 में भयंकर तेल रिसाव के बाद जब धरती की हालत देखी तो मन विचलित हुआ। उनकी पहल पर ही अब विश्व समुदाय पृथ्वी दिवस मनाता है।

धरती की आज जो हालत है वह किसी से छिपी हुई नहीं है। बढ़ती जन संख्या के दबाव से एवं लालची हो रहे विकास के कारण धरती पर से जंगल ही नहीं कृषि भूमि को भी समाप्त किया जा रहा है।

आबादी बढ़ाने में तो हम चीन को पछाड़ ही चुके है। वनों की बात इसलिए कि वनों से ही कृषि है। कृषि की धाय मां वनों को ही माना गया है। आबादी का पेट तो अन्न उत्पादन से ही भरेगा न कि मांस भक्षण से। विकसित और विकासशील देशों में खनिज तत्वों के कारण माइन्स और मिनरल्स अस्तित्व में आए और धरती पर वेध और अवैध खनन से संपत्ति बनने का खेल खूब चल रहा है। विकास के बहाने पहाड़ों को सपाट कर मैदान बनाने की प्रवृत्ति खूब चल रही है तो जल प्रवाहित करने वाली नदियां कहां से बहेंगी।

हम रूद्रप्रयाग और जोशीमठ की घटनाओं से भी नहीं सीखना चाहते जहां विकास के धमाकों ने हिमालय को ही दरका दिया। अरावली पर्वत श्रृंखलाओं पर लूट का साम्राज्य है। नदियों और पहाड़ों को बचाने के लिए साधु संतों को आत्मदाह करना पड़ता है।

पर्यावरणीय चेतावनियों को अनसुना करना तो शासक वर्ग की आदत सी बन गई है। समस्त कानून और न्यायालय दिखावटी हो कर रह गए है। हिमालय काउंसिल की चेयरपर्सन इंद्रा खुराना और अरावली आंदोलन की नीलम अहलूवालिया जैसी महिला शक्ति को नमन की वे पहाड़ों के लिए व्यवस्था से टकरा रहीं है।

प्राकृतिक पहाड़ों को खत्म कर कचरे के पहाड़ हर शहर कस्बे और गांवों में तैयार हो गए हैं। धरती की खूबसूरती को प्लास्टिक पाॅलीथीन का कचरा बदरंग बना रहा है। नदियां तो मैला ढोने वाली मालगाड़ियां बन गई हैं। खनन के गड्ढे धरती पर फफोलों की तरह हैं । पेट भरने वाली खेती रासायनिक हो रही तो स्वास्थ्य को कैंसर तो होना ही है। जब शिक्षा ही प्रकृति का शोषण करना सिखाती हों तो आने वाले समय का अंदाज लगा सकते हैं कि धरती कहां तक सहन करेगी।

प्रकृति का संतुलन कायम रहता है तो कोई बात नहीं। अब जब पृथ्वी जनसंख्या के बोझ से कराहने लगी है तो हमें पृथ्वी दिवस भी मनाना पड़ रहा है, जिस पर चर्चा की जाए कि जिस ग्रह पर हम रह रहे हैं, उसके प्रति कुछ तो जिम्मेदारी होगी।

धरती को पूजने वाला समाज धरती के संरक्षण के प्रति कितना गैर जिम्मेदार हो सकता है? धरती की हालत देख कर समझ सकते हैं। ऐसा भी नहीं है कि सरकारें कुछ नहीं कर रही, लेकिन विकास एवं पर्यावरण में सतुंलन को कायम नहीं रखा जा रहा जो कि असंभव नहीं है।

सवाल है कि नई पीढ़ी को हम किस प्रकार की धरती विरासत में दे कर जा रहे हैं । जहां बढ़ता तापमान ग्लोबल वार्मिंग लोगों को डरा रहा है। नदियां सूख रही हैं या बाढ़ का कारण बन रही हैं । कहीं बाढ़ तो कहीं सुखाड़? जलवायु परिवर्तन से आमजन ही नहीं वैज्ञानिक भी चिंतित हैं।

जलवायु परिवर्तन अब विशेषज्ञों का विषय नहीं रहा सीधा आमजन को प्रभावित कर रहा है। अर्थव्यवस्था पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है तो सकल घरेलू उत्पाद भी घट रहा है। स्वास्थ्य भी लोगों को धोखा देने लगा है। वैश्विक महामारियों की जड़ में जायें तो समझ सकते हैं कि हमने धरती के साथ कितना बड़ा खिलवाड़ किया है।

विश्व जन आयोग बाढ़ सुखाड़ (डब्ल्यूपीसीएफडी )के चेयरमेन डाॅ. राजेंद्र सिंह कहते हैं कि विद्या प्रकृति का पोषण सिखाती है और हमारे आधुनिक शिक्षण संस्थान शोषण की शिक्षा देते है। सवाल है कि हमारे नीति निर्धारकों और जिम्मेदारों को रास्ता नहीं सूझ रहा या संतुलन का रास्ता बनाने में कोई बड़ी समस्या है? इन सवालों का जवाब तो जिम्मेदारों को ही देना है।

कैंसर का अंदेशा लेकिन डर और गरीबी के चलते नहीं करवाई जांच

केशवरायपाटन में कैंसर जांच आपके द्वार शिविर

कोटा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर आयोजित किए जा रहे ‘कैंसर जांच आपके द्वार शिविर‘ में शुक्रवार को केशवरायपाटन में एक अनूठा मामला सामने आया। मजदूरी कर जीवन-यापन करने वाला एक व्यक्ति कैंसर का अंदेशा होने के बाद भी डर और आर्थिक तंगी के चलते जांच तक करवाने को तैयार नहीं था। लेकिन जब शिविर में निशुल्क जांच और उपचार में सहयोग की बात पता चली तो उसने जांच करवाई।

जयपुर के भगवान महावीर कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र तथा कैंयर केयर (महिला प्रकोष्ठ) की ओर से शुक्रवार को केशवरायपाटन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्रू केंद्र में जांच शिविर आयोजित किया गया। शिविर में कैंसर के दो पूर्व घोषित मरीज आए जबकि पांच अन्य को जांच में संदिग्ध रोधी माना गया।

इन पांच में एक ऐसा रोगी था जो मजदूरी करता है तथा जर्दे का लगातार सेवन करता है। करीब ढाई माह पूर्व उसे मुंह के भीतर गांठ का अंदेशा हुआ, लेकिन अस्पताल जाने की जगह वह किसी झोला छाप के पास चला गया, जिसने गांठ को चीरा लगा दिया।

इसके बाद उसकी हालत बिगड़ती चली गई। चेहरे के उल्टे भाग में सूजन आ गई और उसे भी अंदेशा हो गया कि जर्दे की लत भारी पड़ गई है। लेकिन जांच में कैंसर की पुष्टि होने का डर और उसके बाद उपचार के लिए पैसे नहीं होने के कारण वह अस्पताल जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका।

उसे जब स्पीकर बिरला की पहल पर आयोजित किए जा रहे निशुल्क जांच शिविर की जांच जानकारी मिली तो वह जांच करवाने पहुंचा। प्रारंभिक जांचों के बाद उसे अब जयपुर में एडवांस जांचों के लिए बुलाया जाएगा। कैंसर की पुष्टि होने के बाद उसे उपचार में सहायता की जाएगी।

स्पीकर बिरला आज कनवास और चेचट क्षेत्र के दौरे पर

कोटा। संसदीय क्षेत्र कोटा के पांच दिवसीय दौरे पर आए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला शनिवार को कनवास और चेचट के दौरे पर रहेंगे।

लोक सभा कैंप कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्पीकर बिरला शनिवार सुबह 10 बजे से लोक सभा कैंप कार्यालय में आमजन से मिलेंगे। वे दोपहर 1 कनवास क्षेत्र के कुराड़ गांव में भगवान गणेश के नवनिर्मित मंदिर में आयोजित पंच कुण्डीय महायज्ञ व श्रीमद भागवत कथा में सम्मिलित होंगे।

वे दोपहर 2 बजे कोटा-सांगोद रोड स्थित देवधाम कीतलहेड़ा में हाड़ौती श्री फूलमाली समाज के सामुहिक विवाह सम्मेलन में सम्मिलित होंगे। इसे बाद वे दोपहर 4 बजे चेचट क्षेत्र के ग्राम बोरदी में आयोजित वीर गुर्जर समाज के सामुहिक विवाह सम्मेलन में जाएंगे।

अगले दिन रविवार को स्पीकर बिरला शाम 4 बजे भगवान परशुराम प्राकट्य महोत्सव के तहत आयोजित भव्य शोभा यात्रा में सम्मिलित होंगे। स्पीकर बिरला सोमवार सुबह 10 बजे सुल्तानुपर स्थित नामा मैरिज गार्डन में सुल्तानुपर क्षेत्र के प्रबुद्धजनों से संवाद करेंगे। दोपहर 2 बजे वे खातौली में सवाई माधोपुर रोड स्थित बालाजी पैलेस में खातौली क्षेत्र के प्रबुद्धजन से संवाद करेंगे।

स्पीकर बिरला मंगलवार को बूंदी जिले के दौरे पर रहेंगे जहां वे कापरेन स्थित निखिल एग्रो परिसर में कापरेन क्षेत्र के प्रबुद्धजन से संवाद करेंगे। दोपहर 2 बजे वे लाखेरी में बूंदी रोड स्थित हाड़ा मैरिज गार्डन में लाखेरी क्षेत्र के प्रबुद्धजन से संवाद करेंगे।

वे 26 अप्रेल को मंडाना क्षेत्र में टोल के सामने स्थित मूंदड़ा रिसोर्ट में प्रबुद्धजन से मिलेंगे। दोपहर दो बजे वे रायपुरा स्थित अल्जाना रिसोर्ट में कैथून तथा ताथेड़ क्षेत्र के प्रबुद्धजन से मिलेंगे।