कोटा की पार्श्वगायिका रेखा राव के नए राजस्थानी गाने मचा रहे धूम

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कई बडी फिल्मों में अपनी आवाज का बिखेर चुकी जलवा

कोटा। Playback Singer Rekha Rao: कोटा की बेटी रेखा राव के कई गीत, बड़ी फिल्मों में देखने को मिले हैं। उन्होंने अपनी आवाज से बॉलीवुड में अपनी अलग ही जगह बनाई है। राजस्थानी फिल्मों के साथ हिंदी, भोजपुरी में भी उन्होंने गीत को अपनी सुरीली आवाज दी है। बचपन से ही उन्हें पार्श्वगायन में महारत हासिल है।

हाल ही में टी-सीरीज के बैनर तले उनके चार गाने रिलीज हुए हैं ,जो बड़े प्लेटफार्म पर धूम मचा रहे हैं जिसमें पीली लुगड़ी, छोरी गुर्जर की, टच को मोबाइल और छोरी डट जा…गाने लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। पीली लुगड़ी गीत में हरियाणा के सुपरस्टार कुलदीप कौशिक ने अपनी भूमिका निभाई है, जबकि टच को मोबाइल में प्रिया गुप्ता एवं पीली लुगड़ी में दीपिका खांडल ने भी अपनी अदाकारी के जलवे बिखरे हैं।

पीली लूगड़ी में गायिका रेखा राव एवं डीसी मदाना, गीतकार रामनारायण मीना, संगीत अश्वनी पंवार, निर्देशन सुधाकर ने किया है। रेखा राव ने बताया कि टी-सीरीज के बैनर तले शूट किए गए इन गीतों को यूट्यूब पर बेहद ही पसंद किया जा रहा है, लाखों लोग इसे अब तक देख चुके हैं और देख रहे हैं। राजस्थानी कला संस्कृति और यहां के वैभव और विरासत को आगे बढ़ते हुए राजस्थानी में यह गीत गाए गए हैं।

उन्होंने कहा कि इन गीतों के माध्यम से युवाओं को भी मौका दिया जा रहा है जो अपनी प्रतिभाएं दिखा रहे हैं। रेखा राव की आवाज बेहद ही सुरीली है और पार्श्वगायन के रूप में वर्ष 2000 से ही वह अपनी आवाज का जादू बिखेर रही है।

कई बड़ी फिल्मों में भी उन्हें यह अवसर मिला और उस पर वह खरी उतरी है। सुनील शेट्टी, सलमान खान, प्रीति जिंटा, सनी देओल जैसे बड़े स्टारों के गाने में भी उन्होंने अपनी आवाज गीतों के माध्यम से दी है। वही भोजपुरी फिल्म में भी इन्होंने गीत गाए हैं। रेखा राव पिछले 8 वर्षों से टी-सीरीज के अनुबंध के तहत गायक के रूप में अपनी आवाज से विभिन्न गीतों में अपना गायकी का जलवा दिखा रही है।

वर्ष 1989 में पहली बार किया पार्श्वगायन
रेखा राव का जन्म और पालन-पोषण कोटा में हुआ और उन्होंने बूंदी से गायन में एमए किया, उनके पहले गुरु स्वर्गीय तेजकरण राव थे, जिन्होंने 3 साल की उम्र में उन्हें प्रशिक्षण देना शुरू किया था। वर्ष 1989 में उन्होंने अपने पिता के साथ पहली बार पार्श्वगायन किया और वर्ष 2000 में वह अपनी गायिका क्षमता को निखारने के लिए मुंबई आ गईं। वह मुंबई, महाराष्ट्र की एक पार्श्व गायिका हैं और फिल्मों के लोकप्रिय गीत को वह अपनी आवाज दे चुकी हैं. भेजा फ्राई 2 का बंजारा ओ…, रविकिशन की फिल्म चितकबरे में एक कव्वाली, भोजपुरी सुपरहिट फिल्म देसवा का सैंया भये लड़कइयां…, सभी गाने आप ‘यू ट्यूब’ पर देख सकते हैं। रेखा राव जी पिछले 8 वर्षों से टी-सीरीज के एक अनुबंधित गायक हैं और उन्होंने देश की कई भाषाओं में टी-सीरीज के लिए 2,000 से अधिक गाने गाए हैं। साथ ही उनके पास भोजपुरी में 75 से अधिक फिल्में हैं, राजस्थानी में लगभग 27 फिल्में हैं.. हाल ही में वह संस्कार चैनल पर रोजाना आधे घंटे के लिए दिखाई देती हैं, उन्होंने लगभग 1000 लाइव शो किए हैं, वह सुखविंदर सिंह की स्थायी सह-गायिका हैं और रवीन्द्र जैन सहित और भी कई सिंगर के साथ रेखा राव ने अपने गीतों के माध्यम से जगह बनाई है।

कुछ टीवी शो में भी पार्श्व गायन किया
रेखा राव ने एनडीटीवी में रवीन्द्र जैन साहब के साथ रामायण, बालिका वधू, लगभग सभी प्रमुख गीत, जैसे छोटी सी उमर परनायी ओ बाबो सा आदि। आज नवरतन तेल के लिए उनका गीत जी एन कलर्स टीवी पर धारावाहिकों या मूवेई के हर ब्रेक में सुना जा सकता है। हम उन्हें संस्कार चैनल पर रोजाना देख सकते हैं क्योंकि वह माता रानी, बाला जी, संन्यासी बाबा आदि के भजन गाती हैं। रेखा राव ने कुछ सर्वाधिक लोकप्रिय एल्बमों के लिए पार्श्वगायन किया है, जिसमें पीली लुंगड़ी, बिछुड़ो, म्हारी तेतरी, घूमर के दस खंड, भारत में लोक गीत के रूप में 4 खंड सबसे अधिक बिक्री योग्य श्रृंखला हैं, जिनका शीर्षक टी-सीरीज में रेखा राव के हिट्स हैं। हाल ही में आप फिल्म कयामत ही कयामत में संभावना सेठ द्वारा प्रस्तुत उनके द्वारा गाए गीत को बी 4 यू आदि और कई अन्य संगीत चैनलों पर देख सकते हैं।