Saturday, April 27, 2024
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आवक की कमी से कोटा मंडी में गेहूं, चना, मैथी तेज और लहसुन के भाव में उछाल

कोटा। Kota Mandi Price Today: भामाशाह अनाज मंडी में शनिवार को आवक की कमी से गेहूं 35 रुपये, चना 100 रुपये, मैथी 150 रुपये तेज रही। लहसुन 500 रुपये प्रति क्विंटल उछल गया। मंडी में सभी जिंसों की मिलाकर करीब एक लाख कट्टे की आवक रही। लहसुन की आवक लगभग 15000 कट्टे की रही। जिंसों के भाव रुपये प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे-

गेहूं 2350 से 2800 ज्वार शंकर 2200 से 2700, ज्वार सफेद 4500 से 5000, बाजरा 2100 से 2300, मक्का 2000 से 2100, जौ नया 1600 से 1850, रुपये प्रति क्विंटल। धान सुगन्धा 2400 से 2651, धान (1509) 3200 से 3351 धान (1718) 3600 से 3901 धान पूसा 3000 से 3401 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंग 6500 से 7500, उड़द 4000 से 9200, चना देशी 5500 से 6150, चना मौसमी 5700 से 6050, चना पेप्सी 5800 से 6600 रुपये प्रति क्विंटल। तिल्ली 11500 से 13500, सोयाबीन 4200 से 4651, सरसों नई 4500 से 5101, अलसी 4500 से 4950 रुपये प्रति क्विंटल।

धनिया नया सूखा बादामी 6000 से 6500 धनिया नया ईगल 6300 से 6900 रंगदार 7000 से 9000 रुपये प्रति क्विंटल। लहसुन 4000 से 18000 मैथी 4500 से 5350 कलौंजी 13000 से 17850, रुपये प्रति क्विंटल।

Chana: दाल मिलर्स व स्टाकिस्टों की मांग बेहतर होने से चना की कीमतों में बढ़त

नई दिल्ली। Chana Price: घटे भावो पर बिकवाली कमजोर पड़ने दाल मिलर्स व स्टाकिस्टों की मांग बेहतर होने से चना की कीमतों में इस सप्ताह अच्छी बढ़त देखी गयी। चुनाव के कारण उत्पादक मंडियों में आवक कमजोर देखी जा रही।

कमजोर आवक व बिकवाली कमजोर पड़ने से चना की बढ़ती कीमतों को समर्थन मिल रहा। चना की बढ़ती कीमतों को देख किसान चना की बिकवाली हाथ रोक कर रहे है। बड़े किसान अपना माल रोक कर चल रहे है।

चना की कीमते (एमएसपी) से ऊपर होने के कारण सरकारी कांटो को बहुत कम माल मिल रहा।भारत में इस वर्ष चना के उत्पादन में 25/30 प्रतिशत की गिरावट देखी जा सकती है। कमजोर उत्पादन को देख चना में चौतरफा लिवाली बनी हुई है। जिससे चना की कीमतों में और बढ़त देखी जा सकती है।

दाल मिलर्स की ग्राहकी बेहतर बनी रहने से दिल्ली चना की कीमतों में इस साप्ताह 225 रुपए प्रति क्विंटल का उछाल दर्ज किया गया और इस उछाल के साथ भाव सप्ताहांत में मध्य प्रदेश लाइन 6450/6475 रुपए व राजस्थान लाइन 6500/6525 रुपए प्रति क्विंटल हो गयी।

पोर्ट : देसी चना की तेजी के सपोर्ट से आयातित चना में इस साप्ताह पुछ परख बढ़ी। जिससे मुंबई तंज़ानिया चना में 200 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गयी और इस तेजी के साथ भाव सप्ताहांत में 6100 रुपए प्रति क्विंटल हो गयी।

राजस्थान : इस साप्ताह उत्पादक मंडियों में चना की आवक में गिरावट देखी गयी। आवक कमजोर पड़ने व लिवाली बेहतर होने से चालू साप्ताह के दौरान राजस्थान चना की कीमतों में 100/350 रुपए प्रति क्विंटल की जोरदार बढ़ोतरी दर्ज की गयी और इस बढ़ोतरी के साथ भाव सप्ताहांत में जोधपुर 5000/5900 रुपए जयपुर 6500/6600 रुपए बीकानेर 6400 रुपए व किशनगढ़ 5875/5950 रुपए प्रति क्विंटल हो गयी।

महाराष्ट्र : बिकवाली कमजोर पड़नी व दाल मिलर्स की मांग मजबुत होने से इस सप्ताह महाराष्ट्र चना की कीमतों में 100/200 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गयी और इस तेजी के साथ भाव सप्ताहांत में सोलापुर 5900/6800 रुपए अकोला 6325/6350 रुपए नागपुर 6350 रुपए उदगीर 6000/6400 रुपए व अहमदनगर 5600/5800 रुपए प्रति क्विंटल हो गयी।

मध्य प्रदेश: लिवाली बेहतर होने से इस सप्ताह मध्य प्रदेश चना की कीमतों में 150/300 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी दर्ज की गयी और इस बढ़ोतरी के साथ भाव सप्ताहांत में अशोकनगर 5800/6100 रुपए बीना 5900/6150 रुपए गंजबासोदा 5800/6200 रुपए कटनी 6350/6400 रुपए व इंदौर 6450/6500 रुपए प्रति क्विंटल हो गयी।

कर्नाटक : मांग बेहतर होने से चालू सप्ताह के दौरान कर्नाटक चना की कीमतों में 100/200 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी दर्ज की गयी और इस बढ़ोतरी के साथ भाव सप्ताहांत में गुलबर्गा 6100/6339 रुपए बीदर 5900/6471 रुपए गदग 5359/6665 रुपए व तालिकोट 5811/6436 रुपए प्रति क्विंटल हो गयी।

अन्य : चौतरफा तेजी के सपोर्ट व ग्राहकी बेहतर होने से इस सप्ताह रायपुर चना में 200 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़त देखी गयी और इस बढ़त के साथ भाव सप्ताहांत में 6400/6600 रुपए प्रति क्विंटल रह रही। इसी प्रकार कानपुर चना में भी इस साप्ताह 125 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी देखी गयी और इस तेजी के साथ भाव सप्ताहांत में 6425 रुपए प्रति क्विंटल हो गयी।

चना दाल : चना की तेजी के सपोर्ट व मांग बढ़ने से चालू सप्ताह के दौरान चना दाल की कीमतों में 100/200 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी दर्ज की गयी और इस बढ़ोतरी के साथ भाव सप्ताहांत में दिल्ली 7600/7750 रुपए भाटापरा 7750/7850 रुपए कटनी 7550 रुपए,गुलबर्गा 7200/7400 रुपए जलगांव 7650 रुपए इंदौर 7800 रुपए व कानपुर 7100/7200 रुपए प्रति क्विंटल हो गयी।

Soybean: सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी भाव 50 से 100 रुपए लुढ़का, जानिए क्यों

नई दिल्ली। Soybean Price: सोया तेल तथा सोयामील का कारोबार सीमित होने से 19-24 अप्रैल वाले सप्ताह के दौरान तीनों शीर्ष उत्पादक राज्यों- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं राजस्थान में सोयाबीन के दाम में 50-100 रुपए प्रति क्विंटल की नरमी दर्ज की गई। मध्य प्रदेश में सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी मूल्य गिरकर 4650/4750 रुपए प्रति क्विंटल तथा महाराष्ट्र में भी 4650/4750 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। कुछ प्लांटों में कीमत 25-30 रुपए सुधर गई। राजस्थान के कोटा में सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी मूल्य 50 गिरकर 4700 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।

सोया तेल (रिफाइंड):सोया रिफाइंड तेल के दाम में भी आमतौर पर 15-20 रुपए प्रति 10 किलो की गिरावट रही। नांदेड में यह 30 रुपए घटकर 930 रुपए प्रति 10 किलो पर आ गया। मध्य प्रदेश की कुछ इकाइयों ने 10-20 रुपए दाम घटाकर अपने उत्पाद की बिक्री की। राजस्थान के कोटा में दाम 10 रुपए गिरकर 980 रुपए पर आया जबकि हल्दिया में 8 रुपए की नरमी देखी गई।

आवक: समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर सोयाबीन की आवक 19 अप्रैल को 2.25 लाख बोरी, 20 अप्रैल को 1.90 लाख बोरी, 24 अप्रैल को 2.15 लाख बोरी तथा 25 अप्रैल को 1.90 लाख बोरी दर्ज की गई जबकि प्रत्येक बोरी 100 किलो की होती है।

सोया डीओसी:सोया डीओसी के दाम में मिश्रित रुख देखा गया जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोया तेल की कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। अर्जेन्टीना में सोयाबीन का शानदार उत्पादन होने के आसार हैं। अमरीका में सोयाबीन की बिजाई लगभग शुरू हो चुकी है। आईजीसी ने इस महत्वपूर्ण तिलहन का उत्पादन 2024-25 सीजन के दौरान विश्व स्तर पर बढ़ने का अनुमान लगाया है।

Coriander: क्या लोक सभा चुनाव के बाद धनिया की कीमतों में तेजी आएगी?

नई दिल्ली। Coriander Production: क्या लोक सभा चुनाव के बाद धनिया की कीमतों में तेजी आएगी? घटती आवक को देखते हुए संभावना व्यक्त की जा रही है कि मंडियों में भी कुल उत्पादन का 65/70 प्रतिशत माल मंडियों में आ चुका है।

प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात की मंडियों में धनिया की दैनिक आवक घटने लगी है। इसके अलावा राजस्थान की मंडियों में आवक दिन-प्रतिदिन घट रही है हालांकि मध्य प्रदेश की मंडियों में आवक अच्छी है लेकिन सूत्रों का कहना है कि 10/15 मई के पश्चात मध्य प्रदेश की मंडियों में भी आवक घटने लगेगी।

उल्लेखनीय है कि चालू सीजन के लिए उत्पादक केन्द्रों पर बिजाई घटने के कारण उत्पादन भी गत वर्ष की तुलना में कम हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गत वर्ष देश में धनिया का कुल उत्पादन 1.60 करोड़ बोरी का रहा था जोकि इस वर्ष घटकर 1.10/1.15 करोड़ बोरी होने के अनुमान लगाए गए हैं।

गुजरात : बाजार सूत्रों का कहना है कि चालू सीजन के दौरान गुजरात में धनिया का उत्पादन लगभग 38/40 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी-40 किलो) का माना जा रहा है। और कुल उत्पादन का लगभग 70/75 प्रतिशत माल मंडियों में आ चुका है। गत वर्ष गुजरात में धनिया की पैदावार 70 लाख बोरी के आसपास रही थी।

राजस्थान : सूत्रों का मानना है कि राजस्थान की मंडियों में घटती आवक को देखते हुए संभावना व्यक्त की जा रही है कि राजस्थान की मंडियों में भी कुल उत्पादन का 65/70 प्रतिशत माल मंडियों में आ चुका है। वर्तमान में प्रमुख मंडी रामगंज में धनिया की आवक 15/20 हजार बोरी की रह गई है। चालू सीजन के दौरान राजस्थान में धनिया का उत्पादन 14/15 लाख बोरी होने के समाचार है जबकि गत वर्ष पैदावार 20/21 लाख बोरी की रही थी।

मध्य प्रदेश : गत मार्च माह में फिस्स द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में धनिया का उत्पादन 60 लाख बोरी माना गया था लेकिन व्यापारी इस आंकड़ों से सहमत नहीं है। व्यापारियों का मानना है कि मध्य प्रदेश में उत्पादन 50 लाख बोरी से कम रहेगा। गत वर्ष उत्पादन 68/70 लाख बोरी का रहा था। सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश में कुल उत्पादन का 55/60 प्रतिशत माल मंडियों में आ चुका है। वर्तमान में प्रमुख मंडी गुणा में आवक 20/25 हजार बोरी एवं कुम्भराज में 15/20 हजार बोरी की रह गई है।

भाव : चालू सप्ताह के दौरान धनिया में व्यापार कम रहा। लेकिन आवक कमजोर बनी रहने के कारण मंडियों में भाव अपने पूर्व स्तर पर बोले गए बाजार सूत्रों का मानना है कि कुल उत्पादन का लगभग 60/65 प्रतिशत माल मंडियों में आ चुका है। वर्तमान में किसानों के पास 30/35 प्रतिशत माल बकाया है। जबकि नई फसल आने में 8/9 माह का समय शेष है। व्यापारियों का कहना है कि वर्तमान में चुनावी दौर होने के कारण व्यापार प्रभावित हो रहा है।

चुनाव समाप्ति के पश्चात कीमतों में अवश्य ही तेजी बनेगी। वर्तमान में उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर धनिया ईगल का भाव 70/80 रुपए एवं बादामी का भाव 65/72 रुपए प्रति किलो चल रहा है। सूत्रों का कहना है कि पैदावार कम होने एवं निर्यातकों को अच्छी मांग बनी रहने के कारण आगामी दिनों में धनिया की कीमतों में 10/20 रुपए प्रति किलो तेजी आने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।

वायदा बाजार : चालू सप्ताह के दौरान वायदा बाजारों में भी कोई विशेष उतार-चढ़ाव नहीं रहा। और मई माह का वायदा सप्ताह के शुरू में 7520 रुपए खुलने के पश्चात 7776 रुपए ऊपर में बन गया था जोकि सप्ताह के अंत में घटकर 7500 रुपए पर बंद हुआ। जून माह का वायदा भी 7608 रुपए खुलने के पश्चात 7852 रुपए बन गया था मगर बढ़े भावों पर व्यापार न होने के कारण सप्ताह के अंत में 7584 रुपए बंद हुआ।

निर्यात : गत वर्ष धनिया की कीमतें कम होने के कारण धनिया का निर्यात प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2023-24 के प्रथम 10 माह अप्रैल- जनवरी 2024 के दौरान धनिया का निर्यात 93756.56 टन का हुआ जबकि अप्रैल-जनवरी – 2023 में निर्यात केवल 36823.43 टन का हुआ था। फरवरी- 2024 में भी धनिया का निर्यात 6577.43 टन का किया गया जबकि फरवरी 2023 में निर्यात 3637.07 का रहा था। फरवरी-2022 में निर्यात 2249.89 टन का हुआ था।

कहां कितना उत्पादन
राजस्थान 14 से 15 लाख बोरी
गुजरात 38 से 40 लाख बोरी
मध्य प्रदेश 60 लाख बोरी

Mustard: सरसों का भाव अधिकांश मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे, कोटा में तेजी

नई दिल्ली। Mustard Price:रिकॉर्ड घरेलू उत्पादन के कारण प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में सरसों की अच्छी आवक हो रही है जबकि क्रशिंग इकाइयों, व्यापारिक फर्मों एवं सरकारी एजेंसियों की सीमित लिवाली से इसके दाम में कहीं-तेजी तो कहीं नरमी देखी जा रही है।

42% कंडीशन सरसों: 19 से 25 अप्रैल वाले सप्ताह के दौरान 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का दाम दिल्ली में 25 रुपए तथा जयपुर में 50 रुपए सुधरकर क्रमश: 5200 रुपए प्रति क्विंटल तथा 5375/5400 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। लेकिन उत्तर प्रदेश में सरसों का भाव हापुड़ में 25 रुपए एवं आगरा में 35 रुपए गिरकर क्रमश: 5375 रुपए प्रति क्विंटल एवं 5575/5740 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। सरकारी एजेंसी- नैफेड की खरीद जारी रहने के बावजूद सरसों का भाव अधिकांश मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे चल रहा है। ज्ञात हो कि सरसों का समर्थन मूल्य पिछले साल के 5450 रुपए प्रति क्विंटल से 200 रुपए बढ़ाकर इस बार 5650 रुपए प्रति क्विंटल नियत हुआ है।

गुजरात: समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सरसों का भाव गुजरात में 50 रुपए नरम रहा और हरियाणा में भी 50-100 रुपए की गिरावट देखी गई। लेकिन सिरसा में दाम 100 रुपए बढ़कर 4900-5200 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। चरखी दादरी में जीएसटी के कारण कुछ समस्या रही।

मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश में सरसों का भाव मुरैना एवं पोरसा मंडी में 50-50 रुपए तथा ग्वालियर मंडी में 100 रुपए प्रति क्विंटल सुधर गया। सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- राजस्थान में सरसों का दाम गंगानगर में 150 रुपए तथा कोटा में 300 रुपए तेज हो गया मगर अलवर में 50 रुपए नरम रहा। बूंदी मंडी में सरसों के दाम में भारी गिरावट दर्ज की गई।

सरसों तेल: सरसों तेल के दाम में भी मिश्रित रुख देखा गया। इसमें प्रत्येक 10 किलो पर 5-10 रुपए की तेजी-मंदी रही। आगरा में कच्ची घानी तेल का दाम 10 रुपए नरम रहा।

आवक: समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में सरसों की आवक 19 अप्रैल को 4.50 लाख बोरी, 20 अप्रैल को 6.50 लाख बोरी, 22 अप्रैल को 7 लाख बोरी, 23 अप्रैल को 6.25 लाख बोरी, 24 अप्रैल को 7.25 लाख बोरी तथा 25 अप्रैल को भी 7.25 लाख बोरी जबकि सरसों की प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है।

ऑनलाइन पॉलिटिकल एडवरटाइजमेंट में भाजपा ने 102 करोड़ रुपए खर्च किए

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी गूगल और यूट्यूब पर विज्ञापन के लिए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने वाली पहली भारतीय पॉलिटिकल पार्टी बन गई है। गूगल की विज्ञापन ट्रांसपेरैंसी रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मई 2018 से 25 अप्रैल 2024 तक भाजपा ने 102 करोड़ रुपए विज्ञापन के लिए खर्च किए हैं।

पिछले पांच सालों में पब्लिश्ड गूगल विज्ञापन में भाजपा का हिस्सा करीब 26% है। इस दौरान कुल 390 करोड़ रुपए के पॉलिटिकल विज्ञापन पब्लिश हुए हैं। इस दौरान कुल 2.17 लाख ऑनलाइन ऐड दिए गए हैं। इनमें से कुल 1.61 लाख ऐड (73%) राजनीतिक विज्ञापन कैटेगरी के तहत भाजपा के थे।

भाजपा ने कर्नाटक में सबसे ज्यादा 10.8 करोड़ रुपए के ऐड दिए हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश के लिए पार्टी ने 10.3 करोड़, राजस्थान के लिए 8.5 करोड़ और दिल्ली के लिए 7.6 करोड़ रुपए के विज्ञापन दिए हैं।

वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 के पहले और दूसरे फेज के दौरान (19 से 25 अप्रैल तक) भाजपा से ज्यादा खर्च कांग्रेस ने किया है। कांग्रेस ने 5.7 करोड़ रुपए, जबकि भाजपा ने 5.3 करोड़ खर्च किए हैं।

कांग्रेस ने सबसे ज्यादा विज्ञापन साउथ के राज्यों में दिए
रिपोर्ट में कहा गया है कि 5992 ऑनलाइन ऐड के साथ कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही। पार्टी ने इन विज्ञापनों पर 45 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। जो भाजपा के ​ऐड का सिर्फ 3.7% है। इसके विज्ञापन अभियान मुख्य रूप से कर्नाटक और तेलंगाना (प्रत्येक पर 9.6 करोड़ रुपए से अधिक खर्च) और मध्य प्रदेश (6.3 करोड़ रुपए) पर केंद्रित थे।

रिपोर्ट के तीन महत्वपूर्ण पॉइंट्स

  1. तीसरे स्थान पर तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी DMK है। इसने 2018 से अब तक ऑनलाइन ऐड पर 42 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसमें इस साल फरवरी से राजनीतिक सलाहकार फर्म पॉपुलस एम्पावरमेंट नेटवर्क द्वारा उसकी ओर से खर्च किए गए 16.6 करोड़ रुपए भी शामिल हैं।
  2. तमिलनाडु के बाहर DMK ने कर्नाटक और केरल में डिजिटल विज्ञापनों पर 14 लाख रुपए और 13 रुपए खर्च किए।
  3. चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी ने अलग-अलग पार्टियों के लिए 11.2 करोड़ रुपए के विज्ञापन दिए हैं।

NEET UG 2024 के एडमिट कार्ड जल्द होंगे जारी, डायरेक्ट लिंक से करें डाउनलोड

नई दिल्ली। NEET UG 2024 admit card: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने 5 मई को आयोजित होने वाली नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट (NEET UG 2024) के लिए कुछ दिन पहले एग्जाम सिटी स्लिप जारी कर दी थी, अब परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार बेसब्री से एडमिट कार्ड अपलोड होने का इंतजार कर रहे हैं। एक बार एडमिट कार्ड जारी होने के बाद उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट exams.nta.ac.in से डाउनलोड कर सकेंगे।

उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है, वे एग्जाम सिटी स्लिप को एडमिट कार्ड समझने की भूल न करें। एग्जाम सिटी स्लिप में उम्मीदवारों की सुविधा के लिए उस शहर के अलॉमेंट की जानकारी होती है जहां परीक्षा केंद्र स्थित होगा। NEET UG 2024 एग्जाम सिटी स्लिप का लिंक आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। जिन्होंने अभी तक डाउनलोड नहीं किया है, वे जल्द से जल्द से डाउनलोड कर लें।

कब तक जारी होगा एडमिट कार्ड
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने अभी तक NEET UG 2024 एडमिट कार्ड जारी करने की तारीख के बारे में नहीं बताया है, लेकिन उम्मीद है कि परीक्षा से दो या तीन दिन पहले एडमिट कार्ड जारी कर दिए जाएंगे। परीक्षा 5 मई को निर्धारित है और उम्मीद है कि एडमिट कार्ड 2 मई को आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे। उम्मीदवारों को लेटेस्ट अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट exams.nta.ac.in पर नजर रखने की सलाह दी जाती है।

ये है परीक्षा की तारीख
NEET UG 2024 परीक्षा 5 मई को आयोजित की जाएगी। परीक्षा का समय 3 घंटे 20 मिनट का होगा। ये एक ही शिफ्ट यानी दोपहर 2 बजे से शाम 5:20 मिनट तक आयोजित की जाएगी। परीक्षा से कुछ दिन पहले एडमिट कार्ड जारी कर दिए जाएंगे। बता दें, रिजल्ट 14 जून को घोषित किया जाएगा।

बता दें, भारत में एमबीबीएस और बीडीएस प्रोग्राम में एडमिशन के लिए NEET UG परीक्षा पेन और पेपर मोड में आयोजित की जाती है। NEET UG 2024 का आयोजन 3 घंटे 20 मिनट के लिए किया जाता है। परीक्षा के दिन इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स ले जाना वर्जित है।

200MP कैमरे वाले वीवो के इस फोन में बिना सिम होगी कॉलिंग, जानिए फीचर्स

नई दिल्ली। वीवो एक ऐसा स्मार्टफोन ला रहा है, जिसमें बिना सिम के भी कॉलिंग की जा सकेगी और एसएमएस भेजे जा सकेंगे। हम बात कर रहे हैं Vivo X100 Ultra की। यह वीवो का पहला फोन होगा, जिसमें सैटेलाइट कनेक्टिविटी की सुविधा मिलेगी।

हालांकि कंपनी ने आधिकारिक तौर पर इस बारे में कुछ नहीं बताया है, लेकिन इस सप्ताह की शुरुआत में फोन 3C सर्टिफिकेशन पर देखा गया था और अब इसे चीन में रेडियो सर्टिफिकेशन मिला है, जिससे इस फीचर का खुलासा हुआ है। X100 Ultra को 3C सर्टिफिकेशन साइट पर मॉडल नंबर V2366GA के साथ देखा गया था। यह स्मार्टफोन के लिए चीन का एक आवश्यक सर्टिफिकेशन है, जो पुष्टि करता कि फोन नेशनल सेफ्टी एंड क्वालिटी स्टैंडर्ड्स का पालन करता है।

सैटैलाइट फीचर: सैटेलाइट कनेक्टिविटी सपोर्ट के साथ X100 अल्ट्रा के दूसरे वेरिएंट की भी अफवाह है। यह भी कहा जा रहा है कि, डिवाइस के सैटेलाइट वर्जन ने अब V2366HA मॉडल नंबर के साथ रेडियो सर्टिफिकेशन पास कर लिया है। फोन कम्युनिकेशन के लिए टियांटोंग सैटेलाइट का उपयोग करेगा और इसी के साथ, Vivo X100 Ultra सैटेलाइट कनेक्टिविटी को सपोर्ट करने वाला कंपनी का पहला स्मार्टफोन होगा।

80W चार्जिंग सपोर्ट: इसके अलावा, 3C सर्टिफिकेशन से पता चलता है कि X100 Ultra में 80W वायर्ड चार्जिंग का सपोर्ट मिलेगा। बता दें कि यह चार्जिंग सपोर्ट X100 और X100 Pro से कम है, लेकिन हाल ही में Weibo पोस्ट में टिप्स्टर डिजिटल चैट स्टेशन एक “बड़े प्रकार” की बैटरी का संकेत दिया है। यह संभवतः लगभग 5,500 एमएएच हो सकती है, जैसा कि पिछली अफवाहों से हिंट मिलता है।

कैमरा: कहा जा रहा है कि अपकमिंग वीवो फोन में दमदार कैमरा मिलेगा। X100 अल्ट्रा में सोनी का लेटेस्ट Sony Lytia LYT-900 मेन सेंसर और एक दमदार 100 मिमी (4.3x) 200 मेगापिक्सेल पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस मिलने की उम्मीद है।

प्रोसेसर: यह 2024 के फ्लैगशिप प्रोसेसर से लैस होगा, हालांकि चिपसेट मीडियाटेक से होगा या स्नैपड्रैगन से, फिलहाल इस बारे में जानकारी सामने नहीं आई है। इसमें अच्छा खासा रैम और स्टोरेज मिलेगा। इसके अलावा, अफवाहें बताती हैं कि यह अपनी कैमरा तकनीक के लिए वीवो की हाल ही में पेश किया गया ब्लूइमेज ब्रांडिंग का उपयोग कर सकता है।

कब होगा लॉन्च: उम्मीद है कि Vivo X100 Ultra मई में किसी समय चीन में X100s और X100s Pro के साथ लॉन्च होगा। ऐसी भी अफवाहें हैं कि डिवाइस को X100 Ultra के बजाय Vivo X100s Ultra कहा जा सकता है।

GDP: वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की जीडीपी वृद्धि 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान

नई दिल्ली। GDP Of India: खपत व्यय बढ़ने से भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष 2024-25 (वित्त वर्ष 2025) में 6.6 प्रतिशत रहने की संभावना है। डेलॉयट इंडिया की ओर से शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में यह सामने आया है।

डेलॉयट इंडिया ने भारत की तिमाही आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2024 के लिए भी भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान बढ़ाकर 7.6 से 7.8 प्रतिशत कर दिया है, जबकि जनवरी की रिपोर्ट में 6.9 से 7.2 प्रतिशत के बीच वृद्धि का अनुमान लगाया था।

परामर्श एजेंसी ने कहा है कि भारत में मध्य आय वर्ग के लोगों की संख्या में तेज वृद्धि से क्रय शक्ति बढ़ी है और इससे प्रीमियम लग्जरी उत्पादों व सेवाओं की मांग पैदा हुई है। महामारी के बाद उपभोक्ताओं के व्यय में उतार चढ़ाव रहा है, लेकिन खपत के तरीके में बदलाव साफ नजर आ रहा है। भारत में लग्जरी और महंगे उत्पादों व सेवाओं की मांग, बुनियादी जरूरत की चीजों की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ रही है।

इसमें कहा गया है, ‘2030-31 तक भारत में हर दो परिवार में से एक परिवार मध्य से उच्च आय वर्ग की श्रेणी में आ जाएगा। अभी हर 4 परिवार में से एक परिवार इस श्रेणी में आता है। हमारा मानना है कि यह धारणा आगे चलकर और मजबूत होगी और इससे कुल मिलाकर निजी उपभोक्ता व्यय वृद्धि में तेजी आएगी।’

डेलॉयट इंडिया में अर्थशास्त्री रुमकी मजूमदार के मुताबिक वृद्धि के रफ्तार पकड़ने के साथ वास्तविक जीडीपी और कोविड के पहले की जीडीपी के बीच अंतर धीरे धीरे कम हो रहा है। मजूमदार ने कहा, ‘पिछले 2 साल से वृद्धि के मजबूत आंकड़ों ने अर्थव्यवस्था को कोविड के पहले के स्तर में आने में मदद की है। बुनियादी ढांचे पर सरकार के व्यय में तेजी से निवेश को समर्थन मिला है। इससे भारत को वृद्धि की रफ्तार तेज रखने में मदद मिली है।’

बहरहाल परामर्श संस्था ने कहा है कि पूर्वानुमान की अवधि में मजबूत आर्थिक गतिविधियों के कारण महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक के 4 प्रतिशत के लक्षित स्तर से ऊपर रहने की संभावना है। डेलॉयट ने दर में कटौती का समर्थन मिलने के कारण वित्त वर्ष 2026 में भारत की वृद्धि दर 6.75 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

मजूमदार ने कहा, ‘चुनाव के परिणाम को लेकर अनिश्चितता खत्म होने के बाद 2025 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में तुलनात्मक बदलाव आने की संभावना है। 2024 के बाद के महीनों में पश्चिम के केंद्रीय बैंक ब्याज दर में 2 कटौती कर सकते हैं। ऐसे में भारत में विदेशी पूंजी की आवक में सुधार और निर्यात में मजबूती आने की संभावना है।’

यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब कुछ दिन पहले ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने मजबूत घरेलू मांग और कामकाज करने वाली आबादी को देखते हुए वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत का वृद्धि अनुमान 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है।

अप्रैल में विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत की वृद्धि का अनुमान 6.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया था। बहरहाल डेलॉयट का वृद्धि अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक के अनुमान की तुलना में कम है। रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2025 में भारत की अर्थव्यवस्था में 7 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया है।

Patanjali: बाबा रामदेव की कम्पनी पतंजलि नॉन-फूड बिजनस बेचने की तैयारी में

नई दिल्ली। बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड (Patanjali Ayurved Limited) अपना नॉन-फूड बिजनस बेचने की तैयारी में है। इसमें टूथपेस्ट, तेल, साबुन और शैम्पू का कारोबार शामिल हैं।

बाबा रामदेव की ही लिस्टेड कंपनी पतंजलि फूड्स लिमिटेड (Patanjali Foods Limited) को ही इसे खरीदने का प्रस्ताव दिया गया है। कंपनी ने शेयर बाजार को दी एक जानकारी में बताया कि उसे पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के नॉन-फूड बिजनस की बिक्री के बारे में एक पत्र मिला है।

कंपनी के बोर्ड ने 26 अप्रैल को इस प्रस्ताव पर चर्चा की। पतंजलि आयुर्वेद की स्थापना बाबा रामदेव ने की थी। वह कंपनी के प्रमोटर हैं जबकि आचार्य बालकृष्ण इसके एमडी हैं। प्रमोटर ग्रुप के कुल कारोबार में नॉन-फूड बिजनस की 50 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है। पतंजलि फूड्स लिमिटेड का कहना है कि उसने इस प्रस्ताव को मूल्यांकन के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।

एडिबल ऑयल बनाने वाली कंपनी पतंजलि फूड्स लिमिटेड को पहले रुचि सोया इंडस्ट्रीज के नाम से जाना जाता था। साल 2019 में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने इनसॉल्वेंसी प्रोसेस में इसे 4,350 करोड़ रुपये में खरीदा था। जून 2022 में कंपनी का नाम बदलकर पतंजलि फूड्स लिमिटेड किया गया था।

मई 2021 में इस कंपनी ने पतंजलि बिस्कुट्स प्राइवेट लिमिटेड को 60.03 करोड़ रुपये में खरीदा था। इसके बाद जून 2021 में उसके पतंजलि आयुर्वेद के नूडल्स और ब्रेकफास्ट सीरियल्स बिजनस को 3.50 करोड़ रुपये में खरीदा। मई 2022 में पतंजलि फूड्स ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के फूड बिजनस को 690 करोड़ रुपये में खरीदा।

पतंजलि फूड्स ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि पतंजलि आयुर्वेद का प्रस्ताव कंपनी के प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो से मेल खाता है और कंपनी के रेवेन्यू और एबिटा के ग्रोथ में अहम भूमिका निभा सकता है। पतंजलि फूड्स लिमिटेड देश की टॉप एफएमसीजी कंपनियों में शामिल हैं।

कंपनी का बिजनस खाद्य तेल के अलावा फूड एंड एफएमसीजी और विंड जेनरेशन सेगमेंट में भी फैला है। उसके पोर्टफोलियो में पतंजलि, रुचि गोल्ड और न्यूटेला जैसे ब्रांड्स हैं। पतंजलि आयुर्वेद हाल में सुर्खियों में रही थी। भ्रामक विज्ञापनों के कारण सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव और बालकृष्ण को फटकार लगाई थी। इसके लिए दोनों ने सार्वजनिक तौर पर माफी भी मांगी थी।